इस समय अगर सोशल मीडिया से लेकर ख़बरों तक में कोई छाया हुआ है, तो वो हैं रानू मंडल. इन दिनों रेनू मंडल अर्श से लेकर फ़र्श तक पहुंचने की मिसाल बनी हुई हैं. हाल ही में उन्होंने फ़िल्म ’36 चाइना टाउन’ के ‘आशिकी में तेरी’ गाने की रिकॉर्डिंग पूरी की. हिमेश रेशमिया की फ़िल्म में ये उनका गाया हुआ तीसरा गाना है.
रेनू मंडल के बढ़ते हुए करियर ग्राफ़ देख कर कई लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. एक ओर जहां हर कोई रेनू मंडल की तारीफ़ करते हुए नहीं थक रहा, वहीं दूसरी ओर उनकी बेटी एलिज़ाबेथ साथी रॉय ने उन्हें मानसिक रोगी बताया है. एक इंटरव्यू में रानू मंडल की बेटी एलिज़ाबेथ ने बताया कि उनकी मां का मानिसक सुतंलन बिगड़ा हुआ है और वो दिमाग़ी रूप से स्वस्थ नहीं हैं.
दरअसल, सोशल मीडिया पर मिली पॉपुलिरिटी के बाद ही रानू मंडल अपनी बिछड़ी बेटी के संपर्क में आई थी. वहीं अब एलिज़ाबेथ कहना है, उन्हें नहीं पता था कि उनकी मां रेलवे स्टेशन पर गाती थी. क्योंकि वो रोज़ाना अपनी मां से नहीं मिलती थी. 2 महीने पहले एलिज़ाबेथ ने अपनी रानू मंडल को धर्मताला के बस स्टैंड पर बैठा देखा था. रानू मंडल को बस स्टॉप पर बैठा देख एलिज़ाबेथ ने उन्हें 200 रुपये दे कर घर जाने की सलाह दी.
एलिज़ाबेथ का कहना है कि रानू मंडल की दो बार शादी हुई थी, जिससे उनके 4 बच्चे हैं. वो उन चार बच्चों में से एक हैं. एलिज़ाबेथ भी अपने पति से तलाक लेकर अलग रह रही हैं और उनकी अपनी एक ग्रोसरी की दुकान है. दुकान के पैसों से वो अपना और अपने 4 साल के बेटे का पालन-पोषण करती हैं. रानू मंडल की बेटी ने सफ़ाई देते हुए कहा है कि उन्होंने कई बार अपनी मां को साथ रखने की कोशिश की, पर वो ख़ुद साथ नहीं रहीं.
इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें उनकी मां से दूर रखने में रानाघाट के Amra Shobai Shoitaan क्लब का भी बहुत बड़ा हाथ है.
रानू मंडल की बेटी की बातों में कितनी सच्चाई है इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाज़ी होगा.