किसी भी फ़िल्म इंडस्ट्री की रीढ़ की हड्डी (Backbone) होते हैं स्पॉट बॉय. ये वो लोग होते हैं, जो किसी भी फ़िल्म के सेट पर हर छोटी से छोटी चीज़ फ़िल्म के क्रू को मुहैया कराते हैं. खाना, लाइट्स, बैनर्स, कुर्सियां हर वो काम जिसके लिए आप किसी पर डिपेंड करते हैं. इन्हें कई बार स्टार्स की खरी-खरी भी सुननी पड़ती है. लेकिन फिर भी ये अपना काम पूरी लगन के साथ करते रहते हैं. ऐसे ही एक स्पॉट बॉय की कहानी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं, जो बहुत ही इंस्पायरिंग है.
एक्शन दादा के नाम से फ़ेमस इस स्पॉट बॉय की कहानी ह्यूमन्स ऑफ़ बॉम्बे ने अपने फ़ेसबुक पेज पर शेयर किया है.
‘मैं फ़िल्म इंडस्ट्री में स्पॉट बॉय के रूप में काम करता हूं. ये तब शुरू हुआ, जब मैं यूपी से मुंबई आया और एक Caterer के पास काम करने लगा. ये Catering कंपनी फ़िल्मों के सेट पर मौजूद लोगों के लिए खाना उपलब्ध कराने का काम करती थी. इसलिए मेरा अधितकर वक़्त फ़िल्म के शूटिंग क्रू के साथ ही बीतता था.’
डायरेक्टर ओम प्रकाश मेहरा के साथ किया है काम
‘इसी तरह एक दिन काम करते-करते मुझे स्पॉट बॉय की जॉब के लिए Recommend किया गया. मैं इस काम में बहुत कुशल था. मैंन फ़ेमस बॉलीवुड डायरेक्टर ओम प्रकाश मेहरा के साथ भी काम किया है. वो मेरे काम से बहुत इंप्रेस थे. इसलिए एक दिन उन्होंने मुझे बुलाया और कहा कि, जैसे ही एक डायरेक्टर एक्शन बोलता है, वैसे ही सभी एक्टर्स अपने डायलॉग्स बोलने लगते हैं. इसी तरह जैसे ही मुझे कुछ चाहिए होता है, वैसे ही आप फट कर के मुझे वो ला देते हैं. इसलिए आज से आपका नाम एक्शन.’
40 साल से हैं फ़िल्म इंडस्ट्री में
तभी से ही मेरा नाम एक्शन हो गया. आज 40 साल हो गए हैं और इंडस्ट्री में सभी लोग मुझे इसी नाम से बुलाते हैं. बस एक फ़र्क है, अब लोग मुझे एक्शन दादा कहते हैं, क्योंकि अब मैं इंचार्ज हूं.
एक्शन दादा के चेहरे पर दिख रही स्माईल और गर्व ये बताता है कि वो कितने संतुष्ट हैं. ये एक ऐसी चीज़ है, जो भागती-दौड़ती ज़िंदगी में करोड़ों लोगों में कहीं खो सी गई है. भले ही वो कितनी अच्छी जॉब या कितनी ज़्यादा सैलरी क्यों न पाते हों.