टीवी पर आने वाले सास-बहू सीरियल्स की कहानी अकसर प्यार, साज़िश और षड़यंत्र के ईद-गिर्द घूमती है. इन धारावाहिकों की ख़ास बात ये है कि इन्हें देखो, तो परेशानी और न देखो, तो भी परेशानी. ख़ास कर अगर घर की महिलाओं का एक भी एपिसोड मिस हो जाए तो, फिर देखो कैसे उनका मुंह उतर जाता है. अब क्या करें, हर घर में इन्हीं का कब्ज़ा जो है.
आइए जानते हैं टीवी के इन षड़यंत्र से भरे सास-बहू सीरियल्स के बारे में:
1. ‘साथ निभाना साथिया’
स्टार प्लस पर आने वाले इस धारावाहिक की कहानी दो बहनों गोपी और राशि की ज़िंदगी पर आधारित होती है. पहले इन दोनों बहनों में ख़ूब प्यार होता है, लेकिन शादी के बाद छोटी बहन राशि अपनी बड़ी बहन गोपी की ज़िंदगी को तरह-तरह की साजिशें करके मुश्किल बना देती है.
2. ‘ससुराल सिमर का’
इस सीरियल का प्रसारण कलर्स टीवी पर किया जाता है. ये धारावाहिक भी दो बहनों पर बनाया गया था, जिनकी शादी एक ही घर में होती है. हांलाकि, ये बहनें एक-दूसरे की दुश्मन नहीं होती, बल्कि दोनों ही परिवार की आदर्श बहू बन कर रहती हैं. वहीं घर की बड़ी बहू सिमरन के लिए इतनी परेशानियां खड़ी कर दी जाती हैं कि वो लड़ते-लड़ते इंसान से मक्खी बन जाती है.
3. ‘कसौटी ज़िंदगी की’
इस धारावाहिक के बारे में, तो आप जानते ही होंगे कि कैसे घर की कोमोलिका सीरियल की मेन एक्ट्रेस प्रेरणा के लिए, हर समय मुसीबत बन कर सामने खड़ी रहती थी.
4. ‘उतरन’
ये कहानी दो दोस्त इच्छा और तपस्या की है. तपस्या को वीर से प्यार हो जाता है, जबकि वीर इच्छा से शादी करना चाहता है. लेकिन तपस्या किसी तरह साज़िशों के ज़रिये वीर से शादी करने में कामयाब रहती है और शादी के बाद इच्छा को परेशान करने का कोई मौका नहीं छोड़ती.
5. ‘दिया और बाती हम’
ये कहानी सूरज और संध्या की है. सूरज एक हलवाई है और संध्या का सपना आईपीएस अधिकारी बनने का है, लेकिन संध्या की सास उसे आईपीएस अधिकारी नहीं बनने देना चाहती. इसके लिए वो तमाम षड़यंत्र रचती है, लेकिन बाद में संध्या किसी तरह अपना सपना पूरा कर ही लेती है.
6. ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’
स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले इस सीरियल को सबसे लंबे धारावाहिकों में एक समझा जाता है. घर की आदर्श बहू तुलसी विरानी अपने घर को साज़िशों से बचाने के लिए हर तरह का प्रयास करती रहती है.
7. ‘शक्ति’
कलर्स टीवी पर प्रसारित होने वाला ये धारावाहिक एक किन्नर की ज़िंदगी पर आधारित है, जिसे शादी से पहले उसका पिता अपमानित करता है और शादी के बाद ससुराल वाले.
8. ‘ये हैं मोहब्बते’
इस धारावाहिक में कब, कौन, किससे शादी करना चाहता है कुछ समझ ही नहीं आता. इशिता बेचारी हमेशा साज़िशों से घिरी हुई नज़र आती है.
9. ‘मेरे अंगने में’
इस घर की कहानी भी बाकियों की तरह सास-बहू की नोंक-झोंक पर आधारित थी.
10. ‘इश्कबाज़’
इस सीरियल का नाम ज़रुर इश्कबाज़ है, लेकिन इसमें भी साज़िशें कम नहीं हैं.
भाई… कोई समझाओ इन लोगों को कि अब हम सास-बहू के षड़यंत्र नहीं, बल्कि कुछ नया देखना चाहते हैं.