सच कहूं तो एक समय था जब टीवी धारावाहिक देखने में अच्छा लगता था. मनोरंजन का बड़ा साधन थे हमारे बचपन वाले सीरियल. पर समय के साथ टीवी वालों को पता नहीं क्या हो गया है, सीरियल के नाम पर कुछ भी बना देते हैं. वही सास-बहू के ड्रामे देख कर पक गये हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा है, तो समय आ गया है, जब मूड फ़्रेश करने के लिये पाकिस्तानी सीरियल देखे जाएंगे.
सीरियल के शौक़ीन लोग इन पाकिस्तानी सीरियल को अपनी प्ले लिस्ट में शामिल करें और फ़ौरन देख डालें.
1. ज़िंदगी गुलज़ार है
ये कहानी कशाफ़ मुर्तजा और जरून जुनैद की है. इन दोनों की खट्टी-मीठी नोक-झोक आपका दिल जीत लेगी.
2. सदक़े तुम्हारे
‘सदक़े तुम्हारे’ की कहानी एक गांव की लड़की और शहर के लड़के के रिश्ते को दिखाती है. सीरियल का डायरेक्शन और एक्टिंग बहुत ही नेचुरल है, जिसे देखते हुए बोरियत का एहसास नहीं होगा.
3. हमसफ़र
सीरियल की कहानी खिराद और अशर की ज़िंदगी पर आधारित होती है. खिराद और अशर अपने माता-पिता की इच्छा पूरी करने के लिये एक-दूसरे से शादी कर लते हैं. इसके बाद शुरू होता है, उनकी ज़िंदगी का असली संघर्ष.
4. दीयर-ए-दिल
सीरियल में आपको एक ऐसी जॉइंट फ़ैमिली की कहानी देखने को मिलेगी, जो सिर्फ़ पितृसत्ता को दिखाती है. इसके बारे में इतना कहेंगे कि नाटक देख कर आप बोर नहीं होंगे.
5. दाम
‘दाम’ की कहानी आज के धारावाहिकों से काफ़ी अलग है. सीरियल देखते हुए आपको एहसास होगा कि हमारा स्वार्थीपन किस तरह हमारा जीवन प्रभावित कर सकता है.
6. दांस्ता
कहानी में दिखाया गया है क्या होता है जब भारत-पाकिस्तान विभाजन के समय दो प्यार करने वाले बिछड़ जाते हैं. त्रिकोणीय प्रेम कहानी पर आधारित सीरियल आपको बहुत पसंद आने वाला है.
7. थकान
सीरियल की कहानी सदाफ़ नामक महिला के ईद-गिर्द घूमती है. वो महिला जिसकी आमदनी से पूरा परिवार चलता है, लेकिन फिर भी उसकी क़द्र नहीं होती. ज़िंदगी की कठिनाईयों से लड़ती सदाफ़ की कहानी से आपको बहुत कुछ सीखने को मिलेगा.
8. ख़ुदा और मोहब्बत
सीरियल देखने के बाद आपको पाकिस्तान के बारे में बहुत कुछ समझ आने वाला है. यह कहानी पाकिस्तानी समाज में प्रेम और आध्यात्मिकता की संघर्षपूर्ण विचारधाराओं को दर्शाती है.
सीरियल देखने के बाद हमें फ़ीडबैक ज़रूर दीजियेगा.