भारत में 1975 में लगाई गई Emergency देश के सबसे काले अध्यायों में से एक है. हज़ारों नेताओं को जेल में डाला गया, प्रेस पर प्रतिबंध (Press Censorship) लगाया गया, फ़िल्में भी इस काले अंधकार से अछूती नहीं थी. एक लेख की मानें तो उस दौर में शराब की एक बोतल या ख़ून की एक बूंद भी दिख जाती तो सीन काट दिये जाते थे. एक्शन सीक्वेंस (Action Sequence) भी लिमिटेड ही दिखाये जा सकते थे, 90 सेकेंड के 6 ही फ़ाइट सीन दिखाने की अनुमति थी.
इमरजेंसी काल में डॉक्युमेंट्री फ़िल्म निर्माता (Documentary Filmmaker) K.L.Khandpur और N.S.Thapa, सेन्ट्रल बॉर्ड ऑफ़ फ़िल्म सर्टिफ़िकेशन (Central Board of Film Certification) के प्रमुख थे और सरकार का हर आदेश मानते थे. ये दोनों मिलकर, Experienced Directors से फ़िल्म में कई मनमाने कट्स करवाते.
ये भी पढ़िए- आज़ाद भारत के सबसे काले अध्याय की गवाह हैं ये 15 दुर्लभ तस्वीरें
किशोर कुमार पर प्रतिबंध लगाने का कारण क्या था?
इमरजेंसी काल में संजय गांधी ने अपना प्रोजेक्ट- 20 Point Economic Programme लॉन्च किया था. इसके प्रचार के लिये टीवी और रेडियो पर विज्ञापन जाने थे. जब अधिकारियों ने ये प्रपोज़ल किशोर कुमार के पास रखा तब उन्होंने साफ़ इंकार कर दिया और कहा कि वो रेडियो या टीवी के लिये गाने की इच्छा नहीं रखते हैं.
मनोज कुमार ने भी किया विरोध
इमरजेंसी लगाने के सपोर्ट में थे अभिनेता, मनोज कुमार लेकिन इमरजेंसी काल में उन्होंने इसका डटकर विरोध किया. मंत्री विद्या चरण शुक्ला के लोग जब मनोज कुमार के पास अमृता प्रीतम द्वारा लिखी हुए एक प्रो-इमरजेंसी डॉक्युमेंट्री (Pro-Emergency Documentary) का ऑफ़र लेकर पहुंचे तब मनोज ने भी साफ़ मना कर दिया.
देव आनंद ने दी खुली चुनौति
देव आनंद और शत्रुघ्न सिन्हा को भी किशोर कुमार की तरह ऑफ़र और धमकियां दी गईं. शत्रुघ्न सिन्हा से तो यहां तक कहा गया कि अगर वो बिहार चुनाव प्रचार में हिस्सा नहीं लेंगे तो उन्हें बरोडा डायनामाइट केस में फंसा दिया जायेगा लेकिन सिन्हा ने इंकार कर दिया.
देव आनंद एक क़दम आगे बढ़ गये और अपने भाइयों, चेतन आनंद और विजय आनंद के साथ मिलकर पब्लिकली सरकार की आलोचना की. देव आनंद ने अपनी ऑटोबायग्राफ़ी Romancing With Life में इन घटनाओं की चर्चा की है.
उस दौर में इन कलाकारों ने जो किया वो न सिर्फ़ आज के कलाकारों को जानना चाहिये बल्कि उनसे हिम्मत लेने की भी कोशिश करनी चाहिये.