फ़िल्मी दुनिया का वो नाम, जो बिना ‘सुपरस्टार’ लगाए पूरा नहीं होता, जिसके पर्दे पर एंट्री मारते ही फ़िल्म को थोड़ी देर के लिए रोक दिया जाता है ताकि लोग तसल्ली से सीटी और ताली बजा सकें, जिसके सामने सारे बॉलीवुड स्टार सिर झुकाते हैं, लोगों ने जिस एक्टर को भगवान का दर्जा दे दिया…. आज हम उस रजनीकांत की बात करेंगे और उन फ़िल्मों को जानेंगे, जिन्होंने रजनीकांत को ‘सुपर स्टार रजनीकांत’ बनाया.
1. बिल्ला(1980)
इसके पहले भी रजनीकांत की कई फ़िल्में सुपरहिट और हिट हो चुकी थी लेकिन 1980 में रिलीज़ हुई बिल्ला उनकी पहली ब्लॉकबस्टर फ़िल्म थी.
तमिल फ़िल्म बिल्ला 1978 में रिलीज़ हुई हिन्दी फ़िल्म डॉन फ़िल्म की रीमेक थी. हिन्दी की डॉन भी तब सुपरहिट हुई थी. आज डॉन और बिल्ला के भी रीमेक दोबारा से बन चुके हैं.
2. काली (1980)
1980 में रिलीज़ हुई काली रजनीकांत की दूसरी ब्लॉकबस्टर फ़िल्म थी. इसे I. V. Sasi ने निर्देशित किया था. तमिल फ़िल्म काली के तेलगु वर्ज़न में चिरंवजीवी को भी रखा गया था.
3. मुरातु कालै(1980)
1980 के आखिर में रिलीज़ हुई मुरातु कालै रजनीकांत की तीसरी ब्लॉकबस्टर फ़िल्म साबित हुई. मुरातु कालै उस समय रजनीकांत के करियर की सबसे बड़ी बजट फ़िल्म थी.
4. मूंदरा मुगम(1982)
रजनीकांत इस फ़िल्म में ट्रिपल रोल में थे. मूंदरा मुगम लोगों को ख़ूब पसंद आई थी, तब ये 250 दिनों तक पर्दों पर लगी रही. बाद में इस तमिल फ़िल्म को हिन्दी में जॉन जानी जनार्दन नाम से रीमेक किया गया.
5. गंगवा(1984)
हिन्दी में रिलीज़ हुई गंगवा एक साल पहले तमिल में बनी Malaiyoor Mambattiyan की रीमेक थी. इस फ़िल्म में शबाना आज़मी, अमरीश पुरी और सुरेश ओबराय भी अहम भूमिकाओं में थे.
6. राजा चिन्ना रोजा(1989)
राजा चिन्ना रोजा पहली एनिमेटेड फ़िल्म में थी जिसे असली कैरेकेटर के साथ इस्तेमाल किया गया था. ये फ़िल्म 1965 में रिलीज़ हुई अंग्रेज़ी फ़िल्म The Sound Of Music पर आधारित थी.
7. तलपति(1991)
दुर्योधन और कर्ण की दोस्ती पर आधरित तलपति को मणिरत्नम ने लिखा और निर्देशित किया था. इस फ़िल्म के लिए इल्लायराजा ने संगीत दिया था. आज भी इस फ़िल्म के गानों की गिनती सर्वश्रेष्ठ तमिल गानों में होती है.
8. मन्नान(1992)
मन्नान को P. Vasu ने निर्देशित किया था, ये 1986 में रिलीज़ हुई कन्नड़ फ़िल्म Anuraga Aralithu की रीमेक थी.
9. बाशा(1995)
बाशा तब की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली तमिल फ़िल्म थी. ये 1991 में रिलीज़ हुई हिन्दी फ़िल्म ‘हम’ की कहानी पर आधारित थी. हम में मुख़्य अभिनेता अमिताभ बच्चन थे और रजनीकांत सहयोगी अभिनेता के रूप में मौजूद थे.
10. मुथू(1995)
तमिल में रिलीज़ हुई मुथू की कहानी 1994 में रिलीज़ हुई मलयाली फ़िल्म Thenmavin Kombath पर आधारित थी. मुथू का निर्देशक K. S. Ravikumar थे और फ़िल्म में संगीत ए. आर. रहमान ने दिया था.
11. पदयप्पा(1999)
अपनी रिलीज़ के वक़्त ये तमिल में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्म थी. ये पहली तमिल फ़िल्म थी जो 210 सिनेमा घरों में रिलीज़ हुई थी. इसका संगीत ए. आर. रहमान ने दियाा था.
12. चंद्रमुखी(2005)
रिलीज़ के बाद चंद्रमुखी 890 दिनों तक सिनेमा घरों में लगी हुई थी, ये तब तमिल फ़िल्मों के लिए रिकॉर्ड था. जिसे बाद में मगाधीरा(2009) ने तोड़ा. चंद्रमुखी 2004 में रिलीज़ हुई कन्नड़ फ़िल्म Apthamitra का रीमेक थी जो ख़ुद भी 1993 में रिलीज़ हुई मलियाली फ़िल्म Manichitrathazhu का रीमेक थी.
13. शिवाजी(2007)
इस फ़िल्म ने देश के बाहर विदेशों में भी खूब नाम कमाया. शिवाजी से रजनीकांत की छवि और बड़ी हो गई. ब्लॉकबस्टर शिवाजी को राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला. तमिल में रिलीज़ हुई शिवाजी तीन साल बाद दोबारा से हिन्दी में रिलीज़ हुई
14. ईंथीरन (2010)
हिन्दी में इस फ़िल्म को रोबोट नाम से रिलीज़ किया गया था. तब ये फ़िल्म भारत की सबसे महंगी फ़िल्म थी. हाल ही में इस फ़िल्म का सीक्वल 2.0 नाम से रिलीज़ हुआ है. ईंथीरन को दो राष्ट्रीय पुरस्कार मिले थे.
15. कबाली(2016)
Pa. Ranjith द्वारा निर्देशित कबाली मूलरूप से एक गैंगस्टर फ़िल्म थी लेकिन इशारों में समाज की जातीय संरचना पर बात करती है. ये देशभर में 3200 सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई थी.
ये तो बस मुख्य फ़िल्मो की बातें हुईं. थलाइवा ने फ़िल्मों के अलावा भी असल ज़िंदगी में ऐसा बहुत कुछ किया है जिससे वो सुपरस्टार कहे जाते हैं.