नंदिता दास की ‘मन्टो’ का पहला लुक, कान्स फ़िल्म फ़ेसटिवल में रिलीज़ किया गया. मशहूर लेखक, सआदत हसन ‘मन्टो’ की बायोपिक में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी ने मन्टो का किरदार निभाया है. अभिनेत्री रसिका दुग्गल ने, सफ़िया मन्टो का किरदार निभाया है. कान्स फ़िल्म फेस्टिवल में ही इस फ़िल्म का पहला लुक जारी किया गया.
फ़िल्म के पहले लुक में, नवाज़ुद्दीन और रसिका बातचीत करते हुए नज़र आ रहे हैं. मन्टो के किरदार के लिए नवाज़ुद्दीन से बेहतर कोई हो ही नहीं सकता, वहीं रसिका भी हूबहू सफ़िया जैसी ही दिख रही हैं.
रसिका ने India Today से हुई बातचीत में कहा:
‘नंदिता मन्टो के लिए जी-जान से मेहनत कर रही हैं. उन्होंने फ़िल्म के लिए काफ़ी रिसर्च किया है. वे मन्टो के बच्चों और सफ़िया की बहन के संपर्क में हैं. इतने गहरे शोध के बाद ही उन्होंने स्क्रीप्ट लिखी है.’
जब से मन्टो पर फ़िल्म की बात सुनी है, तब से एक सवाल मगज में घर बनाए बैठ गया है. हमारे यहां लेखकों, शायरों पर फ़िल्में क्यों नहीं बनती? इसका जवाब जितनी ज़रूरी है उतना ही मुश्किल भी है. वैसे भी बिना बड़े कलाकारों के या टूटे दिल वाले आश़िकों के हमारी हिन्दी फ़िल्में कम ही चलती है.
मन्टो और सफ़िया के रिश्ते जितने उलझे हुए थे फ़िल्म का पहला लुक उतना ही सुलझा हुआ है. हमें इस बात की भी उत्सुकता है कि इस्मत का किरदार कौन सी अभिनेत्री निभा रही है.
मन्टो के किरदार को नवाज़ुद्दीन से बेहतर कोई निभा नहीं सकता. बॉलीवुड में बनने वाले तमाम बायोपिक में सिर्फ़ बड़े किरदार ही नज़र आते हैं, उनके लुक की जगह बॉलीवुड में उनके ओहदे को तवज्जो दी जाती है. मिसाल के तौर पर ब़ॉक्सर मैरी कॉम की बायोपिक में किसी भी उत्तर-पूर्वी राज्य की अभिनेत्री को भी लिया जा सकता था. इसमें कोई शक नहीं की प्रियंका ने मैरी कॉम के किरदार को बख़ूबी निभाया लेकिन वे सिर्फ़ अपने बातचीत के तरीके को बदल सकती हैं, अपने चेहरे को नहीं.
नंदिता ने मन्टो का किरदार निभाने के लिए नवाज़ुद्दीन को कास्ट किया और हम मन्टो की कहानी को पर्दे पर देखने के लिए बेसब्र हैं.
ख़बरों के मुताबिक फ़िल्म की शूटिंग जून में ख़त्म हो जाएगी. बॉक्स-ऑफ़िस पर ये फ़िल्म कितना कमाल करेगी ये तो कहना मुश्किल है, क्योंकि बायोपिक में किसी बड़े किरदार ने काम नहीं किया है.
Source: India Today