बॉलीवुड आज से नहीं, बल्कि कई दशकों से हमारा मनोरंजन करता आ रहा है. बॉलीवुड फ़िल्में हमेशा से ही हमारी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा रही हैं. इन फ़िल्मों की कहानी को कभी हम ख़ुद की कहानी से जोड़कर देखते हैं, तो गाने हमारे हर सुख और दुःख के साथी होते हैं. सिर्फ़ इतना ही नहीं फ़िल्मी डायलॉग्स भी हर वक़्त हमारी जुबान पर होते हैं. लेकिन पिछले कई सालों से चली आ रही बॉलीवुड फ़िल्मों की कुछ स्टीरियोटाइप बातें दर्शकों को कभी-कभी परेशान करती हैं.
आज हम बॉलीवुड फ़िल्मों की कुछ ऐसी ही स्टीरियोटाइप चीज़ों का ज़िक्र करने जा रहे हैं, जिन्हें देखकर आपको भी लगता होगा कि आख़िर इन चीज़ों को ऐसे क्यों पेश किया जाता है.
1- फ़िल्मों के हीरो
-साइकिल से लेकर हवाई जहाज़ तक चलाना जनता है.
-हीरोइन को छेड़ने वाले 10 गुंडों को एक साथ मार सकता है.
-जो हीरोइन को पाने के लिए कुछ ही साल में अमीर बन जाए.
-फ़िल्म का हीरो अमीर होगा तो उसे ग़रीब लड़की से ही प्यार होगा.
2- फ़िल्मों की हीरोइन
-अमीर होगी तो छोटे कपड़े पहनेगी, ग़रीब होगी तो सूट.
-हीरोइन अपनी दोस्त से ज़्यादा ख़ूबसूरत होगी.
-हीरोइन हीरो से आसानी से इम्प्रेस नहीं होगी.
-ग़रीब हीरोइन की मां, बाप या भाई बीमार होगा.
3- फ़िल्मों में हीरो का अमीर बाप
-हीरो का बाप हमेशा सूट-बूट पहने हुए दिखेगा.
-हाथ में शराब और आंखों में चश्मा होगा.
-बेटे के ग़रीब दोस्तों से नफ़रत करता होगा.
-हर वक़्त फ़ोन पर 400-500 करोड़ की बात करता हो.
4- फ़िल्मों में सरदार
-जो ‘मक्के दी रोटी सरसों दा साग’ की बात करेगा.
-कनाडा का टैक्सी ड्राइवर सरदार ही होगा.
-हर वक़्त पैग-सैग लगाने की बात करता हो.
-लस्सी पीता है और बटर चिकन खाता है.
5- फ़िल्मों का विलेन
-वो आलिशान ज़िंदगी जीता हो.
-जो ग़ैरकानूनी धंधे करता होगा.
-हर वक़्त उसके आस-पास 3-4 चमचे होंगे.
– शहर का हर शख़्स उससे डरता होगा.
6- फ़िल्मों का मुसलमान
-जो हमेशा टोपी पहने रहेगा.
-नमाज़ पढ़ते हुए दिखाया जायेगा.
-उसे धोखा देने वाला और आतंकवादी दिखाया जायेगा.
-साइकिल या मोटर साइकिल रिपेयर की दुकान होगी.
7- फ़िल्मों में हीरो की मां
-बेटे के लिए अपनी पसंद की बहू चाहती होगी.
-बहू सुन्दर और सीधी-सादी होनी चाहिए.
-बहू को घर का काम और खाना बनाना आना चाहिए.
-बहू के लिए अपनी सास का दिया हुआ हार संभाल कर रखा होगा.
8- फ़िल्मों में NRI
-पापा के कहने पर इंडिया में लड़की देखने आएगा.
-NRI को हमेशा अमीर ही दिखाया जायेगा.
-NRI शराब पीता होगा, उसकी ढेर सारी गर्लफ्रेंड्स होंगी.
-NRI के घर की खिड़की से वहां की फ़ेमस जगह दिखाई देगी.
9- फ़िल्मों में हीरो और हीरोइन के दोस्त
-हीरो या हीरोइन से कम ख़ूबसूरत होंगे.
-हर समय हीरो या हीरोइन के साथ ही दिखाई देंगे.
अमीर हीरो या हीरोइन के दोस्त अधिकतर ग़रीब ही होंगे.
-हीरो हीरोइन को पटाने के लिए पहले उसकी दोस्त को इम्प्रेस करेगा.
10- फ़िल्मों के कुछ घिसे पिटे डायलॉग
-भगवान के लिए मुझे छोड़ दो.
-मैं तुम्हारे बिना जी नहीं सकती.
-मैं तुम्हारे बच्चे की मां बनने वाली हूं.
-कान खोलकर सुन लो उस लड़के से तुम्हारी शादी नहीं होगी.
11- फ़िल्मों का साउथ इंडियन
-वो तमिल होगा क्योंकि अधिकतर लोगों के लिए साउथ का मतलब तमिल होता है.
-उसे रजनीकांत का फ़ैन दिखाया जायेगा.
-हर जगह उसे लुंगी पहने हुए दिखाया जायेगा.
-वो सिर्फ़ इडली डोसा और सांभर ही खाता हो.
12- फ़िल्मों में गे शख़्स
-रंगीन और आकर्षक कपड़े पहनता हो.
-मटक मटक के चलते हुए दिखाया जायेगा.
-वो फ़ैशन इंडस्ट्री से जुड़ा होगा.
-पुरुषों पर डोरे डालता होगा और उसकी दोस्त लड़कियां ही होंगी
13- फ़िल्मों में गोवा का शख़्स
-उसका कोई क्रिश्चियन नाम होगा जैसे- एंथोनी.
-गिटार बजाता होगा, रंगीन और चमकीली शर्ट पहनता हो.
-उसे किसी रेस्ट्रोरेंट का मालिक दिखाया जायेगा.
-वो बीयर पीने का शौक़ीन होगा.
14- फ़िल्मों का पुलिसवाला
-वो बेहद गुस्से वाला होगा.
-उसे किसी न किसी पावरफुल शख़्स का करीबी दिखाया जायेगा.
-अनुशासनहीनता के कारण जिसे निलंबित कर दिया जाता हो.
-शहर के सबसे बड़े डॉन को सुधारने के लिए उसे अलग से बुलाया जाता है.
दोस्तों अगर आप भी फ़िल्मों की कुछ ऐसे ही स्टीरियोटाइप बातों के बारे में जानते हैं तो हमारे साथ शेयर करें.