ख़ून से लथपथ बोगियां...Gadar का वो सीन, जिसे देखकर कांप गई थी रूह, जानिए कैसे हुआ था शूट?

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Gadar Train Scene : सनी देओल (Sunny Deol) और अमीषा पटेल (Ameesha Patel) की फ़िल्म ‘ग़दर: एक प्रेम कथा’ (Gadar: Ek Prem Katha) के 22 साल बाद मूवी का सीक्वल ‘ग़दर 2’ (Gadar 2) आ रहा है. 15 जून 2001 को रिलीज़ हुई इस फ़िल्म में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बीच जन्मी एक प्रेम कहानी को दर्शाया गया था. ये मूवी सुपर-डुपर हिट साबित हुई थी और उस दौरान इसने बॉक्स ऑफ़िस के सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिए थे. रिपोर्ट्स की बात करें, तो इसने दुनिया भर में 486 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था.

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इस मूवी में ऐसे-ऐसे सीन फ़िल्माए गए थे, जिनको देखकर लोगों की रूह कांप गई थी. इनमें से एक ट्रेन वाला सीन भी था, जिसमें ट्रेन के अंदर लाशें और ख़ून से लथपथ बोगियां दिखाई गई थीं. क्या आप जानते हैं कि इस सीन को इतनी भीड़ में कैसे फ़िल्माया गया था? आइए आपको बताते हैं. (Gadar Train Scene)

किराए पर लिया गया था स्टीम इंजन

दरअसल, ग़दर के ट्रेन वाले सीन में पुराने ज़माने की ट्रेन की बोगियां, स्टीम इंजन और लाशें दिखाई गई थीं. वो सीन काफ़ी इमोशनल कर देने वाला था. हालांकि, जिस वक़्त ये सीन फ़िल्माया गया था, उस दौर में स्टीम इंजन नहीं चलते थे. बेहद कम लोग ये बात जानते हैं कि उस सीन को फ़िल्माने के लिए स्टीम इंजन को मेकर्स ने ‘अकबर’ नाम के रेलवे म्यूज़ियम से किराए पर लिया था. सभी पोस्टर और होर्डिंग हटाकर 40 के दशक की ही चीजें लगा दी गई थीं, और उसी तरह से बदलाव कर दिया गया था.

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मेकर्स ने सीन के लिए ऐसे जुटाई थी भीड़

साथ ही भीड़ दिखाने के लिए मेकर्स ने लोगों से कहा था कि कुर्ता पायजामा में दिखने वाले लोगों को मूवी में काम करने का मौका मिलेगा. जिसके बाद देखते ही देखते कुर्ते-पायजामे में लोगों की भीड़ उमड़ आई थी. इसी तरह ग़दर के उस अहम सीन के लिए मेकर्स को भारी भीड़ मिल गई थी.

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सीन देखकर भर आई थीं आंखें

इस सीन ने हर किसी को इमोशनल दिया था. सीन में पाकिस्तान से अमृतसर ट्रेन खून से लथपथ और लाशों से भरी आती है. जिन लोगों ने इस सीन को देखा, उसकी रूह कांप गई थी. इस बारे में एक इंटरव्यू में डायरेक्टर अनिल शर्मा ने बताया था कि उस दौरान एक सिख थे, जो प्लेटफॉर्म की कुर्सी पर अपना सिर मार रहे थे. जब अनिल शर्मा ने उनसे कहा कि शूट ख़त्म हो गया है, तो उन्होंने बताया था कि ऐसा मंजर उन्होंने 50 साल पहले देखा था. उस दौरान वो 10 साल के थे. जब यही मंजर जैसा सीन उन्होंने दोबारा देखा, तो मानो उन्हें लगा कि पुराने ज़ख्म फिर उभर आए हैं.

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