पीरियड्स आना एक सामान्य प्रक्रिया है, शरीर में होने वाली बाकी प्रक्रियाओं की तरह. मगर कुछ लोग इन सामान्य दिनों को असामान्य बना देते हैं अपने झूठ या भ्रम के चलते, जो आपने भी सुने होंगे, जैसे- आचार मत खाना, पीरियड हो रहे हैं न? ठंडे पानी से मत नहाना, किचन में नहीं जाना, एक्सरसाइज़ मत करना, सिंदूर नहीं लगाना आदि.
आइए जानते हैं क्या वाकई ऐसा नहीं करना चाहिए पीरियड के दिनों में या ये सिर्फ़ लोगों का भ्रम है और कुछ नहीं.
1. एक्सरसाइज़ नहीं करनी चाहिए
पीरियड्स में आप हल्की-फ़ुल्की एक्सरसाइज़ कर सकती हैं. इससे आपकी मांसपेशियों तक ऑक्सीजन पहुंचती है और आपकी मांसपेशियां थोड़ी रिलैक्स हो जाती हैं, जिससे दर्द कम होता है. कुछ डॉक्टर्स ये भी मानते हैं कि पसीना पीरियड में उठने वाले दर्द को रोकता है.
2. पीरियड पूरे एक हफ्ते चलना चाहिए
ऐसा ज़रूरी नहीं होता है कि सबके पीरियड्स पूरे हफ़्ते चलें, क्योंकि हर औरत की पीरियड साइकिल अलग होती है. इसलिए किसी के पीरियड तीन दिन में तो किसी के हफ़्ते में ख़त्म होते हैं. ये दोनों ही नॉर्मल है.
3. PMS जैसा कुछ नहीं होता
PMS का मतलब प्रीमेन्सट्रूअल सिंड्रोम होता है. पीरियड शुरू होने से पहले जो आपका मूड ख़राब रहता है, कुछ औरतों को पेट में दर्द होता है, किसी को सूजन हो जाती है, कोई ज़्यादा दुखी रहता है ये सब PMS की वजह से होता है. एक रिसर्च के मुताबिक, PMS दुनिया में 50% औरतों को होता है. ये इसलिए होता है क्योंकि पीरियड के दौरान हमारे शरीर में हॉर्मोन्स की उथल-पुथल रहती है. जिसका असर दिमाग़ पर भी पड़ता है.
4. पीरियड के दौरान प्रेग्नेंट नहीं हो सकतीं
ऐसा नहीं है अगर आप पीरियड के दौरान सेक्स करती हैं, तो भी प्रेग्नेंट हो सकती हैं. इसलिए कॉन्डम का इस्तेमाल ज़रूर करिए. अगर आप प्रेगनेंट नहीं होना चाहती हैं तो.
5. पीरियड में निकलने वाला ब्लड, नॉर्मल ब्लड से अलग होता है
ये सुनकर कई लोग चौंक जाएंगे पर पीरियड के दौरान निकलने वाला ब्लड ‘नॉर्मल’ ही होता है. बस ये Vagina से निकलता है. इसमें वो चीज़े भी मिली होती हैं, जो आपके Uterus में जमा हो जाती हैं. जैसे कि Vagina के टिश्यू, सेल्स.
6. पीरियड एक-दूसरे को छूने से हो जाता है
पीरियड अपनी ही डेट पर आते हैं, न कि एक-दूसरे को छूने से. ऐसा पीरियड साइकिल की वजह से होता है, जिससे हर औरत की पीरियड की तारीख़ आगे-पीछे होती रहती है.
7. पीरियड में गुस्सा बहुत आता है
लोगों का मानना है कि अगर एक लड़की गुस्सा कर रही है, तो उसके पीरियड्स चल रहे हैं. ये धारणा बिलकुल ग़लत है. गुस्सा होने की वजह सिर्फ़ पीरियड नहीं होता है. कभी-कभी कुछ ग़लत होने या ग़लत व्यवहार के कारण भी गुस्सा आता है.
8. पीरियड के दौरान महिला को अपवित्र माना जाता है
कहते हैं पीरियड के दौरान लड़कियां अपवित्र होती हैं, ऐसा कुछ नहीं होता है. ये एक नेचुरल शारीरिक प्रक्रिया है और इसमें पवित्र और अपवित्र होने जैसा कुछ नहीं होता है. ये लोगों के खुद के बनाये हुए नियम-क़ानून हैं, जिनका कोई आधार नहीं है.
9. पीरियड मिस होना मतलब महिला प्रेग्नेंट है
प्रेंग्नेसी होने के और भी कई कारण होते हैं सिर्फ़ पीरियड न आने से ये मान लेना कि वो प्रेग्नेंट है ये ग़लत है. कभी-कभी पीरियड स्ट्रेस लेने से या किसी मेडिसिन के साइड इफ़ेक्ट के चलते भी लेट हो जाते हैं.
पीरियड, हमारे शरीर में होने वाले सिर्फ़ एक बदलाव का एक हिस्सा है.