संजय लीला भंसाली जिनकी तुलना फ़ेमस डायरेक्टर के. आसिफ़ से की जाती है, उन्होंने भी इनकी ही तरह एक नगीना भारतीय सिनेमा को दिया था. ‘देवदास’, वो फ़िल्म जो संजय लीला भंसाली का ड्रीम प्रोजेक्ट थी. शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के नॉवल ‘देवदास’ पर बेस्ड ये भारतीय सिनेमा की तीसरी फ़िल्म थी, जो दर्शकों को ख़ूब पसंद आई थी.
इस फ़िल्म को बनाने के लिए संजय लीला भंसाली ने जी-तोड़ मेहनत की थी. फ़िल्म के सेट से लेकर कलाकारों के कॉस्ट्यूम तक सभी भव्य थे. इसमें शाहरुख़ ख़ान ने ‘देवदास’ का, ऐश्वर्या राय ने ‘पारो’ और माधुरी दीक्षित ने ‘चंद्रमुखी’ का रोल निभाया था. सभी ने अपने किरदारों से पूरा न्याय किया था और दर्शकों इसके गाने और डायलॉग आज भी मुंहजबानी याद है. चलिए हिंदी सिनेमा की इस कल्ट मूवी से जुड़े कुछ अननोन फ़ैक्ट्स आज आपको बता देते हैं:
1. ‘देवदास’ का रोल पहले सलमान ख़ान को ऑफ़र किया गया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था. इसके बाद शाहरुख़ ख़ान को ये रोल मिला और उन्होंने अपने अद्भुत अभिनय के ज़रिये इस फ़िल्म के लिए बेस्ट एक्टर का फ़िल्म फ़ेयर का अवॉर्ड भी जीता.
2. इस फ़िल्म के नाम के कॉपी राइट्स के. चोपड़ा नाम के प्रोड्यूसर के पास थे. इन्होंने इसे भंसाली को देने से मना कर दिया था. इसके बाद भंसाली ने इसे ‘आज का देवदास’ नाम से रिलीज़ करने की योजना बना ली थी. मगर चोपड़ा साहब ने बाद में एक बड़ा अमाउंट लेकर उन्हें ये नाम सौंप दिया था.
3. ‘डोला रे डोला रे’ गाने को लिखने में एक सप्ताह का समय लगा था. क्योंकि भंसाली चाहते थे कि इस गीत में जिसमें फ़िल्म की दो बड़ी एक्ट्रेस मिलती हैं वो एक दम परफ़ेक्ट हो.
4. 2002 के Cannes Film Festival में ऐश्वर्या राय इसे रिप्रेजेंट करने के लिए पहुंची थीं. इसके बाद साल 2017 में इसके 70वें एडिशन में उन्होंने एक बार फिर से L’Oréal Paris Open Air Cinema के हिस्से के रूप में ‘देवदास’ को फिर से रिप्रेज़ेन्ट किया था.
5. ‘डोला रे डोला रे’ गाने की शूटिंग के दौरान डांस करते हुए ऐश्वर्या राय के कानों से ख़ून निकलने लगा था. क्योंकि उनके झुमके बहुत भारी थे. लेकिन उन्होंने शूटिंग के ख़त्म होने तक डांस जारी रखा था.
6. ‘देवदास’ के दोस्त चुन्नी लाल का रोल जैकी श्रॉफ़ से पहले सैफ़ अली ख़ान, गोविंदा और मनोज बाजपेयी को ऑफ़र किया गया था. मनोज मेन रोल निभाना चाहते थे, इसलिए सेकेंड लीड रोल को ठुकरा दिया.
7. फ़िल्म का वो सीन जहां पारो की मां सुमित्रा को सबके सामने नाचने के लिए मजबूर किया जाता है, उसका आइडिया भंसाली को एक सपने से आया था. इसमें उन्होंने अपनी मां को लोगों के सामने अपमानित होते हुए देखा था.
8. ‘काहे छेड़ छेड़ मोहे’ गाने में माधुरी दीक्षित ने जो लहंगा पहना था वो 30 किलो का था. इसे पहनकर उन्हें डांस करने में बहुत तकलीफ़ हो रही थी फिर भी उन्होंने इसे पूरा किया.
9. इस मूवी के म्यूज़िक को कंपोज़ करने के लिए इस्माइल दरबार और भंसाली ने 2.5 साल का समय लगाया था. हर गाना इतना जटिल था कि उससे संगीत को मिलाने के लिए 8-9 टेक लेने पड़ते थे. हालांकि, गानों की रिकॉर्डिंग 10 दिनों में हो गई थी.
10. पारो कांच के जिस घर में रहती थी उसकी शूटिंग के दौरान कई बार बारिश हुई. इसके चलते शीशे को कई बार साफ़ करना पड़ता था. कैमरे की ट्रॉली के चलने की वजह से भी फ़र्श पर दाग पड़ जाते थे.
11. कथक मास्टर बिरजू महाराज ने ‘काहे छेड़ छेड़ मोहे’ को माधुरी दीक्षित के लिए ख़ास तौर पर कोरियोग्राफ़ किया था.
12. संजय लीला भंसाली की दो फ़िल्में रिजेक्ट करने के बावजूद करीना कपूर ने इस मूवी में पारो के रोल के लिए ऑडिशन दिया था.
13. चंद्रमुखी जिस कोठे में रहती थी उसके सेट को तैयार करने में 12 करोड़ रुपये लगे थे. उसके बाहर बनी झील बार-बार सूख जाती थी. इसलिए बार-बार उसमें पानी भरना पड़ता था.
14. ‘सिलसिला ये चाहत का’ गाने की धुन को Chase And Status ने अपने गाने ‘Eastern Jam’, जबकि Snoop Dogg ने अपनी एलबम ‘Snopp Dogg Millionaire’ में इस्तेमाल किया था.
15. इस फ़िल्म को टाइम मैगज़ीन ने 2002 में दुनियाभर की टॉप 10 मूवीज़ की लिस्ट में शामिल किया था.
‘देवदास’ से जुड़े ये फ़ैक्ट्स जानते थे आप?
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