Jawan Sanya Malhotra track similar to Gorakhpur tragedy: फ़िल्म जवान इस वक़्त ताबड़तोड़ कमाई कर रही है. जिन लोगों ने शाहरुख़ ख़ान की ये फ़िल्म देखी है, उन्हें सान्या मल्होत्रा का क़िरदार और ट्रैक बेहद पसंद आया होगा. सान्या ने डॉ. इरम का किरदार निभाया है, जो सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति की कमी को हल करने की कोशिश करती है, जिसके कारण 63 बच्चों की मौत हो जाती है. बाद में उन्हें बच्चों की मौत के बाद जेल जाना पड़ता है. (Dr Kafeel Khan thanks Shah Rukh Khan)
इस ट्रैक को देखने के बाद लोगों को 2017 के गोरखपुर अस्पताल त्रासदी की याद आ गई, जिसमें ऑक्सीजन की कमी से 63 बच्चों की मौत हो गई थी. इस दर्दनाक हादसे में मेडिकल लापरवाही के आरोप में डॉ. कफ़ील खान (Dr. Kafeel Khan) को गिरफ़्तार किया गया था.
‘जवान’ (Jawan) में भी गोरखपुर अस्पताल जैसे हादसे को दिखाए जाने के बाद डॉ. कफील खान को टैग कर लोग उन्हें मूवी देखने की सलाह दे रहे हैं. एक वीडियो में डॉ. कफ़ील ने कहा कि उन्होंने ‘जवान’ तो नहीं देखी है, लेकिन रील और रियल लाइफ़ में बहुत फ़र्क होता है. उन्होंने डायरेक्टर एटली और शाहरुख खान को थैंक्यू भी कहा है.
डॉ. कफ़ील ने एक्स (ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट कर ‘जवान’ के मेकर्स को उनकी लाइफ की सबसे बड़ी घटना को फ़िल्माने के लिए शुक्रिया कहा. उन्होंने कहा, “मैंने जवान देखी तो नहीं पर लोग फ़ोन मेसेज कर कह रहे आपकी याद आयी. फ़िल्मी दुनिया और असली ज़िंदगी में बहुत फ़र्क़ होता है. जवान में गुनहगार स्वास्थ्य मंत्री वगैरह को सज़ा मिल जाती है पर यहां तो मुझे और उन 81 परिवार आज भी इंसाफ़ के लिए भटक रहे. शाहरुख़ ख़ान और एटली सर का शुक्रिया ये सोशल इशू उठाने के लिए.”
बता दें, साल 2017 में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम से पीड़ित 63 बच्चे गोरखपुर के सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते मर गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार ने इसका कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी को ना मानकर डॉ. कफील को कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में जेल भेज दिया था.
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