एक तरफ़ जहां अजय देवगन, अक्षय कुमार और करन जौहर जैसे स्टार्स रिहाना के ट्वीट को नज़रअंदाज़ करने की सलाह दे रहे थे. वहीं दूसरी ओर एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा ने खुल कर अपनी दंबग राय रखी. विदेशी हस्तियों के हस्ताक्षेप पर सोनाक्षी सिन्हा ने इस्टाग्राम पर लिखा, ये लोग कृषि बिल और कृषि क्षेत्र की बारीकियों को नहीं जानते हैं. पर यहां बात सिर्फ़ बिल की नहीं है.
यहां मुद्दा मानवाधिकार उल्लंघन का है. फ़्री इंटरनेट सेवा को बंद करने का है. पत्रकारों पर अत्याचार का है. नफ़रत भरा भाषण, सत्ता का दुरुपयोग और सरकार के प्रोपेगैंडा ने ग्लोबल स्तर पर सबका ध्यान खींचा. इस्टाग्राम स्टोरी में सोनाक्षी लिखती हैं कि ये लोग कोई एलियंस नहीं है, बल्कि हम सबकी तरह इंसान ही हैं, जो कि दूसरे इंसान के लिये आवाज़ उठा रहे हैं.
सोनाक्षी कहती हैं, नीति और क़ानून के प्रति लोगों की राय अलग-अलग हो सकती है, लेकिन इसे दूसरे मतभेदों का हिस्सा न बनने दें. सोनाक्षी ने अपनी पोस्ट में मानवाधिकार के हनन पर विरोध जताया है. इसके साथ ही लोगों से भी कहा कि बाहरी ताकतें देश में अशांति नहीं फैला रही हैं, बल्कि वो बस इंसान होकर इंसानों के हित में बोल रही हैं.
सोनाक्षी सिन्हा ने अपनी पोस्ट में वो सारी बातें लिखीं, जिन्हें कहना बेहद आवश्यक था. एक्ट्रेस की पोस्ट में निडरता और सच्चाई थी. इसलिये उनकी इन बातों ने सोशल मीडिया वालों का ध्यान खींचा और सबसे जमकर तारीफ़ पाई.
एक तरफ़ जहां बॉलीवुड के एक गुट ने दोग़लापन दिखाया है. वहीं सोनाक्षी ने अपनी राय रख कर लोगों को सच्चाई का आईना दिखाया और हमारा दिल जीत लिया.