बॉलीवुड में कई अच्छे अभिनेता आये और चले गए, लेकिन शक्ति कपूर आज भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं. 80 के दशक में शक्ति जितने ख़तरनाक विलेन हुआ करते थे. 90 के दशक में वो उतने ही बड़े कॉमेडियन भी बन चुके थे. आज भी उनको जब कोई किरदार निभाने को मिलता है, तो वो उसमें जान डाल देते हैं. यही उनकी सबसे बड़ी ख़ासियत भी है.
शक्ति कपूर ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत साल 1975 में राज कपूर-राजेंद्र कुमार स्टारर फ़िल्म ‘दो जासूस’ में एक छोटा सा रोल निभाकर की थी. साल 1980 में ‘कुर्बानी’ और ‘रॉकी’ फ़िल्म ने उनको एक कलाकार के तौर पर पहचान दी. वहीं साल 1983 में जितेंद्र-श्रीदेवी स्टारर फ़िल्म ‘हिम्मतवाला’ और सुभाष घई निर्देशित फ़िल्म ‘हीरो’ में ख़लनायक के किरदार में नज़र आये थे. अस्सी का दशक ख़त्म होते-होते शक्ति कपूर इंडस्ट्री के बड़े विलेन बन गए थे.
वैसे तो इंडस्ट्री में प्राण, प्रेम चोपड़ा, अमरीश पुरी, डैनी, अमजद ख़ान, गुलशन ग्रोवर जैसे कई शानदार विलेन आये. लेकिन इन सभी कलाकार ने अधिकतर विलेन के किरदार ही निभाए, जबकि शक्ति कपूर एकमात्र ऐसे विलेन रहे जिन्होंने कॉमेडी में भी उतना ही नाम कमाया. वहीं नब्बे के दशक में शक्ति कपूर ने निगेटिव किरदारों से दूरी बना ली थी.
90 का दौर शक्ति कपूर की ज़बरदस्त कॉमिक टाइमिंग के लिए याद किया जाता है. गोविंदा और उनकी कॉमिक जोड़ी उस दौर में फ़िल्म के हिट होने की गारंटी मानी जाती थी. गोविंदा के साथ ‘राजा बाबू’ फ़िल्म में निभाए गए नंदू के किरदार ने उन्हें फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट कॉमिक रोल का अवार्ड भी दिलाया. उन्होंने मवाली, अंदाज़ अपना-अपना, बाप नंबरी बेटा दस नंबरी, चालबाज़, बोल राधा बोल, तोहफा, लोफ़र और जुड़वा जैसी कई फ़िल्मों में अपनी ज़बरदस्त कॉमिक टाइमिंग से अपनी विलेन की छवि को कहीं पीछे छोड़ दिया था. 90 का दौर ख़त्म होने तक शक्ति कपूर इंडस्ट्री के सबसे बड़े कॉमेडियन बन चुके थे.
शक्ति कपूर फ़िल्म इंडस्ट्री के एकमात्र ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने न सिर्फ़ विलेन के तौर पर नाम कमाया, बल्कि वो कॉमेडियन के तौर पर भी ज़बरदस्त हिट रहे. मैंने न तो उस दौर में न ही आज के दौर में शक्ति कपूर जैसा ऑलराउंडर कलाकार देखा होगा. उनके कुछ डायलॉग तो आज भी इतने हिट हैं कि जब भी कॉमेडी की बात होती है ये डायलॉग हर किसी की ज़ुबान पर होते हैं.
1- ये तेजा-तेजा क्या है?
2- हिचकियांव… मैं हूं नंदू सबका बंधु
3- आया हूं कुछ तो लूट कर जाऊंगा.
4- मैं एक नन्हा सा, प्यार सा, छोटा सा, बच्चा हूं.
5- आला से आला इंस्पेक्टर भिंड आला, हाथ में लेके कानून का ताला.
6- क्राइम मास्टर गोगो है मेरा नाम, आंखें निकालकर गोटियां खेलता हूं मैं.
शक्ति कपूर पिछले कई सालों से अपने कुछ ऐसे ही मज़ेदार डायलॉग्स से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं.