बचपन से ही हम पढ़ते आ रहे हैं कि ‘आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है.’ यदा-कदा ये कहावत सच होती हुई भी दिखाई दे जाती है. वैज्ञानिक हर दिन किसी न किसी नई चीज़ के आविष्कार में जुटे रहते हैं, पर असल में सबसे बड़े आविष्कारक, तो वो लोग हैं, जिन्हें दुनिया आलसियों के नाम से पहचानती है. वो आलसी ही होते हैं, जो किसी को काम को आसान बनाने के लिए जुगाड़ ढूंढ लाते हैं. हम आपके लिए ऐसे ही जुगाड़ुओं की फ़ोटोज़ ले कर आये हैं, जिन्हें देख कर आप भी कहेंगे, भाई आख़िर तू इतने दिनों तक कहां था?

अंकल को सोना पसन्द है.

पक्का कोई बड़ा ही कलाकार होगा!

लगता है इस घर में कोई Engineer रहता है.

एग्ज़ाम में हर जगह चलता है.

ताऊ ऐसे-कैसे?

ये, तो अपना भाई है.

कसम से गुरु कहां थे आप?

संगठन में ही शक्ति है.

अंकल बहुत बड़े वाले हैं.

इस रामप्यारी के मालिक से तो मिलवाओ.

दिल्ली की गर्मी किसी से कुछ भी करवा सकती है.

ऐसे लोगों का कोई क्या कर सकता है?

ओ…ओ…ओ…

कसम से यार, इतना दिमाग़ लाते कहां से हो?

भाई इसका कुछ नहीं हो सकता.

सावधानी में ही सुरक्षा है.

ये है असली शहंशाह.

लड़का टैलेंटेड नज़र आता है.

लेट नाईट स्टडी.

इस देश को ऐसे लौंडों से कोई नहीं बचा सकता.

छा गए गुरु.

बस इसकी कमी थी?

सिंह इज़ किंग.