बॉलीवुड हीरोइनों को अपने जुगाड़ू फ़ैशन से पछाड़ रहा गांव का ये लड़का, बेहद अतरंगी है इसका अंदाज़

Abhay Sinha

बड़ी सोच वाले छोटी जेब के आगे कभी मजबूर नहीं होते. इस बात का जीता-जागता सुबूत सरबजीत सरकार उर्फ़ नील रनौत हैं. त्रिपुरा के एक गांव के रहने वाले इस 26 साल के लड़के के फ़ैशन सेंस में कमाल का सेंस ऑफ़ ह्यूमर शामिल रहता है. यही वजह है कि आज इस फ़ेमस फ़ैशन इंफ्लुएंसर्स के इंस्टा पर हज़ारों फ़ॉलोवर्स हैं.

बॉलीवुड और हॉलीवुड के एक्टर्स जिन आउटफिट्स पर लाखों रुपए ख़र्च करते हैं, नील उन्हें अपने देसी और अतरंगी अंदाज़ से बेहद सस्ते में रीक्रिएट करते हैं. फिर चाहें किसी एक्ट्रेस का आउटफ़िट कितना भी अलग क्यों न हो, नील नैचुरल और मुफ़्त की चीज़ों से उसे ऐसा बनाते हैं कि देखकर आप हंसते रह जाएं.

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गांव का एक लड़का कैसे बना फ़ैशन इंफ्लुएंसर

एक इंटरव्यू में नील ने बताया था कि उनके गांव में सभी लोग 9 से 5 की जॉब करने की सोचते हैं. समाज में जिस तरह की चीज़ें चली आ रही हैं, उन्हें ही फ़ॉलो करते हैं. लेकिन वो बचपन से ही कुछ अलग करना चाहते थे.

नील ने कहा, ‘2018 में, मैंने टिकटॉक वीडियो बनाना शुरू किया. मैं लक्स और लैक्मे जैसे विज्ञापनों को रिक्रिएट करता था. लेकिन फिर इंस्टाग्राम पर आने के बाद मैंने दूसरी चीज़ें एक्सप्लोर करना शुरू किया. फ़ैशन पैरोडीज़ बनाने के लिए मैं कॉलेज से अपने गांव आ गया. दीपिका पादुकोण की ग्रीन ड्रेस ने मुझे पहली बार फ़ैशन पैरोडीज़ बनाने के लिए मजबूर किया. इंटरनेट पर दीपिका की ड्रेस को काफ़ी ट्रोल किया गया था. मैंने इस ड्रेस को केले के पत्तों से तैयार किया और मेरी पहली ही पैरोडी इंटरनेट पर वायरल हो गई. उसके बाद से मैंने लगातार इस काम को जारी रखा.’ 

खुद को कंगना रनौत का फ़ैन मानने वाले नील इंस्टाग्राम पर अपनी फ़ैशन पैरोडीज़ के लिए इतना पॉपुलर हो गए कि 2020 में उन्होंने अबु जानी-संदीप खोसला जैसे दिग्गज डिज़ाइनर के लिए रैंप वॉक भी किया.

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घर में ही मौजूद चीज़ों का करते हैं इस्तेमाल

नील इन सुपर कूल लुक्स को बनाने के लिए घर में पहले से उपलब्ध चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं. इसके लिए वो रिसाइकिल हो सकने वाली उन चीज़ों का इस्तेमाल करते हैं, जो मुफ़्त में उनके आसपास मौजूद रहती हैं. इसमें पत्ते, फूल, उनकी दादी की साड़ी, उनकी मां का पेटीकोट, पिता के मोज़े, टी-शर्ट से लेकर तमाम चीज़ें शामिल हैं.

लोग इज़्ज़त नहीं देते, लेकिन नील अपने काम को लेकर फ़ोकस हैं

नील को आज सोशल मीडिया पर भले ही हज़ारों लोग फ़ॉलो करते हों, लेकिन उनके गांव के लोग उन्हें आज भी नीचा दिखाते हैं. वो कहते हैं कि ‘मेरा परिवार अब मेरा साथ देने लगा है, लेकिन गांव वाले नहीं. गांव वाले कहते हैं कि मेरा कोई भविष्य नहीं है. मैं सिर्फ़ ख़ुद को और पूरे गांव को शर्मसार कर रहा हूं. मेरे गांव वालों ने मुझे कभी सम्मान नहीं दिया, लेकिन मैं अपने काम को लेकर फ़ोकस हूं.’

नील कहते हैं कि आप जब कुछ अलग करते हैं, तो लोग आपको क्रेज़ी समझते हैं. वो आपको नीचे खींचने की कोशिश करते हैं. लेकिन आपको याद रखना चाहिए कि आप कौन हैं और क्या बनना चाहते हैं. नील दूसरों को भी अपना पैशन फ़ॉलो करने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं. वो कहते हैं कि, ‘मैं चाहता हूं कि लोग सोचें कि अगर गांव का लड़का ऐसा कर सकता है तो मैं क्यों नहीं?’

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