फ़ेसबुक पर अक्सर लोग राजनीति, सिनेमा और रोज़मर्रा की लाइफ़स्टायल पर खूब बहस करते हैं, अपने विचार रखते हैं, दूसरों के विचारों को गलत साबित करने की होड़ चलती है. तकनीक की क्रांति के चलते दुनिया ग्लोबल हो चली है और नए कल्चर से लोगों का सामना हो रहा है, दुनिया भले ही किसी भी दिशा में जा रही हो लेकिन कम से कम एक बुनियादी आज़ादी तो लोगों के पास मौजूद है ही.

लेकिन उत्तर कोरिया अलग है. ये देश एक सीक्रेट टापू की तरह है और यहां मौजूद चीज़ें बाहर नहीं जाती. तकनीक और ग्लोबलाइज़ेशन के इस दौर में उत्तर कोरिया की गोपनीयता हैरान करती है  पर कुछ साहसी पत्रकारों ने यहां की लाइफ़स्टायल और अजीबोगरीब, मारक कानूनों को सामने लाने की कोशिश की है.

यहां के कानून सुनकर पहले आप हंसते हैं, फिर दंग रह जाते हैं, फिर वहां के लोगों के लिए दया आती है और अंत में आप शुक्र मनाते हैं कि आप ऐसी किसी जगह पर नहीं रह रहे हैं. यकीन नहीं होता तो आप खुद पढ़ लीजिए उत्तर कोरिया के ये 25 वाहियात कानून, जिनका उल्लंघन करने पर आपकी ज़िंदगी या तो खत्म हो जाती है या नर्क.

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1. किम जोंग-उन के खिलाफ़ किसी भी तरह की आलोचना, यानि मौत

ये तो शायद आप जानते ही होंगे. किसी भी संदर्भ में उत्तर कोरिया के प्रेज़ीडेंट के बारे में नकारात्मकता या किसी आलोचना का मतलब साफ़ है – मौत.

2. तस्वीरें यूं ही नहीं खींच सकते आप

ये ज़्यादातर यहां आने वाले पर्यटकों के लिए लागू होता है. दूसरे देशों की तरह आप यहां आकर किसी भी चीज़ की तस्वीर यूं ही नहीं खींच सकते हैं. यहां बहुत सी ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें खींचने से पहले या जाने से पहले प्रशासन की इज़ाजत लेनी होती है.

3. एफ़ोर्ड करने के बावजूद कई लोगों के पास नहीं है कार

इस देश में लोग आसानी से एक जगह से दूसरी जगह नहीं पहुंच सकते. यहां 1000 में से एक ही शख़्स ऐसा होता है जिसके पास कार होती है.

4. मज़ाक मज़ाक के चक्कर में यहां ऊपर पहुंचा दिया जाता है

Sarcasm या व्यंग्य की उत्तर कोरिया में कोई जगह नहीं है. तो अगर कोई शख़्स देश के हालातों को देखकर परेशान होकर या फ़्रस्टेट होकर, व्यंग्य के सहारे, अपनी बात को रखने की कोशिश करता तो उसे जल्द परलोक पहुंचा दिया जाता है. साफ़ है उत्तर कोरिया में न तो आप Rebel हो सकते हैं न ही कोई कॉमेडियन.

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5. देश से बाहर भागने की कोशिश की, तो पूरा परिवार ही खत्म

देश के बाहर लोगों से संपर्क करने का नतीजा सज़ा-ए-मौत है. दक्षिण कोरिया में अपने रिश्तेदारों से संपर्क करने की कोशिश करने वाले कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है.

6. सिर्फ़ एक राय, सिर्फ़ एक विचार – सरकार

इस देश में अगर आपकी राय सरकार से इतर है तो आप बहुत बड़ी मुसीबत में पड़ने वाले हैं. यहां सिर्फ़ सरकार की ही राय चलती है और रायशुमारी की कोई जगह नहीं है, लीक से हटकर सोचने वाले क्रांतिकारियों को फ़ौरन मौत के घाट उतार दिया जाता है.

7. न आइफ़ोन ले सकते हो न एंड्रायड

पर्सनल कंप्यूटर भी नहीं खरीद सकते हैं. मतलब पश्चिम में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रॉनिक सामान से दूरी बना कर चलें.

8. सरकारी म्यूज़िक पर पल रहे हैं उत्तर कोरिया के लोग 

1967 में सुप्रीम लीडर के Monolithic Ideological System के शुरूआत होने के साथ ही सरकार ने देश के पॉप, Folk, मिलिट्री और Orchestral म्यूज़िक पर अपना दबदबा बनाना शुरू कर दिया था. सुप्रीम लीडर की निगरानी में ही कोई भी म्यूज़िक यहां रिलीज़ होता है और आमतौर पर विदेशी संगीत से उत्तर कोरिया के लोगों को दूरी बनानी पड़ती है.  

ये तो वाकई टॉर्चर की तरह है. क्या आप प्रौपेगेंडा संगीत सुनकर पूरी ज़िंदगी बिता सकते हैं?  म्यूज़िक के बिना ज़िंदगी की कल्पना भी मुश्किल है पर उत्तर कोरिया में ऐसा हो रहा है. ये भयावह है और लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है. उत्तर कोरिया सरकार अपने लोगों को दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण अनुभव से महरूम रख रही है.

9. देश का पूरा नाम लेना होगा

इस देश का आधिकारिक नाम डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कोरिया है और जब आप इस देश में हैं तो बेहतर होगा कि इसे इसके पूरे नाम से ही पुकारा जाए क्योंकि ये अपने आपको असली कोरिया के रूप में ही देखता है.

