ख़ूबसूरती, अदा और अभिनय इन तीनों की जीती जागती मूरत थीं, स्मिता पाटिल. इनकी आंखों की गहराई में कई अनसुने और अनदेखे राज़ छुपे थे. इन्होंने एक्टिंग से जो मक़ाम हासिल किया उसे शायद ही कभी मिटाया जा सके. आज भी इतने साल बाद हर कोई स्मिता पाटिल की एक्टिंग का दीवाना है. स्मिता पाटिल की रील लाइफ़ जितनी चकाचौंध से भरी थी उनकी रियल लाइफ़ उतनी ही अंधेरी थी.
स्मिता पाटिल का फ़िल्मी करियर भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उनके शानदार अभिनय के लिए उन्हें ख़ूब सराहना मिली. स्मिता पाटिल की ऐसी ही कुछ दमदार फ़िल्मों पर एक मज़र डालते हैं:
1. मंथन
श्याम बेनेगल के निर्देशन में बनी ये फ़िल्म वर्गीस कुरियन के दूध सहकारी आंदोलन से प्रेरित थे. इसमें स्मिता पाटिल, गिरीश कर्नाड, नसीरुद्दीन शाह और अमरीश पुरी मुख्य भूमिका में थे. इस फ़िल्म को बेस्ट फ़िल्म और बेस्ट स्टोरी के लिए 1977 के दो राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार मिले थे. 1976 में इस फ़िल्म को ऑस्कर में भी भेजा गया था.
2. भूमिका
श्याम बेनेगल द्वारा निर्देशित ये फ़िल्म 1940 के दशक की स्टेज स्टार हंसा वाडकर के जीवन पर आधारित थी. इस फ़िल्म के लिए इन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाज़ा गया था.
3. चक्र
स्मिता पाटिल, नसीरुद्दीन शाह और कुलभूषण खरबंदा की मुख्य भूमिका वाली ये फ़िल्म एक मां के संघर्ष की कहानी थी, जो अपने बेटे को गांव से लेकर बॉम्बे की झुग्गी-झोपड़ी में इसलिए रहने जाती है क्योंकि उसके पति ने उस साहूकार को मार दिया होता है, जो उसका बलात्कार करने की कोशिश करता है.
4. उंबरठा
उंबरठा एक मराठी फ़िल्म थी, जो जब्बार पटेल द्वारा निर्देशित थी. फ़िल्म में स्मिता पाटिल और गिरीश कर्नाड मुख्य भूमिका में थे. स्मिता को इस फ़िल्म के लिए बेस्ट अभिनेत्री के मराठी राज्य चित्रपट पुरस्कार से नवाज़ा गया था.
5. जैत रे जैत
जैत रे जैत, आदिवासियों की ज़िंदगी पर आधारित फ़िल्म थी. इस फ़िल्म को जब्बार पटेल ने निर्देशित किया था. इसमें स्मिता पाटिल, मोहन अगासे, सुलभा देशपांडे सहित कई बड़े अभिनेताओं ने काम किया था. इस फ़िल्म को बेस्ट मराठी फ़िल्म के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार से नवाज़ा गया था.
6. अर्थ
महेश भट्ट द्वारा निर्देशित इस फ़ैमिली ड्रामा फ़िल्म में इंदर (कुलभूषण खरबंदा) एक फ़िल्म निर्देशक हैं, जो अपनी पत्नी पूजा (शबाना आज़मी) को धोखा देकर कविता (स्मिता पाटिल) के साथ रिश्ता रखता है. इसमें शबाना आज़मी, कुलभूषण खरबंदा, स्मिता पाटिल और राजकिरण मुख्य भूमिका में थे.
7. बाज़ार
‘बाज़ार’ 1982 में रिलीज़ हुई और इसका निर्देशन सागर सरहदी ने किया. फ़िल्म में स्मिता पाटिल, फ़ारुख़ शेख़, नसीरुद्दीन शाह और सुप्रिया पाठक मुख्य भूमिका में थीं.
8. मिर्च मसाला
स्मिता पाटिल के करियर की सर्वश्रेष्ठ फ़िल्मों में से एक ‘मिर्च मसाला’ में इन्होंने सोनबाई की भूमिका निभाई थी. फ़िल्म केतन मेहता द्वारा निर्देशित थी और इसमें नसीरुद्दीन शाह और ओम पुरी भी मुख्य भूमिका में थे.
9. मंडी
लेखक ग़ुलाम अब्बास की एक क्लासिक उर्दू लघु कथा आंनदी पर आधारित ये फ़िल्म राजनीति और वेश्यावृत्ति पर एक व्यंगात्मक कॉमेडी थी. फ़िल्म ने 1984 में नितीश रॉय के लिए बेस्ट आर्ट निर्देशन का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीता. इसमें शबाना आज़मी, नसीरुद्दीन शाह और स्मिता पाटिल मुख्य भूमिका में थीं. इसे लॉस एंजिल्स एक्सपोजिशन (FILMEX), हाॉन्गकाॉन्ग इंटरनेशनल फ़िल्म फ़ेस्टिवल 1984 और लंदन फ़िल्म फ़ेस्टिवल 1983 में शामिल किया गया था.