साल 2007, बॉक्स ऑफ़िस पर एक कॉमेडी फ़िल्म रिलीज़ हुई. मूवी बुरी तरह फ़्लॉप साबित हुई, मगर टीवी पर रिलीज़ होने के बाद कल्ट बन गई.
फ़िल्म में चार एक्टर मेन रोल कर रहे थे- शरमन जोशी, तुषार कपूर, कुणाल खेमू और राजपाल यादव. ये चारों ही ऋतु यानि तनुश्री दत्ता को इम्प्रेस करने की कोशिश में लगे थे.
फ़िल्म का सबसे ज़बरदस्त क़िरदार मार्तंड था, जिसे राजपाल यादव ने निभाया था. एक ऐसा शख़्स, जो अपने मामा के अंगूठे के नीचे दबकर मारा जाता था. पूरी फ़िल्म में राजपाल की धुनाई जमकर होती है. यही चीज़ फ़िल्म को इतना फ़नी बनाती है कि हंस-हंसकर दर्शक लोटपोट हो जाते हैं.
फ़िल्म में तफ़री के इतने सीन हैं कि बताते-बताते सुबह से शाम हो जाए. मगर राजपाल के डायलॉग और हरकतें अलग लेवल का ही मज़ा देती हैं. मसलन, जब चारों दोस्त अपनी दुक़ान का नाम सोच रहे होते हैं, तो मार्तंड दुकान का नाम ‘थूक’ सुझाता है
एक ऐसे ही सीन में जब वो भागते-भागते गिरता है तो उसके दोस्तों को लगता है कि उसकी गर्दन टेढ़ी हो गई है. डर के मारे वो लोग ज़बरदस्ती उसकी गर्दन घुमाकर सही करने की कोशिश करते हैं. जबकि, हक़ीक़त में राजपाल ने जैकेट ही उल्टी पहनी होती है.
इस तरह के हलके-फ़ुलके सीन पूरी फ़िल्म में है, जिनका ज़िक्र करते वक़्त कुछ भी फ़नी नहीं लगता. मगर राजपाल जिस तरीके से पूरे सीन में समां बांंधते हैं, वो अंदाज़ आपको खिलखिलाने पर मजबूर कर देता है.
बता दें, प्रियदर्शन की सुपर-डुपर कॉमेडी फ़िल्म का नाम ‘ढोल’ था. दरअसल, फ़िल्म के आख़िर में मालूम पड़ता है कि एक ढोल है, जिसमें ढेर सारा पैसा छुपा हुआ है. इसी चक्कर में विलेन चारों दोस्तों को उठा लेता है और कायदे से पीटता है.
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