‘अंदाज़ अपना-अपना’ ये वो फ़िल्म है, जिसका नाम दिमाग में आते ही गुदगुदी सी मच जाती है. मतलब एक फ़िल्म होती है, जिसे आदमी देखता है. मगर इस फ़िल्म को चाट डाला गया. काहे कि इस फ़िल्म को बनाने वाले पुरुष नहीं थे. अजी मेरा मतलब महापुरुष थे. 1994 में रिलीज़ हुई ‘अंदाज़ अपना-अपना’ बॉक्स ऑफ़िस पर धड़ाम हो गई थी, लेकिन आने वाले सालों में हर कोई बस यही पूछता मिल रहा था. ‘ये तेजा-तेजा क्या है? ये तेजा-तेजा…’ इस फ़िल्म में सलमान खान, आमिर खान, रवीना टंडन, करिश्मा कपूर लीड रोल में थे.
मगर हम आज इस फ़िल्म का ज़िक्र क्यों कर रहे हैं? दरअसल, करिश्मा कपूर ने राजीव मसंद को दिये गए इंटरव्यू में एक बड़ा ही चौंकाने वाला ख़ुलासा किया है. करिश्मा ने कहा कि उन्होंने ये फ़िल्म आजतक देखी ही नहीं.
‘मैं सच कहूं? मुझे नहीं लगता कि मैंने ‘अंदाज़ अपना-अपना’ कभी देखी है. क्योंकि उस वक़्त हम एक दिन में तीन से चार शिफ़्ट कर रहे थे. उस वक़्त समय ही नहीं था. हमारे पास अपनी ही फ़िल्में देखने का वक़्त नहीं था.’
सिर्फ़ इतना ही नहीं, करिश्मा ने ये भी बताया कि जब फ़िल्म बन रही थी, उस समय आमिर, सलमान, रवीना और वो एक-दूसरे से बातचीत भी नहीं करते थे.
‘अंदाज़ अपना-अपना में, एक वक़्त ऐसा भी था जब हम लोगों में से कोई भी एक-दूसरे से बात नहीं करता था. ये बहुत ही फ़नी है कि ये कल्ट मूवी तब बनी, जब हममें से कोई भी आपस में बात तक नहीं कर रहा था.’
बता दें, ‘अंदाज़ अपना-अपना’ अमर (आमिर) और प्रेम (सलमान खान) नाम के दो ऐसे निट्ठल्ले लड़कों की कहानी है, जो हैं तो किसी काम के नहीं मगर ख़ुद को तीसमारख़ां समझते हैं. आंख झपकते ही अमीर बनने का सपना पाले ये दोनों रवीना (रवीना) नाम की एक अमीरज़ादी के पीछे लग लेते हैं. यहीं से फ़िल्म में कंफ़्यूज़न और हंसोड़पंती का गज़ब का दौर जोर पकड़ता है. फ़िल्म में परेश रावल का डबल रोल है. और शक्ति कपूर का कल्ट रोल ‘क्राइम मास्टर गो गो’ भी इसी फ़िल्म के देन है.
पिछले साल लेख़क दिलीप शुक्ला ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो इस फ़िल्म का सीक्वेल लिख रहे हैं. सलमान और आमिर भी इस फ़िल्म में होंगे. हालांकि, दोनों ही की तरफ़ से कभी अंदाज अपना-अपना के सीक्वेल में काम करने को लेकर ऑफिशियल कंफ़र्मेंशन नहीं आई.