भारत के कई शहर आज भी देश की ऐतिहासिक धरोहरों और विरासत को समेटे हुए हैं. यहां आज भी इतिहास की कई रोमांचक कहानियां सुनने और देखने को मिलती हैं, जिन्हे देखकर लगता है कि हमारा इतिहास कितना शानदार रहा होगा. जिस शानदार इतिहास की बात हम कर रहे हैं, वो थे यहां के राजा और महाराजा और उनकी शान-ओ-शौकत के गवाह रहे उनके आलीशान महल. हालांकि इनमें से कुछ महलों की राजशाही ख़त्म होने के साथ ही इन महलों की शानों-शौक़त भी ख़त्म होती चली गयी. जिसके परिणाम स्वरुप आज ये शानदार महल आलिशान होटलों का रूप ले चुके हैं.

आईये देखते हैं कौन-कौन से वो महल हैं, जो आज आलिशान होटलों का रूप ले चुके हैं:

1- उमैद भवन पैलेस, जोधपुर

साल 1930 में महाराजा गज सिंह द्वितीय द्वारा बनाया गया ये महल 26 एकड़ में फैला हुआ है. कुल 347 कमरों वाले इस महल के एक हिस्से में राज परिवार अब भी रहता है. जबकि दूसरे हिस्से को एक आलिशान होटल का रूप दे दिया गया है.

2- ताज रामबाग पैलेस होटल, जयपुर

सन 1835 में बना ये महल 30 सालों तक राज परिवार का निवास स्थान रहा है. लेकिन साल 1957 से इस महल को ताज ग्रुप एक होटल के रूप में इस्तेमाल कर रहा है.

3- राज महल पैलेस, जयपुर

इस महल को एच. एच. सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1727 में अपने फुर्सत के पलों को सुकून से बिताने के लिए बनवाया था. मगर आज ये महल जयपुर के प्रमुख लग्ज़री होटलों में से एक है.

4- देवीगढ़ पैलेस, उदयपुर

अरावली की पहाड़ियों पर स्थित 18वीं शताब्दी में बने इस महल में देलवारा के राजा का परिवार 20वीं शताब्दी तक रहा. आज ये एक आलिशान होटल में तब्दील हो चुका है.

5- लक्ष्मी निवास पैलेस, बीकानेर

बीकानेर के महाराजा श्री गज सिंह ने इस महल को 1904 में अपने और अपने परिवार के रहने के लिए बनवाया था. उस समय इस महल में सिर्फ़ विशिष्ट लोगों को ही आमंत्रित किया जाता था. आज ये बीकानेर का फ़ेमस होटल है.

6- जय महल पैलेस, जयपुर

1745 ईसवी में बना ये महल राज परिवार का मुख्य निवास स्थान हुआ करता था. 18 एकड़ में फ़ैले इस महल में एक मुग़ल गार्डन भी है. आज ये 94 कमरों वाला एक लग्ज़री होटल है.

7- ताज लेक पैलेस, उदयपुर

1743 से 1746 के बीच बना ये महल पहले महाराजा जग सिंह द्वितीय के नाम से जग निवास के तौर पर जाना जाता था. साल 1963 में महाराजा भगवत सिंह ने इसे एक शानदार होटल में तब्दील कर दिया था. 1971 से ताज ग्रुप इस होटल को चला रहा है.

8- सामोद पैलेस, जयपुर

सामोद पैलेस वैसे तो 16वीं शताब्दी में बन गया था. लेकिन बाद में रावल शेओ सिंह ने 150 साल पहले इसे राज परिवार के लिए फ़ैमिली रिसोर्ट के तौर पर बनाया था. जबकि 1987 में इसे एक लग्ज़री होटल बना दिया गया.

9- देवगढ़ महल, राजस्थान

अरावली की पहाड़ियों पर स्थित देवगढ़ पैलेस को 1670 ईसवी में द्वारका दासजी ने बनाया. बाद में रावत नाहर सिंह ने इसे एक हैरिटेज होटल में बदल दिया था. आज भी इस महल के एक भाग में उनके परिवार के लोग रहते हैं.

10- नीमराना फ़ोर्ट, अलवर

नीमराना फ़ोर्ट को 1464 ईसवी में राजा राजदेव ने बनवाया था. दिल्ली से 3 घंटे की दूरी पर स्थित ये होटल पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है. कई वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से युक्त ये होटल आम लोगों के लिए भी ठहरने का अच्छा ऑप्शन है.

11- ताज फलकनुमा पैलेस, हैदराबाद

फलकनुमा पैलेस एक समय में हैदराबाद निज़ाम का निवास स्थान हुआ करता था. जो आज एक आलिशान होटल के तौर पार जाना जाता है. 2000 फ़ीट ऊंचे पहाड़ पर स्थित इस महल से हैदराबाद का नज़ारा देखने लायक होता है.

12- अहिल्या फ़ोर्ट, महेश्वर

महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने 1765 से 1796 इस किले से राज किया था. इस किले का नाम पहले अहिल्या वाड़ा था. साल 2000 में इंदौर के आख़िरी महाराज के बेटे रिचर्ड होल्कर ने इसका नाम बदलकर अहिल्या फ़ोर्ट कर दिया था. आज ये एक आलिशान होटल है.

13- रतन विलास, जोधपुर

रतन विलास जोधपुर शहर में बने सबसे आलिशान होटल्स में से एक है. इसे 1920 में स्वर्गीय रतन सिंहजी ने बनवाया था. इस महल के एक हिस्से में आज भी महाराजा के परिवार के सदस्य रहते हैं.

14- अजित भवन, जोधपुर

अजीत भवन को साल 1927 जोधपुर राज्य के महाराधिराज श्री अजीत सिंहजी के छोटे भाई महाराजा श्री उमैद सिंहजी ने बनवाया था. जिसे कुछ दशकों बाद एक हैरिटेज होटल में बदल दिया गया.

15- अलसीसर होटल, झुंझुनू

एक समय में अलसीसर महल अलसीसर के ठाकुर का निवास स्थान हुआ करता था. करीब 10 एकड़ में फ़ैला ये आलिशान महल झुंझुनू इतिहास का प्रतीक माना जाता है. साल 1994 में इसे लग्ज़री होटल में तब्दील कर दिया गया.

तो दोस्तों कैसे लगे आपको देशभर के ये आलिशान होटल, जो कभी महाराजाओं के घर हुआ करते थे?