संजय लीला भंसाली के ‘पद्मावत’ को लेकर मची हाय-तौबा थमने का नाम ही नहीं ले रही है. ‘पद्मावती’ से बदलकर नाम ‘पद्मावत’ किया गया, कई जगह से काट-छांट की गई, लंबा-सा विज्ञापन छापा गया और इसके बाद ‘जौहर’ की धमकियां आने लगीं.
इतने पर भी जब 25 जनवरी की रिलीज़ तारीख को टाला नहीं गया, तो ये तथाकथित वीर गणतंत्र दिवस पर हंगामा करने की धमकी दे रहे हैं.
हद तो तब हो गई, जब करणी सेना के ‘कायर’ हुंकार भरते हुए मध्य प्रदेश के रतलाम के एक स्कूल में घुस गए और वहां तोड़-फ़ोड़ कर दी? बच्चों ने ‘पद्मावत’ के गाने ‘घूमर’ पर प्रस्तुति दी. एक बच्चे को चोट भी आई. यानि फ़िल्म तो फ़िल्म, फ़िल्म के गाना भी बज जाये, तो ये अपनी हरकतों से बाज़ नहीं आएंगे.
इज़रायल के प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu अभी भारत आए हुए हैं, सुना ही होगा. HT में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, ये दोनों अहमादाबाद की यात्रा पर थे. इनके स्वागत के लिए आयोजित समारोह में एक बच्ची ने ‘घूमर’ गाने पर प्रस्तुति दी.
#Ghoomar song of @filmpadmaavat played and dance performed on it in #Ahmedabad. This program is to welcome PM @narendramodi & Isreal PM #Netanyahu. 👏👏👏 pic.twitter.com/layjWd0t5R
— Kirandeep (@raydeep) January 17, 2018
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने स्कूल में हुए तोड़-फोड़ के मामले में ये कहा था,
मध्य प्रदेश में फ़िल्म पर बैन लगा है, इसलिये लोगों को इस फ़िल्म के गाने तक नहीं बजाने चाहिए. अगर कोई बैन किये हुये गाने बजाये, तो उसकी पुलिस में शिकायत करनी चाहिए न की क़ानून को अपने हाथों में लेना चाहिए. दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई की जाएगी.
समझ नहीं आ रहा कि क्या कहें? लिख दो तो कुछ लोग बुरा मान जाते हैं. अरे भाईयों, ना कोई वामपंथी हैं ना ही हिन्दू धर्म के खिलाफ़ प्रचार करने के लिए किसी ने पैसे दिये हैं. दिये होते तो आज मंगल ग्रह पर होते. ना ही यहां बात महज़ एक फ़िल्म की है. बात है लोगों के दोगलेपन की और सरकार के ग़ैरज़िम्मेदाराना रवैये की. बाद बाकी समझदार सभी हैं.