बीते कुछ सालों में पश्चिम बंगाल में बने वो 15 दुर्गा पंडाल जो कलाकारी और सीख का सटीक उदाहरण हैं

Kratika Nigam

West Bengal Durga Pandal: नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है. इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना होती है. व्रत रखने के साथ-साथ भक्त माता के मंदिर जाकर उनके दर्शन करते हैं. जगह-जगह मातारानी के भव्य पंडाल सजाए जाते हैं, मां की बड़ी सी मूर्ति लगाई जाती है. ऐसे ही वेस्ट बंगाल में दुर्गा पूजा का बड़ा महत्व है. यहां पर लोग सिंदुर खेला करते हैं. यहां पर मातारानी के सुंदर पंडालों की स्थापना की गई है. यहां की दुर्गा पूजा और पंडाल भक्तों में हमेशा आकर्षण का केंद्र रहें हैं.

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इसलिए, पिछले कुछ सालों में सबसे अनोखे और मनोरम दुर्गा पूजा पंडालों की लिस्ट लेकर आए हैं.

West Bengal Durga Pandal

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1. उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर आदर्श संघ (North Dinajpur’s Islampur Adarsha Sangha)

कोरोनावायरस महामारी के दौरान, उत्तर दिनाजपुर के इस्लामपुर आदर्श संघ ने COVID-19 योद्धाओं को सलाम करने के लिए माता की मूर्ति को डॉक्टर के रूप में, भगवान कार्तिक को स्वच्छता कार्यकर्ता के रूप में, भगवान गणेश को पुलिस अधिकारी के रूप में, और दुष्ट असुर को कोरोनावायरस के रूप में सजाया. समिति विचारशीलता और रचनात्मकता को सबने ख़ूब सराहा था.

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2. समाज सेबी संघ दुर्गा पूजा पंडाल (Samaj Sebi Sangha Durga Pujo Pandal)

2022 में, समाज सेबी संघ ने अपने पंडाल को 1946 की थीम ‘सेबिचे ईश्वर’ पर बनाया. हालांकि, सिटी ऑफ़ जॉय ने महामारी के बाद त्यौहार को पूरी ख़ुशियों से मनाना चाहा. इसलिए उन्होंने समाज सेबी संघ के पंडाल को पुरानी थीम पर बनाने की सोची.

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3. त्रिधारा सम्मिलनी (Tridhara Sammilani)

त्रिधारा अकालबोधन या त्रिधारा सम्मिलानी ने हमारे दैनिक जीवन को दर्शाने वाले 2022 पंडाल के लिए एक बहुत ही प्रासंगिक विषय को चुना, जिसे ‘रन’ कहा जाता है. Indulge Express की रिपोर्ट है कि, ये विषय ब्रह्मांड की उत्पत्ति के बाद को दर्शाता है. पंडाल में जीवन के उतार-चढ़ाव को दर्शाने वाली कई सीढ़ियां भी बनाई गईं.

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4. कोलकाता के शिमला विवेकानंद स्पोर्टिंग क्लब के पंडाल (Kolkata’s Simla Vivekananda Sporting Club’s Pandal)

महामारी होने के बावजूद भी 2020 में पश्चिम बंगाल ने त्यौहार की भावना और धूम को कम नहीं होने दिया. शिमला विवेकानंद स्पोर्टिंग क्लब का पंडाल COVID-19 थीम पर बनाए गए थे, जिसमें देवी को एक ही समय में पृथ्वी की रक्षा करते हुए और राक्षस महिषासुर का वध करते हुए दिखाया गया था.

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5. बोसपुकुर शीतला मंदिर (Bosepukur Sitala Mandir)

बोसपुकुर शीतला मंदिर में इस साल तीन गुना बजट के साथ पंडालों को सजाया गया. पंडाल लोगों को बंगाल के प्राचीन मंदिरों को प्राथमिकता देने और पुनर्स्थापित की भावना के प्रति जागरुक करने के बारे में है. साथ ही सबकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा गया है.

