भारत के वो 5 महा-बलशाली Tanks, जो चुटकियों में दुश्मन के परखच्चे उड़ाने की क्षमता रखते हैं

Nripendra

Powerful Military Tanks of Indian Army : आज छोटे-बड़े हर देश के पास अपनी सुरक्षा के लिए एक से बढ़कर एक आधुनिक घातक हथियार हैं. इनमें Combat Tanks भी शामिल हैं, जो एक Military Vehicle होते है, जिससे दुश्मनों पर गोलीबारी की जाती है. टैंक्स का सबसे पहले इस्तेमाल विश्व युद्ध में किया गया था, इसके बाद हर देश की आर्मी ने इसे अनिवार्य रूप से रखना शुरू किया. 

भारतीय सेना के पास भी कई फ़ौलादी टैंक्स हैं, जो चुटकियों में दुश्मनों को नेस्तनाबूद करने की क्षमता रखते हैं. आइये, क्रमवार जानते हैं इन टैंक्स के बारे में. 

आइये, अब विस्तार से जानते हैं Powerful Combat Tanks of India in Hindi

1. टी-90 भीष्म (T-90 Bhishma)

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Powerful Military Tanks of Indian Army: ये एक रूसी टैंक है, जिसका नाम भारत ने भीष्म रखा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो साल 2025 तक भारत के पास 1657 भीष्म टैंक होंगे. इसके लिए भारत के रूस के साथ डील भी की है. जानकारी के अनुसार, ये 60 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से चल सकता है. ये डीजल पर चलता है और इसका वजन क़रीब 46 टन है. टी-90 टैंक में 125 mm की टैंक गन लगी होती है. भारतीय सेना में ये टैंक 2001 में शामिल हुआ था. 

2. अर्जुन टैंक

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Powerful Military Tanks of Indian Army: अर्जुन एक थर्ड जेनरेशन का मुख्य बैटल टैंक है, जिसे भारतीय सेना के लिए DRDO के  Combat Vehicles Research and Development Establishment (CVRDE) द्वारा विकसित किया गया है. 

टैंक का नाम धनुर्धर अर्जुन के नाम पर रखा गया है. इसके डिजाइन का काम 1986 में शुरू हुआ और 1996 में समाप्त हुआ. वहीं, 2004 में ये भारतीय सेना में शामिल हुआ. इसमें 120 mm राइफल वाली मुख्य बंदूक, एक पीकेटी 7.62 mm Coaxial Machine Gun  और एक NSTV 12.7 mm मशीन गन लगी है. MK-1 और MK-1A इसके दो वेरिएंट हैं. 

3. टी-72 अजेय (T-72 Ajeya) 

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ये सोवियत के ज़माने का टैंक है, जिसका प्रोडक्शन 1970 के आसपास शुरू हुआ था. भारत समेत दुनिया के कई देशों के पास टी-72 टैंक हैं. भारत के पास क़रीब 2410 ऐसे टैंक हैं. इसमें 125 mm की स्मूदबोर गन लगती है. भारत के पास इसके टैंक हैं, एक MK1, अजेय MK2 और तीसरा Combat Improved Ajeya. 

ये भी पढ़ें: इंडियन एयर फ़ोर्स में शामिल वो टॉप 10 हेलीकॉप्टर, जो दुश्मनों की बैंड बजाने में माहिर हैं 

4.  K9-Vajra 

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K9-वज्र स्व-चालित हॉवित्जर का वजन 50 टन है और ये 50 किमी दूर दुश्मन के ठिकानों पर हमला करने की क्षमता रखता है. साथ ही 47 किलो बम फायर कर सकती है. ये एक जगह पर खड़ी होकर चारों तरफ़ घूम सकती है. मुख्य रूप से ऐसे टैंक्स दक्षिण कोरिया बनाता है. 

5. विजयंत (Vijayanta)

Image Source : Vijayanta

Powerful Military Tanks of Indian Army: विजयंता Vickers Mk.1 के लाइसेंस प्राप्त डिजाइन के आधार पर भारत में निर्मित एक मुख्य युद्धक टैंक था. ये भारतीय सेना का पहला स्वदेशी टैंक था. ये टैंक 29 दिसंबर 1965 को भारतीय सेना में शामिल हुआ था. तब से लेकर 2008 में सेवानिवृत्त होने तक 2,200 टैंकों ने सेना की सेवा की. 

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