When Manoj Bajpayee Was Offered Dirty Films: मनोज बाजपेयी बॉलीवुड (Bollywood) इंडस्ट्री के दिग्गज एक्टर्स में से एक हैं. ‘सत्या’, ‘शूल’, ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ जैसी कल्ट फ़िल्मों से उन्होंने अपनी एक्टिंग का लोहा साबित किया है. मगर उनके एक्टिंग करियर में एक दौर ऐसा भी था, जब उनके पास ना तो कोई काम था और ना ही घर चलाने को पैसे. मजबूरन उन्हें कई घटिया फ़िल्मों (Dirty Films) में काम करना पड़ा. (Low Phase Of Manoj Bajpayee)
बड़ी-बड़ी फ़ीस वाले ऑफ़र भी ठुकरा देते थे
मनोज बाजपेयी ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि ‘सत्या’ जैसी कल्ट फ़िल्म के बाद भी उन्हें अच्छे रोल ऑफ़र नहीं हुए. कई महीनों तक उनके पास कोई काम नहीं था. ऐसा नहीं था कि उन्हें रोल ऑफ़र नहीं होते थे, मगर वो इतने ख़राब थे कि उन्हें हां नहीं कहा जा सकता था. उस वक़्त मनोज के पास ना तो कोई काम था और ना ही पैसे. मगर फिर भी वो ऑफ़र ठुकरा रहे थे. इस वजह से उनके कई दुश्मन भी बन गए. (Manoj Bajpayee Acting Courier)
When Manoj Bajpayee Was Offered Dirty Films
मनोज ने कहा, ‘मुझे एहसास हुआ कि वे मुझसे जो कराना चाहते हैं मैं वो करना ही नहीं चाहता. जितने भी ऑफ़र मिल रहे थे, उनमें मैं फ़िट नहीं हो पा रहा था. लेकिन, हां उनके लिए पैसा अच्छा मिल रहा था. मेरे पास पैसे नहीं थे और काम भी नहीं था. बड़े-बड़े प्रोड्यूसर्स आ रहे थे. उनके हाथ में पैसों से भरे सूटकेस हुआ करते थे. उन्हें मना करना मेरे लिए मुश्किल काम था. वो ऐसा वक्त था जब अहंकार बहुत बड़ा था. लोग बड़ी आसानी से नाराज़ हो जाते थे और अपने हर इन्कार के साथ मैं इंडस्ट्री में और अधिक दुश्मन बना रहा था.’
इरफ़ान और मेनन बन गए प्रोड्यूसर्स की पहली पसंद
मनोज ने कहा कि ‘पिंजर’ और ‘1971’ में काम करने के बाद मैं नीचे चले गया. उस दौरान उनका करियर सबसे ज़्यादा ख़राब दौर से गुज़र रहा था. साथ ही, महज़ घर चलाते रहने के लिए घटिया फ़िल्में करने के लिए भी मजबूर होना पड़ा. (Manoj Bajpayee Worst Films)
फिर एक दौर ऐसा भी आया, जब उन्हें कोई रोल ऑफ़र ही नहीं होता था. उन्हें एहसास हुआ कि इरफ़ान खान और के. के. मेनन जैसी एक्टर्स मेकर्स की पहली पसंद बन गए हैं. इस बीच मनोज के पास कोई काम नहीं बचा, उनका करियर पूरी तरह से ख़त्म होने की कगार पर पहुंच गया. मनोज बाजपेयी ने कहा, ‘तब मेरे पास कोई काम नहीं था, मैं रेस से बाहर था.’
हालांकि, ‘राजनीति’, ‘गैंग्स ऑफ़ वासेपुर’ जैसी फ़िल्मों से उनका करियर वापस से पटरी पर लौट आया. उन्होंने दोबारा वो मुक़ाम हासिल कर लिया, जिसके वो हक़दार थे. (Manoj Bajpayee Best Films)
वर्क फ्रंट की बात करें तो हाल ही में मनोज वायपेयी ‘गुलमोहर’ में नज़र आए थे. वहीं, इस साल के अंत में उनकी ‘ज़ोरम’ और ‘डिस्पैच’ रिलीज़ हो सकती है. इसके अलावा, फैंस बेसब्री से उनकी वेब सीरीज ‘द फ़ैमिली मैन’ के तीसरे सीज़न का इंतजार कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: क़िस्सा: जब ‘अक्स’ की शूटिंग के दौरान मनोज बाजपेयी के पीछे पड़ गया था भेड़िया, ऐसे बची थी जान