इस वक़्त बॉलीवुड के कई एक्टर्स कोविड-19 की चपेट में आ चुके हैं. हाल ही में बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार भी कोरोना पॉज़िटिव पाए गए हैं. उन्होंने अपने कोरोना पॉज़िटिव होने की जानकारी ट्वीट करके बताई. हालांकि, जहां बाकी स्टार्स से लोग हमदर्दी दिखा रहे हैं. वहीं, खिलाड़ी कुमार को ज़बरदस्त तरीके से ट्रोल किया जा रहा है.
इसके पीछे वजह बना है डाबर च्यवनप्राश. दरअसल, अक्षय दिसंबर 2020 से ही डाबर च्यवनप्राश के ब्रांड एम्बेसडर हैं, जो ये दावा करता है कि रोज़ाना दो चम्मच च्यवनप्राश खाने से इम्युनिटी बढ़ती है और ये कोविड से प्रोटेक्शन देता है. अब ऐसे में डाबर च्यवनप्राश के साथ-साथ अक्षय कुमार की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
बता दें, जब अक्षय डाबर च्यवनप्राश के ब्रांड एम्बेस्डर बने थे, तब उन्होंने कहा था कि ‘मुझे वास्तव में विश्वास है कि एक साथ, डाबर और मैं, हर घर, हर व्यक्ति तक डाबर च्यवनप्राश ले जाएंगे, ताकि सामूहिक रूप से हमारे देश की इम्युनिटी मज़बूत हो जाए और हम हर चुनौती को जीत सकें.’
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अब ऐसे में ये सवाल उठता है कि क्या अक्षय, जो डाबर च्यवनप्राश को हर घर तक पहुंचाने की बात कर रहे थे, वो क्या अपने घर पर इसे लाना भूल गए? क्या स्टार्स सिर्फ़ प्रोडेक्ट के प्रचार के लिए पैसा ले लेते हैं, लेकिन उन्हें इस्तेमाल नहीं करते?
अगर ऐसा है तो ये अपने फ़ैन्स के साथ न सिर्फ़ धोखा कहलाएगा, बल्कि उनकी ज़िंदगियों से खेलना भी माना जाएगा. क्योंकि बहुत से लोग इन स्टार्स को अपना रोल मॉडल मानते हैं और उनके कहने पर चीज़ें यूज़ करने लगते हैं. लोग इन स्टार्स के कहने पर न सिर्फ़ अपनी मेहनत का पैसा इन प्रोडेक्ट्स पर ख़र्च कर रहे हैं, बल्कि अपनी हेल्थ भी उन्हें सौंप रहे हैं.
दूसरा, अग़र अक्षय कुमार भी अपने प्रचारित किए गए प्रोडेक्ट का यूज़ करते हैं तो फिर डाबर च्यवनप्राश के दावे पर सवाल खड़े होना लाज़मी हैं. क्योंकि जो एक्टर उनका ब्रांड एम्बेस्डर है वो ही कोरोना पॉज़िटिव हो गया है. जबकि कंपनी का कहना है कि 5 केंद्रों पर हुई क्लिनिकल स्टडी के बाद ये साबित हुआ है कि डाबर च्यवनप्राश, कोविड19 से प्रोटेक्शन में मदद करता है.
आइए देखते हैं कि सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स का क्या कहना है.
ध्यान रहे कि यहां हमारा मक़सद अक्षय कुमार की बीमारी का मज़ाक बनाना कतई नहीं है. हम सब चाहते हैं कि वो जल्द से जल्द रिकवर हो जाएं. लेकिन उस मज़ाक पर बात तो करनी होगी, जो लोगों के साथ किया जा रहा है. क्योंकि ये पहली बार नहीं है, जब इन सेलेब्स के किसी प्रोडेक्ट को लेकर किए गए दावे ग़लत साबित हुए हों.
इसके पहले क्रिकेटर सौरव गांगुली के साथ भी ऐसा हो चुका है. सौरव फॉर्च्यून कुकिंग तेल का विज्ञापन करते थे, जो हार्ट को हेल्दी रखने का दावा करता है. लेकिन सौरभ गांगुली को जब हार्ट अटैक आया था, उस वक़्त भी सोशल मीडिया पर ऐसे ही ट्रोलिंग की गई थी, जिसके बाद कंपनी को सौरव वाले विज्ञापन पर रोक तक लगानी पड़ गई थी.