‘पीहू’ नाम, तो सुना ही होगा?
आज कल हर जगह-जगह पीहू-पीहू हो रहा है. पीहू यानि मायरा विश्वकर्मा, 2 साल की वो बच्ची जिसने एक्टिंग की दुनिया में एक नया इतिहास रच दिया है. ‘पीहू’ फ़िल्म का निर्देशन विनोद कापड़ी ने किया है. सबसे पहले फ़िल्म निर्देशक को सलाम, जिसने दो साल की बच्ची से एक्टिंग कराने का जोख़िम लिया. दूसरा सलाम उस बच्ची को, जो अकेले अपने दम पर दर्शकों को थेयटर तक खींच लाई.
फ़िल्म में कई ऐसे सीन हैं, जिसे देख कर आपकी सांसे थम जायेंगी. इसके साथ ही आप मन ही मन ये सोचेंगे, यार ये बच्ची क्या कर रही है, प्लीज़ कोई इसे बचा लो. सोचने वाली बात है ये कि दो साल की बच्ची ने ऐसे ख़तरनाक सीन्स दिये कैसे होंगे, यानि दो साल का बच्चा न ढंग से बोल सकता है और न ही उसे अच्छे से कोई बात समझ आती है. इसके बाद भी एक छोटी सी बच्ची ने पूरी फ़िल्म शूट कर ली, आखिर कैसे?
मायरा की एक्टिंग देख कर आपके मन में कई सवाल आना वाज़िब है, लेकिन इसका जवाब सिर्फ़ मायरा ही दे सकती है. ‘पीहू’ फ़िल्म की शूटिंग के दौरान मायरा दो साल की थी, लेकिन अब वो 6 साल की हो चुकी है. जिस वक़्त फ़िल्म की शूटिंग हो रही थी, उस समय इस बच्ची को पता भी नहीं था कि वो क्या रही है. शायद इसे कुदरत का करिश्मा और डायरेक्टर का दिमाग़ ही कहेंगे, जो छोटी सी बच्ची पर पूरी एक मूवी बन गई. सिर्फ़ मूवी ही नहीं, बल्कि एक बेहतरीन मूवी जो दर्शकों को काफ़ी पसंद आ रही है.
यही नहीं, फ़िल्म के डायरेक्टर विनोद कापड़ी का ये भी कहना है कि फ़िल्म के अधिकतर सीन मायरा ने ख़ुद दिये हैं. इसके साथ ही उसने कई जगहों पर उन्हें सही रास्ता भी दिखाया. क्या सच में दो साल के बच्चे के लिये, एक मूवी शूट करना आसान है, जवाब होगा नहीं. पर मायरा ने ये कर दिखाया.
इस दो साल की बच्ची ने अपनी एक्टिंग के हुनर से दिखा दिया कि फ़िल्म हिट कराने के लिये अच्छी स्टोरी और कलाकार की एक्टिंग ही काफ़ी है. सवाल ये भी है कि अगर ये बच्ची दो साल की उम्र में इतना नाम कमा सकती है, तो आगे जा कर क्या कमाल दिखायेगी? वैसे आपने अब तक पीहू देखी या नहीं? अगर नहीं देखी, तो देख लो इस बच्ची से प्यार हो जायेगा.