वो एक फ़ैसला जिसने उस कॉलेज ग्रेजुएट को बना दिया भारतीय सिनेमा का सबसे चहेता Music डायरेक्टर

Sumit Gaur

बचपन को छोड़ कर कब जवान हुए इसका एहसास हमें तब आ कर हुआ, जब बैग में स्कूल के किताबों की जगह ऑफ़िस के लैपटॉप ने ले ली. इस दौरान न जाने कितने ही दोस्त-साथी और लोग बदले, जो चीज़ नहीं बदली उनमें से एक था ऐ. आर. रहमान का संगीत. वहीं संगीत, जो सालों पुराना होने के बावजूद आज भी नया ही लगता है. रहमान अपने आप ही में संगीत का ऐसा पर्याय बन चुके हैं, जो अपनी धुनों से किसी भी को संगीत के समंदर में खो देने को मजबूर कर देते हैं. उनका नाम आते ही जहन में संगीत के तार अपने-आप ही छिड़ने लगते हैं.

भाषा की दीवारों को तोड़ते हुए रहमान का संगीत सीधा लोगों के दिल-ओ-दिमाग को छूता है. आज रहमान दुनिया के सबसे सफ़ल संगीतकारों में से एक दिखाई पड़ते हैं, पर यहां पहुंचने के लिए भी उन्हें कुछ कम संघर्ष नहीं करना पड़ा. इस संघर्ष में सबसे महत्वपूर्ण रहा उनका वो फ़ैसला, जो उन्होंने दिमाग से नहीं, बल्कि दिल से लिया.

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दरअसल रहमान बचपन से ही Berklee College Of Music में जा कर संगीत की पढ़ाई करना चाहते थे, पर वक़्त कुछ ने ऐसा बांधा कि वो एडमिशन लेटर होने के बावजूद वहां नहीं गए. Trinity College of Music से Western Classical Music में डिप्लोमा लेने के बाद रहमान विज्ञापनों में संगीत देने का काम करने लगे थे. इसी दौरान 1992 में फ़िल्म निर्माता मणिरत्नम ने उन्हें ‘रोज़ा’ फ़िल्म के लिए संपर्क किया. इसके बाद रहमान ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा.

इस वक़्त को याद करते हुए रहमान कहते हैं कि ‘उस समय फ़िल्म में काम करने का फ़ैसला लेना उनके लिए आसान नहीं था. ‘ये एक ऐसा टाइम था, जब मेरा किसी फ़िल्म में काम करने का सपना पूरा होने वाला था. वहीं इसी समय उस कॉलेज का कॉल लेटर भी आ गया था, जहां पढ़ने का सपना मैं बचपन से ही देखता आ रहा था.’

ख़ैर कॉलेज को छोड़ कर रहमान ने फ़िल्म में काम करने का निर्णय लिया, जो उनके लिए फ़ायदेमंद भी साबित हुआ. अपने इसी फ़ैसले की वजह से रहमान आज दुनिया के सबसे कामयाब संगीतकारों में से एक गिने जाते हैं. उनकी झोली में एक या दो नहीं, बल्कि अवॉर्ड्स की एक लम्बी लिस्ट शामिल है. दो अकडेमी अवॉर्ड्स, दो ग्रैमी अवॉर्ड के अलावा 4 नेशनल अवॉर्ड शामिल हैं. भारत सरकार रहमान को उनकी संगीत साधना के लिए देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मभूषण से सम्मानित कर चुकी है.

हम उम्मीद करते हैं कि ऐ. आर. रहमान की ज़िंदगी से जुड़ा ये किस्सा आपको पसंद आया होगा! ऐसे ही और किस्सों को जानने के लिए पढ़ते रहिये ग़ज़ब पोस्ट. क्या पता कल किसी के बारे में कुछ और नया जानने को मिल जाये!

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