चीन अपने विनिर्माण क्षेत्र के लिए बेहद लोकप्रिय है. हाल ही में चीन के सेंट्रल चाइनीज़ सिटी स्क्वायर में नक्काशी कला का अद्भुत नज़ारा पेश करते हुए एक शेर का निर्माण भी किया गया है.
इस शेर का नाम ‘The Oriental Lion’ रखा गया है. तीन सालों की मेहनत के बाद इस शेर को एक विशालकाय और सदाबहार पेड़ को तराश कर तैयार किया गया है. मशहूर चीनी आर्किटेक्ट, डेंगडिंग याओ ने 20 लोगों की सहायता से इस नायाब शेर को तराशा है.
याओ ने इस प्रोजेक्ट को म्यांमार में शुरू किया था. दिसंबर 2015 में जब ये बन कर तैयार हुआ तो इसे 3000 मील दूर टाइम्स स्क्वायर पर लाकर छोड़ दिया गया.
47.5 फ़ीट ऊंचाई और 13 फ़ीट की चौड़ाई के साथ ‘The Oriential Lion’, लाल लकड़ी के तने से बनी दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा है.
गौरतलब है कि चीन के पारंपरिक कल्चर में शेर एक अहम भूमिका निभाते हैं. जब बौद्ध धर्म भारत से चीन में फ़ैल रहा था, तो कई प्रतीकवादों ने भी चीन में अपनी जगह बनाई थी. उन्हीं में से एक शेर भी था. शेर, चीन में रक्षक के प्रतीकवाद के तौर पर स्थापित हैं. शेरों की इन मूर्तियों को चीन के पैलेस के अलावा, बीजिंग की ऐतिहासिक Forbidden City में भी देखा जाता रहा है. शेरों की कई ऐसी मूर्तियों और नक्काशियों को चीन के कई होटल और रेस्टोरेंट्स के बाहर भी देखा जा सकता है.