राजस्थान की राजधानी और हिंदुस्तान की पिंकी सिटी जयपुर अपने राजवाड़ी रहन-सहन के लिये दुनिया में मशहूर है. इस शहर का इतिहास जितना पुराना है, उतना ही रोचक भी. कहते हैं कि जयपुर को पिंक सिटी इसलिये कहा जाता है, क्योंकि 1876 में महाराज सवाई रामसिंह ने इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ और प्रिंस ऑफ़ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में पूरा शहर गुलाबी रंग से सजवा दिया था. बस तभी से लोग इसे गुलाबी शहर कह कर बुलाने लगे.
आज भी इस शहर के कोने-कोन में शाही अंदाज़ और रजवाड़ों के रहन-सहन की झलक साफ़ देखी जा सकती है. सोचिये अगर आज भी शहर की वो चमक बरकरार है, तो राजा-महाराजाओं के समय में जयपुर की शान ही कुछ और होगी. अब बीते कल में हम कैसे जायें. इसीलिये सदियों पुरानी कुछ दुर्लभ फ़ोटोज़ उठा लाये हैं. देख कर उस दौर का आनंद ले सकते हैं.
1. 1890 की एक अनदेखी तस्वीर.
2. 1880 में अंबर स्क्वायर ऐसा दिखता था.
3. उस वक़्त ऊंट की सवारी का मज़ा भी अलग ही होगा.
4. 1905 का हवा महल नहीं देखा तो क्या अब देख लो.
5. 1900 में महाराजा के मंदिर का बाहरी हिस्सा ऐसा लगता था.
6. चंपोरगेट की ये फ़ोटो 1907 की है.
7. 1870-80 के दौरान शहर के गर्ल्स स्कूल में ऐसे पढ़ाई होती थी.
8. इतिहास के पन्नों से निकली 1870-80 की फ़ोटो में शहर का दृश्य देखिये.
9. जौहरी बाज़ार का हल्दिया हाउस देखिये.
10. 1900 के दौरान खींची गई जैन मंदिर की फ़ोटो.
11. बड़ी चौपाल और हवा महल देख लो जी.
12. 1903 में पब्लिक और शहर का रोचक सीन.
13. जयपुर पैलेस का भव्य दृश्य (1910)
14. प्रिंसिपल स्ट्रीट पर घूमते-फिरते शहरवासी (1875).
15. योद्धा
16. 1875 में प्रिंसिपल स्ट्रीट ये तस्वीर Bourne And Shepherd द्वारा ली गई थी.
17. 1910 में जयपुर के माणक चौक की ये तस्वीर Gobindram Oodeyram ने ली थी.
18. बीन बजाता संपेरा.
19. त्रिपुलिया गेट की ये फ़ोटो लगभग 1900 के शुरूआत की होगी.
20. आखिरी फ़ोटो में Albert Hall भी देखते जाओ (1890)
जयपुर की सैर करके कैसा लगा कमेंट में बताइयेगा. हां अगली बार किस शहर के इतिहास में जाना चाहते हैं, वो भी बताना.