जानकारी ज़रूरी है, क्योंकि कुछ जानकारियां आपकी ज़िंदगी बचा सकती हैं. फ़र्ज़ कीजिए कि आपके सामने कोई ऐसी परिस्थिति है, जिसमें आपकी जान भी जा सकती है या किसी और की जान ख़तरे में है. उस समय आपके पास सही जानकारी मौजूद रहेगी, तो आप अपनी और दूसरों की ज़िंदगी बचा सकते हैं.

हम यहां कुछ परिस्थितियों की बात करेंगे, जिनमें अगर आप फंस गए, तो ऐसे निकल सकते हैं:

1. किसी सार्वजनिक जगह पर आपको मदद की ज़रूरत हो.

अगर किसी कारणवश आपको किसी सार्वजनिक जगह पर लोगों से सहायता मांगनी पड़े, तो कभी भी भीड़ से सहायता मांगने न जाएं। किसी अकेले खड़े व्यक्ति से गुहार करें. भीड़ में अक्सर लोग ये सोच कर मदद नहीं करते क्योंकि उन्हें लगता है कि कोई और सहायता कर दे. इसे Bystander Effect कहते हैं.

2. जब वीरान जगह पर गुम हो जाएं

वीरान जगह गुम होने पर कुछ ग़लतियां न करें। कभी भी अपनी गाड़ी को छोड़ कर अपने दोस्त को ढूंढने न जाएं, मदद मांगने के लिए एक हाथ न हिलाएं, और साथ में शीशा ज़रूर रखें. ऐसी परिस्थिति में ‘तीन का नियम’ बेस्ट होता है. तीन बार शीशे से रौशनी को रिफ़्लेक्ट करें, तीन बार फ़ायर करें, तीन बार सीटी बजाएं.

3. जब कोई पीछा करे

अगर आपको ऐसा लगता है कि कोई आपका पीछा कर रहा है, तो आप चार बरा राईट टर्न लें. आप घूम कर वापस वहीं पहुंच जाएंगे. जब आपका शक़ पक्का हो जाए, तो कभी भी घर की ओर मत जाएं, सीधा पुलिस स्टेशन का रास्ता पकड़ें.

4. जब तेज़ धार की चीज़ शरीर में घुस जाए

अगर कोई छूरी या शीशा शरीर में घुस जाए तो कभी उसको सीधा वापस बाहर न निकालें. क्योंकि नस कटने का ख़तरा बढ़ जाता है. कोशिश करें कि जख़्म को वैसे ही दबाए रखें और डॉक्टर की मदद लें.

5. डूबते हुए की मदद कैसे करें

अगर आपको तैरना आता है और आपके सामने कोई डूब रहा है तो कभी ख़ाली हाथ उसको बचाने न जाएं. घबराया हुआ व्यक्ति आपको भो डूबा सकता है. अपने साथ रस्सी या कोई भी ऐसी चीज़ ले जाएं जिससे उसकी मदद दूर से भी की जा सके.

6. बिजली का गिरना

अगर आप घर के बाहर हैं और बिजली वाली आंधी चल रही हो और अचानक से आपके बाल खड़े हो जाएं तो समझ लीजिए आपके ऊपर बिजली गिरने वाली है. ऐसे में 15 सेकेंड के भीतर कहीं छिप जाएं, अगर कहीं छिपना संभव न हो तब दोनों पैरों को आपस में जोड़ कर आप पैर के बल ही सीधे बैठ जाएं और अपने दोनों हाथों को घुटने के इर्द-गिर्द कस कर लपेट ले. इससे बिजली कम समय में ज़मीन में प्रवाहित हो जाएगी और उम्मीद है आपके शरीर को कम नुकसान हो.

7. जब गले में कुछ अटक जाए

जब कभी भी खाते वक्त या ग़लती से गले में कुछ अटक जाए और खांसी आने लगे तो उसे रोकें नहीं, खांसी आने दे. खांसना लक्षण है कि भीतर हवा जाने की जगह बची है. उस स्थिति में अगर पीठ पर मारा जाएगा तो हो सकता है फंसी हुई चीज़ झटके से बाहर निकल जाए लेकिन ये भी आशंका है कि गला पूरी तरह बंद हो जाए.

8. अगर न्युक्लियर विस्फ़ोट हो

न्युक्लियर विस्फ़ोट के समय धमाके और उससे निकलने वाली आग की लपटों से बहुत कम मौत होती हैं, क्योंकि उनका दायरा कम होता है. मौत की मुख्य वजह बनती है धमाके से निकला तरंगों का तेज़ झटका और उसका बाद रेडिएशन.

जैसे ही आप कहीं दूर विस्फ़ोट जैसा कुछ देखें, तो तुरंत ज़मीन की और मुंह कर लेट जाएं. हाथों से अच्छी तरह नाक, कान और आंख को कस कर बंद कर लें. धमाके के बाद ऐसा करने के लिए मुश्किल से 8 सेकेंड होंगे. जब पहली मुसीबत यानी तेज़ तेरंग आपके ऊपर से गुज़र जाएंगे, तब आप किसी नज़दीकी बेसमेंट ये मज़बूत इमारत के भीतर छिप जाएं और अगले 48 घंटों तक न निकलें. दो दिनों बाद बिना देरी किये उस शहर को छोड़ दें.

मुसीबत के समय ये ट्रिक्स कारगर हैं इसलिए इन्हें दूसरे के साथ भी शेयर करें.