अचलेश्वर महादेव: राजस्थान का वो रहस्यमयी मंदिर, जहां दिन में तीन बार रंग बदलता है शिवलिंग

Abhay Sinha

भारत में कई प्राचीन मंदिर हैं, जिनसे जुड़े रहस्य लोगों को सदियों से आकर्षित करते रहे हैं. ऐसा ही एक रहस्यमयी और अनोखा मंदिर राजस्थान के धौलपुर में भी है, जहां मौजूद शिवलिंग दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. चंबल नदी के बीहड़ों में स्थित इस शिव मंदिर को लोग ‘अचलेश्वर महादेव’ मंदिर (Achaleshwar Mahadev Temple) के नाम से जानते हैं. 

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दिनभर में तीन बार शिवलिंग बदलता है अपना रंग

ऐसा कहा जाता है कि ये शिवलिंग दिनभर में तीन बार अपना रंग बदलता है. सुबह के समय लाल, दोपहर में केसरिया और रात को सांवला हो जाता है. दिलचस्प बात ये है कि वैज्ञानिक भी अब तक इस शिवलिंग के इस तरह से रंग बदलने का कारण समझ नहीं पाए हैं. 

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बेहद रहस्यमयी है ये शिवलिंग

ये मंदिर कितना पुराना है और इस शिवलिंग की स्थापना कब हुई, इसके बारे में भी जानकारी नहीं है. श्रद्धालुओं की माने तो ये मंदिर क़रीब हज़ार साल पुराना है. इसका सबसे बड़ा रहस्य ये है कि आज तक इस शिवलिंग की गहराई का अंदाज़ा नहीं लगाया जा सका है. 

शिवलिंग धरती में कितना भीतर तक है, इसे जानने के लिए एक बार खुदाई भी की गई थी. कई दिनों तक खुदाई के बाद भी लोग इसके अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पाए और इसके बाद खुदाई का काम रोक दिया गया.

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अचलेश्वर महादेव की कृपा से मिल जाता है मनचाहा जीवनसाथी

यहां लोगों की ऐसी आस्था है कि इस रहस्यमयी शिवलिंग के दर्शन करने मात्र से इंसान की सभी इच्‍छाएं पूरी होती हैं. जीवन में कोई भी परेशानी हो, इस मंदिर में दर्शन करने के बाद उससे छुटकारा मिल जाता है. 

इतना ही नहीं, लोगों का ये भी मानना है कि कुंवारे लड़के-लड़कियों को शिवलिंग के दर्शन करने से उनका मनपसंद जीवनसाथी मिल जाता है. यही वजह है कि यहां अविवाहित लोग 16 सोमवार जल चढ़ाते हैं, ताकि उन्हें उनका पसंदीदा लाइफ़ पार्टनर मिल जाए. ये भी कहा जाता है कि इससे शादी में आने वाली अड़चने शिव की कृपा से दूर हो जाती हैं. 

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