जब Amitabh Bachchan को राजीव गांधी से उधार मांगने पड़े कपड़े, पढ़ें ये दिलचस्प क़िस्सा

Abhay Sinha

फ़िल्म इंडस्ट्री और राजनीति हस्तियों के बीच काफ़ी गहरा संबंध रहा है. ये आज से नहीं, बल्क़ि हमेशा से है. साथ ही, दोनों के बीच ये रिश्ता सिर्फ़ चुनावी प्रचार तक सीमित नहीं रहा है, बल्क़ि कई बार कलाकारों और राजनेताओं के निजी संबंध भी बहुत गहरे होते हैं. इन्हीं में से एक बच्चन और गांधी परिवार की दोस्ती मानी जाती है. (When Amitabh Bachchan Asked For Clothes From Rajiv Gandhi)

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बच्चन परिवार और गांधी परिवार के रिश्ते काफ़ी गहरे रहे हैं. राजीव गांधी से अमिताभ बच्चन की दोस्ती बहुत मशहूर है. कहते हैं कि राजीव गांधी अगर विदेश भी जाते थे तो अमिताभ को चिट्ठियां लिखते थे. आज हम इन दोस्ती से जुड़ा एक ऐसा क़िस्सा बताने जा रहे हैं, जब बॉलीवुड शहंशाह को राजीव गांधी से कपड़े उधार मांगने पड़े थे.

अमिताभ बच्चन के पिता को मिलना था पद्म भूषण

अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन से तो हर कोई वाकिफ़ है. उनकी कविताएं आज भी लोगों की जुबान पर रहती हैं. साहित्य जगत का वो एक बड़ा नाम हैं. ऐसे में भारत सरकार ने उनके योगदान को देखते हुए पद्म भूषण देने का ऐलान किया.

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ये बात साल 1976 की है. हरिवंश राय बच्चन को इतना बड़ा अवॉर्ड मिलना था. ऐसे में पूरा परिवार उन्हें पद्म भूषण पाते देखना चाहता था. लेकिन ऐसा संभव नहीं था. वजह ये थी कि अधिकारिक तौर पर परिवार में से सिर्फ़ दो लोग ही इस समारोह में जा सकते थे. ऐसे में तय हुआ कि हरिवंश राय बच्चन और उनके दोनों बेटे अमिताभ और अजिताभ जाएंगे.

तैयारियों के बीच जया बच्चन से हुई गड़बड़

ज़ाहिर तौर पर बच्चन परिवार के लिए ये बड़ी बात थी. ऐसे में सारी पैकिंग खुद जया बच्चन ने की और कहा गया कि तीनों को ही काले रंग का सूट पहनना होगा. एक टेलर को बुलवाया गया और बढ़िया सूट तैयार हुए. लेकिन अवॉर्ड लेने जा पाते इसके पहले ही अजिताभ की तबीयत ख़राब हो गई. उनका दिल्ली जाना कैंसल हो गया.

ऐसे में अब अपने पिता के साथ अमिताभ अकेले ही दिल्ली पहुंचे. लेकिन समारोह से पहले अमिताभ को झटका लग गया. हुआ यूं कि जया बच्चन ने ग़लती से अमिताभ के सूटकेस में अजिताभ का सूट रख दिया था. अब बिग बी को पैंट छोटी पड़ गई.

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When Amitabh Bachchan Asked For Clothes From Rajiv Gandhi

अब कार्यक्रम कुछ ही देर में शुरू होने वाला था. इतना टाइम नहीं था कि टेलर को बोलकर नयी पैंट सिलवा ली जाए. इस परेशानी के बीच अमिताभ को अपने दोस्त राजीव की याद आई.

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राजीव गांधी उस वक़्त दिल्ली में ही थे. उन्होंने तुरंत ही अपना कुर्ता पजामा और शॉल अमिताभ के लिए भिजवा दिया, जिसे पहनकर अमिताभ पिता के साथ समारोह में पहुंचे थे.

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