90s में भारतीय टीम की एक ख़ासियत थी. एक आउट हुआ नहीं कि विकेट्स की झड़ी लग जाती थी. दर्शक मायूस हो जाते और कमेंटेटर्स मज़े लेते हुए कहते, ‘तू चल मैं आता हूं, अपना विकेट गंवाता हूं’. तभी आवाज़ आती, ‘अब आ रहे हैं दाएं हाथ के बल्लेबाज राहुल द्रविड’. मायूस हुए चेहरों को जैसे फ़्रेशनर मिल जाता.

मिस्टर भरोसेमंद, द वॉल, कूल-कूल जैसे उपनाम राहुल को दुनिया ने दिए और ये उनके काम पर सटीक बैठता है. दर्शक एक खिलाड़ी की तारीफ़ करें, ये नार्मल है, लेकिन अगर वही सम्मान और तारीफ़ साथी खिलाड़ियों से मिले तो वो इंसान ख़ास होता है. देखिये राहुल द्रविड के बारे में उनके साथियों, Fans और मीडिया ने क्या-क्या कहा है:

हर्षा भोगले

राहुल ऐसा ही है. आप उसे कहेंगे कि अापने बहुत अच्छी बैटिंग की, लेकिन वो आपको ये कहेगा कि किसी दूसरे ने भी उससे अच्छी बैटिंग की. मुझे नहीं लगता वो इंसान हैं, क्योंकि एक इंसान इतना निस्वार्थी नहीं हो सकता.

ब्रायन लारा

मेरी ज़िंदगी की बैटिंग के लिए अगर किसी बैट्समैन को उतरना पड़े, तो वो राहुल द्रविड या कैलिस ही होंगे.

राहुल की पत्नी विजेता

वो पूरा टूर दो जोड़ी कपड़ों में निकाल सकते हैं. उन्हें न ब्रैंडेड कपड़ों की चाहत है, न ही किसी गैजेट या कार की. लेकिन अगर उनके बैट का वज़न 1 ग्राम भी कम हो जाए, तो वो तुरंत भांप लेते हैं और इसे जल्द से जल्द ठीक करा लेते हैं.

सचिन तेंदुलकर

द्रविड यंगस्टर्स के लिए Perfect रोल मॉडल हैं. उन्होंने अपनी लाइफ़ में ऐसे कई कारनामे किए हैं, जिनकी वजह से हम भी उन्हें फॉलो करते हैं. पर हम बस उनके जैसा बनने की कोशिश कर रहे हैं.

शेन वार्न

राहुल द्रविड को द वॉल कहा जाता है, जो बिल्कुल सही है. उन्हें एक किले की भी संज्ञा दी जा सकती है. क्योंकि एक बार वो टिक गए, तो उन्हें आउट करना किसी किले को भेदने जितना कठिन होता है.

स्टीव वॉ

यंग क्रिकेटर्स को राहुल द्रविड को उनकी सफलता के लिए, नहीं बल्कि जिस तरह से वो ख़ुद को संचालित करते हैं, उसके लिए फॉलो करना चाहिए.

ग्लेन मैकग्राथ

राहुल एक क्लासिक प्लेयर हैं और अब हम ये जान चुके हैं कि वो दूसरों की तुलना में कितने काबिल हैं. वो ऐसे बैट्समैन नहीं हैं, जो हर बॉल पर स्कोर करना चाहते हैं और यही हमारे लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन जाती है. क्योंकि उनकी कोई कमज़ोरी ही नहीं है.

क्रिस गेल

द्रविड मेरी तरह अटैकिंग क्रिकेट खेल सकते हैं, लेकिन मैं उनकी तरह कभी नहीं खेल सकता.

मैथ्यू हेडन

Aggression क्या होता है, ये जानना चाहते हैं, तो अापको राहुल द्रविड की आंखों में देखना चाहिए.

क्रिस्टोफ़र मार्टिन

अगर इस धरती पर अभी एलियन आ जाएं और उन्हें पता चले कि एक महान बल्लेबाज़ बैटिंग कर रहा है, तो उनके दिमाग़ में सचिन की नहीं, राहुल की तस्वीर पहले उभरेगी.

सिद्धू

राहुल ऐसा प्लेयर है, जो अपनी टीम के लिए कांच के टुकड़ों पर भी चलने को तैयार हो जाएगा.

केविन पीटरसन

मैंने राहुल को मैच बिल्ड करते हुए देखा है. ऐसा ही मैं अपनी बैटिंग के साथ करने की तमन्ना रखता हूं.

इयान चैपल

अगर आपकी टीम मुसीबत में है, तो आप किस पर भरोसा जता सकते हैं? सिर्फ़ एक ही नाम राहुल द्रविड.

कपिल देव

राहुल भारतीय बैटिंग का असली आधार हैं. वो इस दौर में इंडिया का बेस्ट बैट्समैन है.

