ताजमहल से लगभग 2.5 किमी की दूरी पर स्थित है ऐतिहासक आग़रे का क़िला. माना जाता है कि 1638 तक यह क़िला मुगलों का मुख्य निवास स्थल था. इसके बाद मुग़लों ने अपनी राजधानी दिल्ली को बनाया. माना जाता है कि इस क़िले पर कई सम्राटों का शासन रह चुका है, लेकिन इस क़िले को इसका वर्तमान स्वरूप अकबर के शासनकाल में मिला. अकबर ने ही इस ऐतिहासिक क़िले का नवीनीकरण कराया था. आइये, इस ख़ास लेख में जानते हैं आगरा स्थित आगरा फ़ोर्ट से जुड़े कुछ अनसुने और दिलचस्प तथ्य.
1. 1857 का युद्ध स्थल
बहुतों को पता नहीं होगा कि आगरे के क़िला 1857 की एतिहासिक लड़ाई का युद्ध स्थल भी रह चुका है, जिसने भारत पर अंग्रेज़ी शासन की नींव हिला कर रख दी थी.
2. शाहजहां द्वारा कुछ संरचनाओं का पुनर्निर्माण
माना जाता है कि शाहजहां को सफे़द संगमरमर की चीज़े बहुत पसंद थी, इसलिए उन्होंने इस क़िले की कुछ संरचनाओं को तुड़वाकर उनका पुनर्निर्माण करवाया, जिसमें संगमरमर का इस्तेमाल किया गया था. आज भी क़िले में संगमरमर का काम देखा जा सकता है.
3. वास्तुकला
इस क़िले की वास्तुकला देखने लायक है. अकबर के दरबार में मौजूद इतिहासकार अबुल फ़जल ने यहां बंगाली और गुजराती शैली में बनी 5 हज़ार इमारतों को दर्ज किया था. बाद में इसमें से कई नष्ट कर दी गईं.
4. अंग्रेज़ों द्वारा तोड़ी गईं कई संरचनाएं
वहीं, अंग्रेज़ी हुकूमत के दौरान बैरकों का निर्माण कराने के लिए अंग्रेज़ों ने इस क़िले की कई संरचनाओं को नष्ट कर दिया था.
5. आगरा क़िले के द्वार
आगरा फ़ोर्ट के दो मुख्य द्वार हैं, एक दिल्ली गेट और दूसरा लाहौर गेट. लाहौर गेट को अमर सिंह गेट भी कहा जाता है. इसमें दिल्ली गेट को ही सैलानियों के लिए खोला गया है.
6. मस्जिदों का निर्माण
शाहजहां ने क़िले के परिसर में तीन संगमरमर की बनी मस्जिदों का निर्माण करवाया था. उन मस्जिदों के नाम है नगीना मस्जिद, मोती मस्जिद और मीना मस्जिद.
7. औरंगज़ेब ने पिता को क़ैद करके रखा
इसी क़िले में औरंगज़ेब ने अपने पिता शाहजहां को मृत्यु तक (लगभग 8 साल) क़ैद करके रखा था. शाहजहां की मृत्यु 1666 को हुई थी, जिन्हें ताजमहल में दफ़नाया गया था.
8. कोहिनूर हीरा
आगरा फ़ोर्ट के दीवान-ए-खास में शाहजहां का मयूर सिंहासन रखा गया था, जिसमें बेशक़ीमती पत्थरों के साथ कोहिनूर हीरा भी जड़ा था.
9. महिलाओं के लिए मस्जिद
क़िले परिसर में शाहजहां द्वारा बनाई गई नगीना मस्जिद क़िले की महिलाओं के लिए बनवाई गई थी. ये छोटी है लेकिन देखने में बहुत ही आकर्षक है.
10. निर्माण का समय
माना जाता है कि अकबर ने इस क़िले का नवीनीकरण लाल बलुआ पत्थर से करवाया था. वहीं, इसे बनाने वाले कारीगरों और मज़दूरों ने यहां 8 सालों तक काम किया. माना जाता है कि इस क़िले के नवीनीकरण का काम 1573 में पूरा हो गया था.