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10. सरकार की आलोचना की तो मिलेगी सज़ा

कई लोकतांत्रिक देशों में भी सरकार की आलोचना को दबाया जाता रहा है, लेकिन यहां पर इसकी कड़ी से कड़ी सज़ा मिलती है.

11. सरकारी प्रोपैगेंडा के खिलाफ़ मुंह न खोले

अमेरिका के एक स्टूडेंट Otto Warmbier ने खुलासा किया था कि सरकार के प्रौपेगेंडा के खिलाफ़ बोलने पर कई दशकों तक लोगों को जेल में डाला जा सकता है.

12. सुप्रीम लीडर की उम्र मत पूछ लेना

उत्तर कोरिया के तानाशाह की उम्र पूछने पर भी सज़ा हो सकती है. इस शख़्स की उम्र को लेकर विवाद है और जो विवाद में घुसने की कोशिश करता है, तो आप जानते ही हैं कि क्या होता है

13. शराब पीने के लिए भी दिन निर्धारित होते हैं

यहां कुछ निर्धारित दिनों पर ही आप शराब का सेवन कर सकते हैं. 2012 में एक मिलिट्री ऑफ़िसर को मौत के घाट उतार दिया गया था क्योंकि किम जोंग उन II के 100 दिनों के शोक

14. हेयरस्टाइल भी अपना खुद का नहीं होता

सभी हेयरकट सरकार द्वारा निर्धारित किए जाते हैं. सरकार ने अभी तक लोगों के लिए 28 हेयरस्टाइल की सूची जारी की हुई है.

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15. भागने की कोशिश की तो पूरे परिवार को ही उड़ा दिया जाता है

अगर आप उत्तर कोरिया से भागने की कोशिश करते हैं और पकड़े जाते हैं तो पहले तो आपको उत्तर कोरिया वापस लाया जाएगा फिर आपको मार गिराया जाता है और फिर आपके पूरे परिवार को खत्म किया जा सकता है.

16. सरकार से बढ़िया संबंध हैं तभी आना राजधानी

सरकार ही ये फ़ैसला करती है कि देश की राजधानी में किसे रहना है. आमतौर पर किम जोंग के साथ अच्छे कनेक्शन वाले लोगों को ही राजधानी में जगह मिलती है.

17. पॉर्न देखोगे तो ज़िंदा नहीं बचोगे

पॉर्न देखने पर आपको मौत के घाट उतारा जा सकता है. किम जोंग ने अपनी एक्स गर्लफ़्रेंड को उसके परिवार के सामने मार गिराया था क्योंकि उस महिला ने एक सेक्सटेप बनाई थी.

18. नास्तिक देश है, धार्मिक बनोगे तो जान से जाओगे

उत्तर कोरिया एक नास्तिक देश है. 2013 में 80 ईसाईयों को पब्लिक के सामने एक स्टेडियम में मार गिराया गया था क्योंकि इन लोगों के पास बाइबिल बरामद हुई थी.

19. इंटरनेट का इस्तेमाल

लोग केवल सरकार द्वार स्पॉन्सर की गई वेबसाइट्स ही इस्तेमाल कर सकते हैं और अगर आपने शातिर बनने की कोशिश की तो आप जानते हैं आपका क्या हाल हो सकता है.

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20. गलत आदमी को वोट किया तो भुगतना पड़ सकता है

उत्तर कोरिया में चुनाव में वोटिंग करना अनिवार्य है. लेकिन गलत इंसान को वोट कर देना भी आपके लिए भारी पड़ सकता है.

21. डेनिम जींस पहनोगे तो मिलेगी सज़ा

यहां डेनिम की जींस पहनने पर आपको जान से हाथ धोना पड़ सकता है क्योंकि डेनिम उत्तर कोरिया के दुश्मन अमेरिका का प्रॉडक्ट है.

22. दक्षिण कोरिया के टीवी चैनल देखोगे तो मिलेगी मौत

उत्तर कोरिया के पास टीवी देखने के नाम पर स्टेट का प्रोपेगैंडा ही होता है. इस देश में सैंकड़ों लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है, क्योंकि ये लोग दक्षिण कोरिया के चैनल्स देखने की ज़ुर्रत कर बैठे थे.

23. जेल तोड़कर भागे तो परिवार भी भुगतेगा

यूं तो जेल तोड़कर भागना ज़्यादातर देशों में क्राइम है पर उत्तर कोरिया इस मामले में बेहद वाहियात और बेहूदा कानून बना चुका है. यहां अगर आप जेल तोड़कर भागने की कोशिश करते हैं तो आपके साथ ही आपकी तीन पुश्तों (दादा, पिता, बच्चों) को दंड दिया जाता है.

24. किताबों पर बैन

कहते हैं, कलम में तलवार से ज़्यादा ताकत होती है. किताबों और शब्दों की दुनिया ने यूं भी कई स्रामाज्य को हिला कर रखा है. ज़ाहिर है, उत्तर कोरिया में भी विदेश प्रोपेगैंडा बताकर ज़्यादातर किताबों की बिक्री नहीं होती है.

BBC

25. गलतियां बर्दाशत नहीं है

हाल ही में उत्तर कोरिया में Typo के चलते एक पत्रकार को जान से मार दिया गया था. शुक्र है, ग़ज़बपोस्ट में ऐसा कुछ नहीं होता. शुक्र मनाइए हमारे देश में भले लाख कमियां हों, लेकिन उत्तर कोरिया जैसा कुछ नहीं होता.