Ramadan 2022: इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, 2 अप्रैल से रमज़ान का मुबारक़ महीना शुरू हो चुका है, जो 3 मई तक चलेगा. मुस्लिम समुदाय के लिए ये महीना बहुत ख़ास और दुआओं वाला होता है. रमज़ान के दिनों में मुस्लिम रोज़ा रखते हैं पांचों वक़्त की नमाज़ अदा करते हैं, लेकिन सिर्फ़ भूखे और प्यासे रहने का नाम रोज़ा नहीं है, बल्कि इन दिनों सबसे ज़रूरी होता है ज़रूरतमंदों की मदद करना, उन्हें ख़ाना खिलाना और मन में सबके लिए प्यार रखना. क्योंकि यही ख़ुशी तो ईद वाले दिन मनाई जाती है. जब रमज़ान (Ramadan 2022) का महीना सुकून और शांति से बितता है.
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Ramadan 2022
पूरा दिन भूखे प्यासे रहने के लिए सुबह सहरी के समय हेल्दी खाना भी ज़रूरी है क्योंकि सर्दियों में तो प्यासे रहने में दिक्कत नहीं होती है, लेकिन गर्मी में प्यासे रहना बड़ा मुश्किल होता है. हालांकि, ईश्वर सबको इतनी ताक़त देता है कि वो अपने रोज़े को बिना किसी तकलीफ़ के पूरा करें. फिर भी अगर आप लोग सहरी में खाने का ध्यान देंगे तो रोज़े रखने में दिक्कत या परेशानी नहीं होगी.
दिन भर भूख और प्यास से परेशान न हों, इसके लिए ये जानना बहुत ज़रूरी है कि सहरी (Ramadan 2022) में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए:
सहरी में क्या खाएं?
1. फल-सब्ज़ी खाएं (Vegetable And Fruit)
रोज़ेदार को सहरी के वक़्त फल और सब्ज़ियां खानी चाहिए क्योंकि ये दोनों ही चीज़ें धीरे-धीरे पचती हैं जिससे पूरा दिन भूख नहीं लगेगी.
2. दूध दही लें (Curd And Milk)
दूध और दही में कैल्शियम होता है इसलिए सहरी में इसे ज़रूर शामिल करें. दही में गुड़ मिलाकर खाने से भी प्यास नहीं लगती है. इससे पूरे दिन शरीर में ताक़त रहेगी और पूरे रोज़े आसानी से बिना किसी नुकसान के निकल जाएंगे.
3. पानी पियें (Water)
सहरी के समय तो 3 से 4 गिलास पानी पियें. इसके अलावा, जब इफ़्तारी खा लें तब से लेकर सहरी का समय होने तक भी ख़ूब पानी पियें. इससे शरीर हाइड्रेट रहेगा.
4. खजूर (Khajoor)
खजूर में आयरन होने के साथ-साथ कई तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के लिए ज़रूरी होते हैं. इसलिए सहरी और इफ़्तार में खजूर को ज़रूर शामिल करें. सिर्फ़ 2-3 खजूर खाने से ही पूरे दिन कमज़ोरी नहीं लगेगी. इसके अलावा, खजूर से इफ़्तारी शुरू करना बहुत अच्छा माना जाता है.
5. मल्टीग्रेन पराठे (Multigrain Paratha)
सहरी करते समय ओट्स या मल्टीग्रेन पराठा भी खा सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे पराठा तेल या घी से बनता है तो ज़्यादा न खाएं.
6. कम मात्रा में खाएं
सहरी में जो भी खा रहे हैं उसे एक उचित मात्रा में ही खाएं. पूरा दिन का सोचकर लिमिट से ऊपर न खाएं. इससे कब्ज़ या फिर पेट दर्द की समस्या हो सकती है.
7. लिक्विड ज़्यादा लें (Liquid Diet)
बॉडी में पानी की कमी न हों और प्यास न लगे इसके लिए सहरी में लिक्विड ज़रूर लें. जैसे, नारियल पानी, एप्पल जूस और ऑरेंज जूस.
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8. प्याज़, पुदीने और मिश्री का शरबत
प्याज़, पुदीने और मिश्री को पीसकर उसका शरबत बना लें. इस शरबत को सहरी में पी लें इससे बी पूरे दिन राहत रहेगी. मिश्री न होने पर गुड़ भी मिला सकती हैं.
9. चावल का माड़
सहरी में या इफ़्तार के बाद चावल का माड़ पी सकते हैं. इसका असर 24 घंटे तक रहता है और इसे पीने से प्यास भी नहीं लगती है.
10. नींबू पानी पियें
रात में सोने से पहले एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर पीने से प्यास नहीं लगेगी.
सहरी में क्या ना खाएं
1. सहरी के समय बेमौसमी फल खाने से बचें क्योंकि इसे खाने से बीमार होने का ख़तरा रहता है.
2. सहरी में जितना हो सके तला-भुना खाने से बचें क्योंकि तला-भुना खाने से गला सूखता है और बार-बार प्यास लगती है.
3. गर्मी में रोज़े पड़ने की वजह से धूप बहुत तेज़ होती है, इसलिए रोज़ेदारों को धूप में जाने से बचना चाहिए और बातें भी कम करनी चाहिए क्योंकि ज़्यादा बातें करने से प्यास लगती है.
4. कोई भी ऐसी चीज़ न खाएं जिससे आपको एलर्जी हो या पेट दर्द होने लगता हो. कुछ लोगों को ये समस्या दूध पीने से होती है तो दूध पीने से बचें.
5. दिल की बीमारी और मधुमेह की बीमारी ग्रस्त लोगों को कबाब, बिरयानी और चिकन खाने से बचना चाहिए.
6. इफ़्तार हो या सहरी दोनों में खाना खाने से पहले हाथों को अच्छे से धोएं क्योंकि पूरे दिन भूखे प्यासे रहने से शरीर कमज़ोर हो जाता है और कमज़ोर शरीर में कीटाणु आसानी से आ जाते हैं. इसलिए जो भी खाएं हाथ धोकर ही खाएं.
रमज़ान (Ramadan 2022) के मुबारक महीने में रोज़ा रखकर और ज़रूरतमंदों की मदद करके सच्चे दिल से इबादत में हिस्सा लें. आप सभी को रमज़ान के मुबारक़ महीने की ढेरों बधाई!