‘दिल में कुछ कर गुज़रने का हौसला होना चाहिए, सपने ख़ुद-ख़ुद पूरे हो जाएंगे’
‘तुम्बाड़’ अभिनेता सोहम शाह की असल ज़िंदगी की कहानी कुछ यही बता रही है. ह्यूमन्स ऑफ़ बॉम्बे की पोस्ट में सोहम शाह की ज़िंदगी के कुछ अनदेखे और अनसुने किस्से का ज़िक्र किया गया है.
फ़िल्मी दुनिया में अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीतने वाले इस अभिनेता का जन्म छोटे से शहर राजस्थान के श्रीगंगानगर में हुआ था. छोटे शहर का ये लड़का बचपन से ही बॉलीवुड में जाने के सपने देखता था, लेकिन उसके लिये ये सपना पूरा करना किसी बड़े पहाड़ पर चढ़ना जैसा था. ह्यूमन्स ऑफ़ बॉम्बे की पोस्ट के मुताबिक, सोहम के पास दुनिया देखने का एक मात्र माध्यम फ़िल्में थी. DDLJ के ज़रिये उन्होंने यूरोप देखा. यही नहीं, सलमान ख़ान ने जो जींस ‘ओ ओ जाने जाना’ गाने में पहनी थी, उसे देखने के बाद सोहम ने अपने भाई से वैसी ही जींस लाने की ज़िद करी.
सोहम जैसे-जैसे बड़े होता गया फ़िल्मों के लिये उसका प्यार बढ़ता गया. वो फ़िल्मों में, तो आना चाहता पर उससे पहले अपने परिवार को भी सुरक्षित करना था. इंटरव्यू में सोहम ने बताया कि मुझे पता था कि मुझे बस बॉलीवुड का हिस्सा बनना है, लेकिन एक सफ़ल अभिनेता बनना एक बहुत ही अनिश्चित लक्ष्य था, और मैं चाहता था कि मेरे परिवार का भविष्य सुरक्षित हो. इसलिए मैंने सुनिश्चित किया कि हमारा व्यवसाय निर्धारित हो और उसके बाद ही मैं मुंबई के लिए रवाना हुआ.’
मुंबई आने के बाद हर अभिनेता की तरह सोहम को कई सारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा. इस बारे में बात करते हुए सोहम ने कहा, इस शरह में हर कोई हमेशा भागता रहता था. मैं एक कप कॉफ़ी का ऑर्डर देने से भी डरता था. मुझे घर की और वहां की सादगी की बहुत याद आती थी, लेकिन मुझे पता था कि मुझे अभी और भागना है.
सारी चीज़ों को पीछे छोड़ सोहम ने अपने काम पर फ़ोकस करना शुरु किया और अभिनय की वर्कशॉप पर जाने लगा, जहां एक फ़ैमिली दोस्त के संपर्क में आने के बाद सोहम का बॉलीवुड के लोगों से मिलना-जुलना शुरु हुआ. कई रिजेक्शन और ऑडिशन के बाद आख़िकार सोहम को पहली फ़िल्म मिल गई. फिलहाल सोहम जहां हैं, वहां ख़ुश हैं. पर अभी भी उन्हें काफ़ी लंबा सफ़र तय करना है.
जो लोग अपने सपनों को हकीक़त में बदलने की चाह रखते हैं, उन्हें सोहम की ये कहानी ज़रुर पढ़नी चाहिये.