वो 11 देश जिन्होंने अलग-अलग कारणों से अपना नाम बदलने के लिए ख़र्च कर डाले करोड़ों रुपये

Dhirendra Kumar

युद्ध, बंटवारा, इतिहास, सत्ता परिवर्तन, स्वतंत्रता, आदि कई ऐसे कारण हैं जो देश और उसके नाम को प्रभावित करते हैं. मसलन अपने देश के 3 नाम चलन में हैं – हिंदुस्तान, भारत और इंडिया. अलग-अलग कारणों से कई देशों ने अपने नाम बदले हैं.

आपको बताते चलें की देश का नाम बदलना कोई आसान काम नहीं है. इसके लिए देश का पुराने नाम से चल रहें सारे दस्तावेज़ बदलने पड़ते हैं, मसलन करेंसी नोट्स, संविधान, आदि. इसके बावजूद किन देशों ने ये कर दिखाया है, चलिए जानते हैं:  

1. हॉलैंड ने अपना नाम बदलकर नीदरलैंड रख लिया 

प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से जनवरी 2020 में सरकार ने फैसला किया कि अब से हॉलैंड के बजाय देश का आधिकारिक नाम नीदरलैंड होगा.

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2. सीलोन का नाम बदलकर श्रीलंका हो गया

सीलोन पुर्तगालियों द्वारा दिया गया नाम था जब वो 1505 में पहली बार इस देश के तट पर पहुंचे थे. बाद में ये ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा बन गया और 1948 में इसे स्वतंत्रता मिली. बाद में इस द्वीप की सरकार नाम बदलने का निर्णय लिया और 2011 तक आधिकारिक तौर ये श्रीलंका हो गया.

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3. मैसेडोनिया गणराज्य का नाम बदलकर उत्तर मैसेडोनिया गणराज्य हो गया 

फरवरी 2019 में मैसेडोनिया ने अपना नाम बदकर उत्तर मैसेडोनिया कर लिया. नाम में बदलाव के 2 मुख्य कारण थे – 1) नाटो का हिस्सा बनना 2) अपने पड़ोसी ग्रीस के मैसेडोनिया प्रांत से ख़ुद को अलग करना. मैसेडोनिया निवासी ख़ुद को ‘मैसेडोनियन’ कहते रहेंगे और आधिकारिक भाषा ‘मैसेडोनियन’ ही रहेगी. 

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4. चेक गणराज्य बन गया चेकिया

चेक गणराज्य ने अप्रैल 2016 में अपना नाम छोटा करके चेकिया कर लिया. नाम को छोटा करने का निर्णय इसलिए लिया गया ताकि देश की 6 आधिकारिक भाषाओं में से प्रत्येक में देश के नाम का उच्चारण आसान हो. हालांकि, आधिकारिक नाम अभी भी चेक गणराज्य ही है.

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5. स्वाज़ीलैंड का नाम बदलकर इस्वातिनि हो गया

इस देश का नाम बदला जाना यहां के लोगों के बिल्कुल भी आश्चर्यजनक नहीं था क्योंकि वो पहले से अपने देश के लिए इस्वातिनि नाम का प्रयोग कर रहे थे. स्वाज़ीलैंड को स्थानीय भाषा में इस्वातिनी कहते हैं, जिसका अर्थ होता है ‘स्वाज़ियों की भूमि’

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6. Republic of Upper Volta का नाम बदलकर बुर्किना फासो हो गया 

अपनी स्वतंत्रता की 20वीं वर्षगांठ मनाने के लिए The Republic of Upper Volta ने अपना नाम बदलकर बुर्किना फासो कर दिया. ध्वज और राष्ट्रगान में भी परिवर्तन किया गया था.

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7. बर्मा का नाम बदलकर म्यांमार हो गया

1989 में देश की सैन्य सरकार ने स्थानीय भाषा को संरक्षित करने के प्रयास में बर्मा का नाम म्यांमार कर दिया था. हालांकि, इस फैसले से सभी सहमत नहीं थे.

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8. स्याम का नाम बदलकर थाईलैंड हो गया

1939 में तत्कालीन राजा ने इस देश का नाम स्याम से बदलकर थाईलैंड कर दिया था. ये नाम चीन से आकर बसे लोगों के सम्मान में रखा गया था.   

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9. जर्मन दक्षिण पश्चिम अफ्रीका का नाम बदलकर नामीबिया हो गया

1990 में जब ये देश जर्मनी से स्वतंत्र हुआ, तो इसका नाम बदलकर नामीबिया कर दिया गया.

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10. Cape Verde का नाम बदलकर Republic of Cabo Verde हो गया

2013 में इस देश ने ये बदलाव किया था. ये वही नाम है जो 1444 में पुर्तगाली नाविकों ने इन द्वीपों की ख़ोज के बाद रखा था.

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11. Irish Free State का नाम बदलकर आयरलैंड हो गया

1937 में यूनाइटेड किंगडम (जिसके साथ देश में 2 साल तक भयंकर युद्ध हुआ था) के साथ सभी संबंधों को तोड़ने के इरादे से Irish Free State आयरलैंड बन गया. 

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इस सूची में शामिल अधिकांश देशों ने अपने इतिहास और अपनी वास्तविक पहचान के मद्देनजर अपना नाम बदला है जबकि अन्य देशों ने (जैसे कि नीदरलैंड) ने पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा किया. हालांकि, ये सब करना काफ़ी ख़र्चीला होता है और इसमें करोड़ों रूपये लगते हैं.

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