मुंबई (Mumbai), आम इंसान के सपनों का शहर. वो जगह जहां जाने के बाद किसी का वहां से लौटने का दिल नहीं करता. मुंबई शहर (City) में ऐसा बहुत कुछ है, जो लोगों को वहां बुलाता. आज भले ही हर कोई मुंबई भागने के लिये सोचता है. पर कभी ऐसा दौर था, जब मुंबई में बहुत कम लोग हुआ करते थे. ब्रिटिश इंडिया कंपनीज़ ने लोगों को काम करने का मौक़ा दिया. इसके बाद अलग-अलग क्षेत्र के लोग मुंबई जाकर घर बसाने लगे.
इस तरह से धीरे-धीरे बॉम्बे (Bombay) में बसने वाले लोगों की तादाद बढ़ने लगी और ये शहर बन गया लोगों के सपनों का शहर.
आइये देखते हैं कि उस दौर में कैसा दिखता मुंबई की सड़कों का नज़ारा.
1. मुंबई की पॉर्ले स्ट्रीट का नज़ारा
2. मुंबई में बसने आये लोग पेट पालने के लिये कितनी मेहनत करते थे
3. ये है बॉम्बे मेरी जान
4. वो भी एक ज़िंदगी थी
5. सपनों की नगरी
6. इस भीड़ में ही रौनक थी
7. मुंबई में आज भी सड़कों पर ऐसी ही भागम-भाग दिखती है
8. दिन हो या रात, मुंबई की सड़कें आपको कभी खाली नहीं मिलेंगी
9. हर कोई अपनी लाइफ़ में व्यस्त रहता था
10. ज़िंदगी इतनी आसान भी नहीं थी
11. ये सीन 1880 का है
12. 1946 में हुए हिंदू दंगों के दौरान आरोपी को पकड़ कर ले जाता सैनिक
13. मीट शॉप से किस-किस को मीट लेना है?
14. एक तस्वीर में हज़ार शब्द छिपे होते हैं
15. कुछ हुआ है इसलिये धुंआ उठा है
16. इन बसों से सफ़र का मज़ा भी अलग होता था
17. तस्वीरों में बॉम्बे का इतिहास है
18. तब भी ऐसा जाम लगता था और आज भी
19. ये थी मुंबई की लाइफ़
20. धोबी घाट की तस्वीर मुंबई वालों के लिये बोनस है
मुंबई की सड़कों का सफ़र कैसा रहा कमेंट में बताइयेगा?