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6. मुदियाली क्लब (Mudiali Club)

मुदियाली क्लब 88वें वर्ष के लिए ‘प्रोतिक्षा’ विषय पर पंडाल सजाया गया, जिसका अर्थ है प्रतीक्षा करना. थीम महामारी की अराजकता का प्रतीक है.

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7. भवानीपुर 75 पल्ली (Bhowanipur 75 Pally)

‘ऐतिझ्या बेचे ठाकूक’ की थीम ‘Let the Heritage Live’ की अवधारणा पर आधारित, भवानीपुर 75 पल्ली इस साल अपने पंडाल के साथ समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मना रहा है. दक्षिण कोलकाता में स्थित ये समिति व्यापक रूप से अपनी कलात्मक रचनात्मकता और परोपकार कार्यों के लिए जानी जाती है.

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8. एटलस क्लब के दुर्गा पूजा पंडाल (Bidhan Sarani Atlas Club’s Durga Pujo Pandal)

उत्तरी कोलकाता में स्थित, बिधान सारणी एटलस क्लब का पंडाल Pets Theme पर बनाया गया, जो लोगों के दिल को छू रहा है. असुरों के स्थान पर दो आवारा कुत्तों का चित्रण किया गया है, जो देवी दुर्गा के चरणों के पास आश्रय और घर के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.

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9. FD Block, Salt Lake

2021 में, सॉल्ट लेक पंडाल को इतिहास से प्रेरित होकर एक पुराने अंग्रेज़ी महल को फिर से बनाया गया था.

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10. मानिकतला चलताबगन लोहापट्टी दुर्गा पूजा (Manicktala Chaltabagan Lohapatty Durga Puja)

पिछले साल, इस समिति ने आदिवासी जीवन को प्रदर्शित करते हुए पंडाल बनाया था. पंडाल की ख़ूबसूरती को देखकर लोगों ने ख़ूब तारीफ़ की.

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11. बागबाज़ार सार्वजनिक दुर्गा महोत्सव (Bagbazar Sarbojonin Durgotsav)

बागबाज़ार सरबोजोनिन पश्चिम बंगाल का सबसे पुराना सार्वजनिक दुर्गा पूजा पंडाल है. हर साल, पंडाल दुर्गा मां की शानदार मूर्ति से जगमगाता है और विभिन्न उम्र और विचारों के लोग त्यौहार को प्यार और एकजुटता के साथ मनाने के लिए एकजुट होते हैं.

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12. Young Boys Club

तारा चंद दत्ता स्ट्रीट के पास स्थित, सेंट्रल कोलकाता के यंग बॉयज़ क्लब ने देवी की पूजा करने और 2022 में दुर्गा पूजा के अपने 53वें वर्ष का जश्न मनाने के लिए ‘मयूरपंखी नौका’ की थीम पर एक पंडाल की स्थापना की. क्लब को हर साल नई थीम पर पंडाल बनाने के लिए जाना जाता है.

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13. Kakurgachi Yubak Brinda

2021 में, इस दुर्गा पूजा समिति ने एक लोकप्रिय पुराने थिएटर में जात्रा की थीम पर पंडाल को सजाया क्योंकि अब जात्रा की महिमा घट रही है.

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14. एकदलिया एवरग्रीन क्लब (Ekdalia Evergreen Club)

एकदलिया में स्थित, एकदलिया एवरग्रीन क्लब पारंपरिक जड़ों से जुड़कर पंडाल स्थापित करता है. क्लब बंगाली संस्कृति और इसकी समृद्ध विरासत को अत्यंत प्रामाणिकता के साथ मनाता है. इस पंडाल में मां दुर्गा, उनके बच्चों और असुरों की सबसे कलात्मक मूर्तियों को रख जाता है.

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15. श्री भूमि पूजा पंडाल (Sree Bhoomi Puja Pandal)

श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब हर बार अपनी रचनात्मकता को एक लेवल ऊपर ले जाता है. पिछले साल क्लब ने बुर्ज ख़लीफ़ा पर आधारित पंडाल बनाया था. इस साल, इसने Vatican City के St. Peter’s Basilica Church थीम पर आधारित ख़ूबसूरत पंडाल की स्थापना की है.

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पंडाल को ख़ूबसूरती देखकर नज़रें हटेंगी नहीं.

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