उत्तराखंड में ग्लेशियर के टूटने से आई बाढ़ में तपोवन हाईड्रो-इलेक्ट्रिक पॉवर डैम तहस-नहस हो गया. इसके मलबे में कई मज़दूर दब गए. इन्हें भारतीय सेना और वायुसेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाहर निकाला.
ताज़ा जानकारी के मुताबिक, इस प्राकृतिक आपदा का शिकार हुए क़रीब 200 लोगों की तलाश जारी है. अच्छी ख़बर ये है कि इनमें से अब तक क़रीब 40 लोगों को बचाया जा चुका है. इस प्राकृतिक आपदा की कुछ तस्वीरों के ज़रिये ये जानने की कोशिश करते हैं कि ये दुर्घटना कितनी भयावह थी.
1. ग्लेशियर के साथ बहकर आया पानी.
2. बर्फ़ के पहाड़ से हुई तबाही की एक और तस्वीर.
3. मलबे में फंसे लोगों को निकालने के लिए कई मशीनों का भी प्रयोग किया जा रहा है.
4. रेस्क्यू अभियान अभी भी जारी है.
5. तपोवन-विष्णुगाड हाइड्रो पॉवर डैम के मलबे तले अभी भी कई लोग फंसे बताए जा रहे हैं.
6. बाढ़ से बहकर आई गाद से लोगों को तलाशते सेना के जवान.
7. रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक इस हादसे में क़रीब 31 लोग मारे जा चुके हैं.
8. रेस्क्यू अभियान में स्थल सेना सहित कई एजेंसियां लगी हैं.
9. मलबा हटाती एक क्रेन.
10. आईटीबीपी ने खोजी कुत्तों को भी इस अभियान में शामिल किया है.
11. तपोवन टनल को पूरी तरह साफ़ करने में लगे हुए हैं आईटीबीपी के जवान.
12. बताया जा रहा है कि टनल 123 मीटर तक साफ़ की जा चुकी है.
13. टनल में फंसे एक वर्कर को निकालते आईटीबीपी के जवान.
14. स्टेट डिज़ास्टर रिस्पॉन्स टीम भी आईटीबीपी की मदद कर रही है.
15. एक घायल व्यक्ति को अस्पताल ले जाते भारतीय सेना के जवान.
16. घायलों का इलाज किया जा रहा है.
17. पानी के बह जाने के बाद कुछ ऐसा हाल है वहां का.
18. अब घाटी का जलस्तर कम होने लगा है.
19. उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया.
20. मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार के लिए 4 लाख की सहायता राशि की घोषणा की है.