बॉलीवुड फ़िल्मों की कहानी में चार चांद लगाने का काम करते हैं प्यार, रोमांस, इमोशंस, गाने, रंग-बिरंगे कॉस्टूम्स और सबसे महत्वपूर्ण ख़ूबसूरत लोकेशंस. हम 80 के दशक से ही देखते आ रहे हैं कि अधिकार फ़िल्मों के गाने स्विटज़रलैंड की ख़ूबसूरत वादियों में ही फ़िल्माये जाते थे. लेकिन पिछले कुछ सालों में ये ट्रेंड कुछ बदल सा गया है. अब फ़िल्म मेकर्स न सिर्फ़ गानों को बल्कि पूरी फ़िल्म को ही भारत में शूट करने लगे हैं. हमारे देश में भी कई ऐसी जगहें हैं जो ख़ूबसूरती के मामले में स्विटज़रलैंड को भी मात दे दे.
शोले से लेकर ताल तक ऐसी ही कई बॉलीवुड फ़िल्मों ने भारत के इन गांवों को फ़ेमस बना दिया है.
1- चंबा (ताल)
ताल फ़िल्म में आपने ऐश्वर्या राय को बारिश में भीगते हुए ‘ताल से ताल मिला’ गाने पर डांस करते तो देखा ही होगा. इस गाने पर चंबा की ख़ूबसूरत वादियों ने चार चांद लगाने का काम किया. ये इलाक़ा आज भी इस गाने के लिए जाना जाता है. चम्बा घाटी हिमाचल की सबसे ख़ूबसूरत जगहों में से एक है.
2- रामगढ़ (शोले)
रामगढ़! ये नाम आज भी बच्चे-बच्चे की जुबान पर होगा, वो भी सिर्फ़ और सिर्फ़ शोले फ़िल्म की वजह से. बेंगलुरु और मैसूर के बीच स्थित इस जगह को रामनगरम के नाम से जाना जाता है. लेकिन शोले ने इसे रामगढ़ के नाम से मशहूर कर दिया है. ये गांव अपनी ख़ूबसूरती के लिए जाना जाता है.
3- चरणपुर (स्वदेश)
महाराष्ट्र के सतारा ज़िले में स्थित इस गांव को स्वदेश फ़िल्म में शाहरुख ख़ान के पैतृक गांव के तौर पर दिखाया गया था. मेनवली घाट पर स्थित इस मंदिर को आपने फ़िल्म में भी देखा होगा. ये गांव आज भी अपनी ख़ूबसूरती, मंदिरों, पहाड़ियों को पहले की तरह ही बरकरार रखे हुए है.
4- अभानेरी (पहेली)
शाहरुख़-रानी स्टारर इस फ़िल्म की अधिकतर शूटिंग अभानेरी गांव में ही हुई थी. याद है न जगह जहां पर ख़ूबसूरत रानी को भूत बने शाहरुख़ से प्यार हो जाता है. जयपुर से करीब 97 किमी दूर ये ख़ूबसूरत गांव घूमने-फिरने के लिए एक अच्छी जगह मानी जाती है.
5- चंपानेर (लगान)
चंपानेर गुजरात का एक ऐतिहासिक नगर है. फ़िल्म में दिखाया गया था कि कैसे ब्रिटिश राज के दौरान चंपानेर के एक छोटे से गांव में भुवन और अंग्रेज़ों की टीम के बीच खेले गए क्रिकेट मैच में अंग्रेज़ों की हार के बाद गांव का लगान माफ़ हो गया था. गांव वालों के मुताबिक़ इस फ़िल्म की ज़्यादातर शूटिंग इसी गांव में हुई थी.
6- सुंदरपांडियनपुरम (रोजा)
रोजा फ़िल्म देखो हो तो उस ख़ूबसूरत झरनों वाले गांव को कैसे भूल सकते हैं, जहां रोजा दिनभर अपनी सहेलियों के साथ उछल कूद करती रहती थी. उस ख़ूबसूरत गांव को हम कुत्रालम के नाम से जानते हैं, जिसे आज तमिलनाडु के मुख़्य पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है.
7- पुरुलिया (लुटेरा)
लुटेरा फ़िल्म जितनी शानदार थी, इसमें दिखाया गया गांव उतना ही ख़ूबसूरत था. फ़िल्म में सोनक्षी सिन्हा पुरुलिया में ही रहती हैं. पश्चिम बंगाल का ये पुरुलिया ज़िला चारों ओर से ख़ूबसूरत पहाड़ियों और तालों से घिरा है. जो पहली नज़र में ही दिल को भा जाता है.
8- बुदबुदा (बिल्लू)
शाहरुख़-इरफ़ान स्टारर ये फ़िल्म ज़्यादातर तमिलनाडु के पोलाची में ही फ़िल्माई गयी थी. जो हमेशा से ही अपनी ख़ूबसूरती से बॉलीवुड को आकर्षित करता आया है. इस गांव को कई साउथ फ़िल्मों में भी दिखाया गया है.
9- बादामी (गुरु)
फ़िल्म में इसे गुजरात के एक गांव के तौर पर दिखाया गया था, लेकिन असल में ये गांव कर्नाटक में स्थित हैं. पत्थर की चट्टान पर बना ये मंदिर इस गांव के आकर्षण का मुख़्य केंद्र है.
10- महमदाबाद (डेढ़ इश्किया)
फ़िल्म में बाराबंकी के महमदाबाद को अवध के साम्राज्य के तौर पर दिखाया गया था. महमदाबाद की इसी पुरानी हवेली में फ़िल्म की आधी शूटिंग हुई थी.
अगर आपके शहर या गांव में भी किसी फ़िल्म की शूटिंग हुई है, तो वो यादें हमारे साथ शेयर करें.