(Tiger Shroff’s Grandfather Ranjit Dutt Old Pics)– बॉलीवुड एक्टर टाइगर श्रॉफ़ के नाना रणजीत दत्त की तस्वीरें सोशल मीडिया की गलियारों में जमकर वायरल हो रही हैं. जी हां, बॉलीवुड में ऐसे बहुत से एक्टर्स हैं जिनके पूर्वजों को हम शायद नहीं जानते होंगे. लेकिन टाइगर श्रॉफ के नाना का दुनिया में योगदान बहुत अहम रहा है. हाल ही में एक्टर टाइगर श्रॉफ़ की मां ने इंस्टाग्राम के माध्यम से अपने पिता रणजीत दत्त को याद करते हुए एक पोस्ट शेयर किया. जिसमें उन्होंने अपने पिता की कुछ दुर्लभ तस्वीरें शेयर की हैं. चलिए टाइगर श्रॉफ के नाना रणजीत दत्त की पुरानी तस्वीरें देखते हैं-
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चलिए देखते हैं रणजीत दत्त की कुछ पुरानी तस्वीरें (Old Photos Of Tiger Shroff Grandfather Ranjit Dutt)-
कौन थे रणजीत दत्त (Know About Tiger Shroff Grandfather Ranjit Dutt)
एयर वाइस मार्शल रणजीत दत्त का जन्म 1922 में हुआ था. उन्होंने अपने स्कूल की पढ़ाई वेल्स के राजकुमार के स्कूल ‘इंडियन मिलिट्री कॉलेज’ (देहरादून) से की थी जिसका नाम अब ‘राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज’ हो चुका है. वहां से अपनी स्कूलिंग पूरी की थी. साथ ही उन्होंने उड़ान भरनी 16 साल की आयु में ही छुपकर सीख ली थी. जिसके बाद उन्हें ‘A’ ग्रेड का लाइसेंस मिल गया था. रणजीत उन कुछ पायलट्स में से एक थे. जिन्हें दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यूरोप भेजा गया था.
अपने करियर के दौरान रणजीत ने विश्व युद्ध में बहुत सी आइकोनिक एयरक्राफ्ट उड़ाई थी. उन्होंने बर्मा और कश्मीर में भी अपनी सर्विसेज़ दी हैं. भारत की आज़ादी के बाद उन्होंने सीनियर पद रहकर भारत को अपनी सेवाएं दी थी. (Old Photos Of Tiger Shroff Grandfather Ranjit Dutt)
अपने करियर के दौरान कई नामी लोगों के साथ काम किया
रणजीत उस दौरान के काफ़ी पॉपुलर पायलट्स में से एक थे. जिन्होंने अपने करियर के दौरान न सिर्फ़ भारत बल्कि विदेश में भी अपनी सेवाएं देते थे. उस दौरान उन्होंने जवाहरलाल नेहरू, वी के कृष्णा मेनन, डॉग्लस बडेर, रोलैंड बेमोंट और कर्ट टैंक जैसे कई और फ़ेमस लोगों के साथ काम किया है. (Old Photos Of Tiger Shroff Grandfather Ranjit Dutt)
टाइगर की मां ने एक प्यारा पोस्ट लिखा है-
“टाइगर के नाना टाइगर मोथ्स को उड़ाने की ट्रेनिंग के लिए जा रहे हैं. शायद उस दौरान उनकी उम्र 18-19 वर्ष रही होगी. जब वो दूसरे विश्व युद्ध पर गए थे. सच्ची धैर्य और सच्ची वीरता. उनके भारत द्वारा उनकी बहादुरी के लिए सजाया गया. मुझे उनकी बेटी होने पर गर्व है. जय हिन्द”