वो 10 भारतीय ब्रांड्स जिन्होंने सालों से हिंदुस्तानियों के दिलों में कायम कर रखा है विश्वास

Akanksha Tiwari

कुछ चीज़ें अनंत होती हैं. इन्हें कोई नहीं बदल सकता है. यहां तक कि इंटरटेन का दौर भी. इस नये दौर में भी रोज़ नई चीज़ें दस्तक देती हैं. पर आज भी बचपन के कुछ ब्रांड्स हमारे दिल के क़रीब हैं. कितने ही महंगे ब्रांड्स क्यों न आ जायें, सालों पुराने भारतीय ब्रांड्स को हमसे दूर नहीं कर सकते.

ये भी पढ़ें: वो 23 भारतीय ब्रांड्स जो कभी हमारे जीवन का हिस्सा थे, अफ़सोस अब हो गए हैं कहीं गुम 

ये वो इंडियन ब्रांड्स हैं, जो सालों से हमारे घरों और दिलों पर राज कर रहे हैं. आगे भी करते रहेंगे.  

1. बोरोलीन 

इस स्वदेशी ब्रांड की खोज 1929 में पश्चिम बंगाल में की गई थी. इस ब्रांड को 90 साल हो गये, लेकिन इसकी अहमियत आज भी उतनी ही है. छोटी-मोटी चोट हो या फटे होंठ, हम सबसे पहले बोरोलीन ही खोजते हैं. 

imimg

2. पान पराग  

1980 के दौरान ‘पान पराग’ को छोटे-छोटे पाउच में बेचा गया था. इसकी शुरुआत एम. एम कोठारी ने की थी और दशकों से पान पराग लोगों की ज़ुबान पर अपना स्वाद बरक़रार किये हुए है.  

shopify

3. एशियन पेंट्स  

एशियन पेंट्स एशिया की सबसे बड़ी कंपनीज़ में से एक है. 1940 में चार दोस्तों ने मिल कर ‘एशियन पेंट्स’ की शुरुआत की थी. आज भी शादी, त्योहार या फिर नये घर के लिये एशियन पेंट्स ही चुनते हैं. 

asianpaints

4. महिंद्रा एंड महिंद्रा  

‘महिंद्रा एंड महिंद्रा’ भारत का एक प्रतिष्ठित ब्रांड है, जो कि 1945 से लोगों को अपनी सेवाएं देता आ रहा है. पहले इसका नाम Muhammad & Mahindra था. बाद में महिंद्रा एंड महिंद्रा कर दिया गया. ऑटोमोटिव सेक्टर में अब तक कई ब्रांड्स आये, पर मंहिद्रा को कोई तोड़ नहीं पाया.

bsmedia

5. मैसूर सैंडल सोप 

मैसूर सैंडल सोप भारत का 100 साल पुराना और जाना-माना नाम है. इस साबुन के उत्पादक मैसूर के राजा वाडियार थे, जिन्होंने स्वदेसी साबुन की शुरुआत की. आज भी देश के कई हिस्सों में इस साबुन का उपयोग किया जाता है. 

ssl

6. पार्ले  

पार्ले ब्रांड की शुरुआत 1929 में हुई थी. तब से लेकर अब तक पार्ले के कई प्रोडक्ट्स हमारे दिलों में बसे हुए हैं. मार्केट्स में बहुत से ब्रांड आये, पर पार्ले का कोई जोड़ नहीं.

ytimg

7. एमडीएच 

एमडीएच (MDH) मसाले सिर्फ़ भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी मशहूर है. MDH को एक प्रतिष्ठित ब्रांड बनाने का श्रेय मसाला किंग ‘महाशय’ धर्मपाल गुलाटी को जाता है, जो कि अब इस दुनिया में नहीं है. हिंदुस्तान का शायद ही कोई ऐसा घर होगा, जहां से आपको इस मसाले की ख़ुशबू न आये.  

ssl

8. अमूल  

बचपन से लेकर अब तक ज़ुबान पर यही अमूल बटर का नाम ही रटा हुआ है. किसी भी शॉप पर जाओ, यही कहते हैं कि अमूल बटर है क्या? अमूल बटर, अमूल क्रीम, अमूल दूध और बस सालों से अमूल ही अमूल है. 

economictimes

9. ओल्ड मॉन्क 

1960 से ये भारतीय रम युवाओं के दिलों में बसी हुई है. कॉलेज के टाइम पर जब लोगों के पास ज़्यादा पैसे नहीं होते थे, तब कम पैसों में ओल्ड मॉन्क (Old Monk) ने उनका साथ दिया. आज भी ये रम अधिकतर लोगों के दिल के क़रीब है. 

thecocktailstory

10. एयर इंडिया 

आज़ादी से पहले एयर इंडिया (Air India) को एयरमेल के तौर पर जाना जाता था. JRD Tata ने 1932 में एयरमेल को लॉन्च किया और देखिये आज तक ये देसी-विदेशी लोगों को सैर करा रही है. 

theaviationmirror

उम्मीद है कि आगे भी ये ब्रांड्स यूं ही हमारे दिल में अपनी जगह बनाये रहेंगे. क्या आप भी इन भारतीय ब्रांड्स के आदी हो चुके हैं? 

आपको ये भी पसंद आएगा
बदलने जा रहा है ‘इंडियन एयरफ़ोर्स’ का नाम! क्या होगा नया नाम? जानिए इसके पीछे की असल वजह
जानते हो ‘महाभारत’ में पांडवों ने कौरवों से जो 5 गांव मांगे थे, वो आज कहां हैं व किस नाम से जाने जाते हैं
Ganesh Chaturthi 2023: भारत में गणपति बप्पा का इकलौता मंदिर, जहां उनके इंसानी रूप की होती है पूजा
ये हैं पाकिस्तान के 5 कृष्ण मंदिर, जहां धूमधाम से मनाई जाती है जन्माष्टमी, लगती है भक्तों की भीड़
क्या आप इस ‘चुटकी गर्ल’ को जानते हैं? जानिए कैसे माउथ फ़्रेशनर की पहचान बनी ये मॉडल
लेह हादसा: शादी के जोड़े में पत्नी ने दी शहीद पति को विदाई, मां बोलीं- ‘पोतों को भी सेना में भेजूंगी’