सिद्धू

कुछ लोग सफल होते हैं क्योंकि उनके नसीब में लिखा होता है, लेकिन राहुल इसलिए सफल हुआ क्योंकि वो दृढ़ संकल्प कर चुका था सफल होने के लिए.

एमटीवी

समय और समुद्री ज्वार को कोई नहीं रोक सकता, सिवाय राहुल द्रविड के.

शेन वॉटसन

क्रिकेट की दुनिया में राहुल द्रविड जितना विनम्र इंसान मैंने आज तक नहीं देखा. वो एक अभूतपूर्व व्यक्ति हैं.

शोएब अख्तर

हालांकि सचिन तेंदुलकर सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, लेकिन मुझे हमेशा राहुल को आउट करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. वो बहुत कम शॉट खेलता है और यही कारण है कि वो बहुत कम ग़लती करता है.

मुथैया मुरलीथरन

राहुल को हमेशा सचिन के कारण कम सराहा गया. लेकिन अगर आप उनके रिकॉर्ड देखेंगे, तो पाएंगे कि वो सचिन जितने ही काबिल हैं. आप दोनों की तुलना कभी नहीं कर सकते. क्योंकि दोनों अलग किस्म के बैट्समैन हैं. राहुल एक संपूर्ण क्रिकेटर हैं.

ब्रेट ली

अगर आप राहुल जैसे शख़्स के साथ घुल मिल नहीं सकते, तो आपके साथ ज़रूर कुछ गड़बड़ है.

ब्रैड हॉज

अनुभव को कोई नहीं हरा सकता.

ग्लेन मैकग्राथ

अगर 90 के दशक की ऑस्ट्रेलियन टीम में किसी इंडियन क्रिकेटर की एंट्री हो, तो वो राहुल ही होंगे.

हर्षा भोगले

अपनी रिटायरमेंट के बाद मैं चाहूंगा कि मुझे राहुल द्रविड के जितना यश मिले. मुझे उनकी तरह याद किया जाए.

स्टीव वॉ

पहले 15 मिनट में ही द्रविड का विकेट लेने की कोशिश कर लीजिये. अगर आप ऐसा नहीं कर पाए, तो आपको उन्हें भूलकर बाकी की विकटें चटकाने में लग जाना चाहिए.

जॉन राइट

सभी ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटर्स ये मानते हैं कि द्रविड मानसिक तौर पर एक मज़बूत खिलाड़ी हैं. ऐसे खिलाड़ी को आउट करना बहुत ही मुश्किल काम है.

एलन बॉर्डर

सभी द्रविड की तारीफ़ों के पुल बांध चुके हैं. उनकी तारीफ़ करने के लिए मेरे पास अब कोई शब्द नहीं बचा.

महेश भूपति

द्रविड ऑफ़ और ऑन फ़ील्ड के चैंपियन हैं. उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से साबित किया है कि उनकी कोई लिमिट नहीं है.

आयरिश एक्टर

सभी सचिन की प्रशंसा करते हैं, लेकिन मेरे लिए द्रविड किसी से भी कम नहीं. उनके डिफ़ेंस करने का स्टाइल, स्ट्रोक्स सब कुछ अद्भूत है. अगर मैं कभी इनसे मिला, तो इनके सम्मान में नतमस्तक होना चाहूंगा.

महेश भूपति

द्रविड सफलता के लायक हैं क्योंकि उन्होंने इसके लिए जी तोड़ मेहनत की है. मेरी पूरी ज़िदगी में मैंने इतना कृतज्ञ प्रोफ़ेशनल नहीं देखा.

एक फ़ैन

सचिन क्रिकेट के भगवान हैं. सौरव ऑफ़ साइड के देवता और लक्ष्मण चौथी पारी के भगवान. लेकिन जब मंदिर के सारे दरवाज़े बंद हो जाते हैं, तो सिर्फ़ वॉल ही बचती है और दीवारों के पीछे ही भगवान होते हैं.

सिद्धार्थ वैद्यनाथन

अगर आपको राहुल द्रविड की आदर्श इनिंग देखनी है, तब उसके लिए आपको एक चैलेंजिंग पिच तैयार करनी होगी. बैटिंग पिच के लिए सहवाग, बॉलर्स के लिए मुफ़ीद पिच के लिए सचिन और अगर बहुत ही ख़राब पिच है, तो सिर्फ़ और सिर्फ़ राहुल.

एक फ़ैन

इंडिया के लिए नंबर तीन पर इतनी शानदार बैटिंग शायद ही किसी ने की होगी. भविष्य में उनकी जगह शायद ही कोई ले पाए. क्योंकि टी-20 क्रिकेट खेल कर आप राहुल द्रविड नहीं बन सकते.

ESPN

खेले तो शालीन, रिटायर हुए तो एक्सप्रेस करते हुए. यादों के लिए धन्यवाद!

अंत में राहुल द्रविड के लिए सौ बातों कि एक बात, दीवारें कभी रिटायर नहीं हुआ करतीं, वो वक़्त के साथ स्मारकों में तब्दील हो जाती हैं.