बॉलीवुड (Bollywood) में हर साल सैकड़ों युवा एक्टर बनने का सपना लेकर मुंबई आते हैं, लेकिन सपने किसी-किसी के ही पूरे हो पाते हैं. बॉलीवुड में हीरो और हीरोइन बनने के लिए गुड लुक्स मायने तो रखता है, लेकिन टैलेंटेड होना भी उतना ही ज़रूरी है. बॉलीवुड में ऐसे कई कलाकार हुए हैं जिन्होंने गॉडफ़ादर के बिना ही अपने टैलेंट के दम पर इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. ऐसे ही एक कलाकार की चर्चा आज हम यहां करने जा रहे हैं, जिनके बचपन की एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हो रही है.
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आज हम आपको बॉलीवुड के एक ऐसे सुपरस्टार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इंडस्ट्री में वो मुक़ाम हासिल किया जो कोई दूसरा कलाकार नहीं कर पाया. 80 के दशक में अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत करने वाला ये कलाकार 90 के दशक का सबसे बड़ा सुपरस्टार था. तब इस अभिनेता ने एक के बाद एक सुपर-डुपर फ़िल्में देकर उस दौर के अभिनेताओं में खलबली मचा दी थी. लेकिन दुर्भाग्य से हर फन में माहिर ये अभिनेता आज एक-एक फ़िल्म के लिए तरस रहा है.
सोशल मीडिया पर अक्सर बॉलीवुड स्टार्स की बचपन की तस्वीरें वायरल होती हैं. फ़ैंस इन्हें देखकर अंदाज़ा ही नहीं लगा पाते कि ये किस स्टार की तस्वीर है. इन दिनों सोशल मीडिया पर एक बॉलीवुड सुपरस्टार की तस्वीर भी ख़ूब वायरल हो रही है. ये बच्चा आज भी बॉलीवुड का सबसे बड़ा एंटरटेनर कहलाता है. लेकिन दुःखद बात ये है कि फ़ोटो में दिख रहे इस मासूम बच्चे को पैदा होने पर उनके पिता ने गोद लेने से इंकार कर दिया था. क्या आप पहचान पाए इन्हें?
चलिए अब आपको ज़्यादा सस्पेंस में न रखते हुए इस बच्चे की पहचान बता ही देते हैं. तस्वीर में दिख रहा ये बच्चा कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड के हीरो नंबर वन गोविंदा (Govinda) हैं. क़रीब 55 साल पुरानी इस तस्वीर को देख गोविंदा को पहचान पाना बेहद मुश्किल हो रहा है. वो आज भी पहले की तरह ही ख़ूबसूरत हैं.
गोविंदा (Govinda) ने इस मुक़ाम तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है. बॉलीवुड में ‘चीची’ के नाम से मशहूर गोविंदा की इस क़ामयाबी के पीछे उनकी मां का मार्गदर्शन और आशीर्वाद है. आपने उन्हें फ़िल्मों में मां का दुलारा बेटा के तौर पर देखा होगा, असल ज़िंदगी में भी वो वैसे ही हैं. वो अपनी मां से बेहद प्यार करते हैं. मां को किसी देवी की तरह पूजते हैं. गोविंदा कई बार बता चुके हैं कि वो अपनी मां के पैरों को धोकर उसका पानी तक पी चुके हैं.
दरअसल, गोविंदा की मां निर्मला देवी एक्ट्रेस और पिता अरुण अहूजा भी एक एक्टर और डायरेक्टर थे. लेकिन कई फ़िल्में फ़्लॉप होने से उनके परिवार में ग़रीबी के बादल छा गए थे. ऐसे में उनकी मां ने साध्वी बनने का बड़ा फ़ैसला ले लिया था. सात्विक जीवन की वजह से वो अपने पति से अलग रहने लगी थीं, लेकिन इसी बीच उन्हें अपनी प्रेग्नेंसी का पता चला था.
गोविंदा ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘जब मैं मां के पेट में था तो वो साध्वी बन गई थीं और जब मैं पैदा हुआ तो पिता ने मुझे अपनाने से इंकार कर दिया था. क्योंकि पिता जी को लगता था कि मां मेरे कारण उनसे अलग होकर साध्वी बनी हैं. कुछ समय बाद जब लोगों ने उन्हें मेरे बारे में कहा कि कितना ख़ूबसूरत बच्चा है, कितना अच्छा लड़का है, तब जाकर उन्होंने मुझे प्यार करना शुरू किया’.
गोविंदा (Govinda) ने अपनी पहली ही फ़िल्म से दिखा कि वो बॉलीवुड पर राज करने आये हैं और उन्होंने ऐसा किया भी. 90 के दशक में में गोविंदा से बड़ा सुपरस्टार कोई नहीं था. गोविंदा की ‘शोला और शबनम’, ‘आंखें’, ‘राजा बाबू’, ‘कूली नंबर 1’, ‘हीरो नंबर 1’, ‘दीवाना मस्ताना’, ‘दूल्हे राजा’, ‘बड़े मियां छोटे मियां’, ‘हद कर दी आपने’, ‘जोड़ी नंबर 1’ और ‘पार्टनर’ समेत कई फ़िल्में सुपरहिट साबित हुई थीं.
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