वो 6 बातें जो यूरोपीय खोजकर्ता मार्को पोलो ने भारत में नोटिस कीं और अपने देशवासियों को भी बताईं

J P Gupta

मार्को पोलो(Marco Polo) एक इटैलियन व्यापारी, खोजकर्ता, और राजदूत थे. वो एशिया पहुंचने वाले प्रथम यूरोपीय व्यक्ति थे. 13वीं शताब्दी में वो एशिया सिल्क रूट के माध्यम से आए थे. मार्को पोलो 1292-94 के बीच भारत के तटीय राज्य तमिलनाडु और केरल पहुंचे थे. 

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यहां आने के बाद जो भी कुछ उन्होंने देखा-सुना वो अपने देश जाकर लोगों को बताया था. भारत आने के बाद मार्को पोलो ने बहुत सी चीज़ें पहली बार देखी थीं. इन्हें देख वो दंग रह गए थे. आइए जानते हैं कि उन्होंने भारत में क्या-क्या दिलचस्प चीज़ें देखी और उसका बखान इटली वासियों से किया.

1. कपड़े  

मार्को पोलो जब केरल पहुंचे तो ये देख दंग रह गए कि वहां कोई भी कोट सिलने वाला दर्जी नहीं था और न ही कोई ऐसा था जो उसे टांक सके. सबसे ज़्यादा हैरानी उसे ये हुई कि वहां के लोग कम से कम कपड़े पहनते थे. यहां तक कि राजा स्वयं कमर के आस-पास ही कुछ रेशमी कपड़े पहने दिखता था.

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2. राजा के गहने 

मार्को पोलो ने नोटिस किया कि राजा कम कपड़े पहनकर भी ठाठ-बाट से रहता था और उसे क़ीमती जवाहरात पहनने का शौक़ था. एक राजा के गहनों का वर्णन करते हुए उसने लिखा कि राजा के गले में नीलम, पन्ना और इसी तरह दूसरे बेशक़ीमती पत्थरों का हार था. राजा हाथ में सोने की अंगूठियां, ब्रेसलेट और पर में भी अंगूठियां पहनता था. ये सभी महंगे रत्न, मोती और सोने से बने होते थे.

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3. पान 

पान सदियों से भारतीय खाते आ रहे हैं. जब मार्को पोलो ने पहली बार लोगों को पान खाकर बार-बार थूकते देखा तो उसे लगा इन्हें कोई बीमारी होगी, लेकिन बाद में पता चला कि वो एक ख़ास प्रकार के पत्ते पर कुछ सुगंधित मसाले डालकर खाते थे. 

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4. खाने-पीने की आदतें 

उन्होंने देखा कि भारत में सभी सीधे हाथ से ही खाना खाते थे. उल्टे हाथ से भोजन कोई छूता तक नहीं था. सबका पानी पीने का अपना बर्तन होता था, जिस किसी के पास बर्तन नहीं होता था उसे अंजुरी(दोनों हाथ जोड़कर बनी मुद्रा) से पानी पिलाया जाता था.

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5. वहां कोई मक्खी को नहीं मारता 

मार्को पोलो ने जैन भिक्षुओं के बारे में बहुत कुछ लिखा था. उन्होंने बताया कि भारत के लोग ख़ास कर जैन धर्म के भिक्षु किसी भी जानवर को मारते नहीं हैं. यहां तक कि मक्खी को भी नहीं. यही नहीं वो हरी सब्ज़ियां तक नहीं खाते क्योंकि उनका मानना था कि उनमें जीवन है. इसलिए वो सूखी सब्ज़ियां खाते थे. 

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6. लोगों के बिस्तर 

मार्को पोलो ने नोटिस किया कि अमीर लोग बंक बेड्स पर सोते थे. ख़ास तरह की लकड़ी से बना ऊंचा बिस्तर, जिसमें जाली लगी होती थी. इससे वो मकड़ी, खटमल और दूसरे कीटों से बचते थे. वहीं ग़रीब लोग सड़क या फिर ज़मीन पर कुछ बिछाकर सोते थे.

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ये सारी चीज़ें भले ही मार्को पोलो को नई और अजीब लगी हों, लेकिन भारतीयों के लिए ये सामान्य थीं.

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