बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को फ़िल्म इंडस्ट्री में काम करते हुए 50 साल से भी ज़्यादा समय हो गया है. काम के प्रति उनकी निष्ठा और लगन को देख कर आज भी एक्टर्स ही नहीं, बल्कि आम लोग भी उनसे प्रेरणा लेते हैं. उनके काम से जुड़ा एक ऐसा ही क़िस्सा हम आज आपको बताएंगे. ये स्टोरी उनके स्ट्रग्लिंग डेज़ से जुड़ी है.
आज हम जो क़िस्सा आपको बताने जा रहे हैं वो अमिताभ बच्चन की पहली फ़िल्म 7 हिंदुस्तानी से जुड़ा है. अमिताभ ने इस मूवी में एक क्रांतिकारी अनवर अली का रोल प्ले किया था. उन्हें क्रांतिकारी का लुक देने के लिए नक़ली दाढ़ी भी लगाई गई थी. उनका मेकअप किया था उस ज़माने के फ़ेमस मेकअप आर्टिस्ट पुंढरी जुकर ने.
वो मेकअप करने में इतने माहिर थे कि उनसे मेकअप करवाने के लिए उस ज़ामने में एक्टर्स की लाइन लगा करती थी. उन्होंने मीना कुमारी, दिलीप कुमार, मधुबाला, राजेश खन्ना, नूतन, राज कपूर,अशोक कुमार, देव आनंद, सुनील दत्त, अमिताभ बच्चन, राज कुमार, शाहरुख़ ख़ान, आमिर ख़ान, करीना कपूर, विद्या बालन, माधुरी दीक्षित जैसे स्टार्स का भी मेकअप किया है.
ख़ैर बात करते हैं अमिताभ की पहली फ़िल्म सात हिंदुस्तानी की. इसकी शूटिंग चल रही थी गोवा में. इसके लिए पुंढरी दादा ने उनका मेकअप किया. पर अचानक उन्हें किसी काम से 6 दिनों के लिए मुंबई जाना पड़ा. तब उन्होंने अमिताभ से पूछा कि-”अब तुम क्या करोगे, क्योंकि मैं तो 6 दिनों तक गोवा में नहीं रहूंगा.”
तब अमिताभ ने उनसे कहा था कि वो 6 दिनों तक इस मेकअप को संभाल कर रखेंगे. पुंढरी दादा मुंबई चले आए और उन्होंने अमिताभ की बात को सीरियसली नहीं लिया. मगर जब वो 6 दिन बाद वापिस आए तो उन्होंने पाया कि अमिताभ का मेकअप बिलकुल वैसा ही है जैसा वो छोड़ कर गए थे. मेकअप ख़राब न हो जाए इसलिए अमिताभ ने 6 दिन तक मुंह नहीं धोया और इतने दिन गर्दन से नीचे पानी डालकर ही स्नान किया था.
पुंढरी उनके जज़्बे को देखकर हैरान थे. साथ ही ये भी सोच रहे थे कि इस दौरान उन्होंने कैसे खाना खाया होगा, नहाए होंगे, इसके साथ ही कैसे सोए होंगे? उनका काम के प्रति ये डेडिकेशन देखकर पुंढरी दादा ने उनसे कहा था कि वो एक दिन ज़रूर सुपरस्टार बनेंगे. हुआ भी ऐसा ही. उनकी पहली फ़िल्म भले ही फ़्लॉप रही हो, मगर इस फ़िल्म से इंडस्ट्री में ऐसे स्टार का उदय हुआ जो आज भी फ़िल्म इंडस्ट्री पर राज कर रहा है.
77 साल की उम्र में भी आज अमिताभ फिल्मों में अभिनय कर रहे हैं. काम के प्रति उनका ये जज़्बा देखकर आज भी देश और दुनिया के करोड़ो लोगों को प्रेरणा मिलती है.