तांबे के बर्तन में खाना-पीना शरीर के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है. तांबे में एंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में होने वाले दर्द, ऐंठन और सूजन की समस्या से राहत दिलाते हैं. डायरिया, पीलिया, डिसेंट्री और अन्य प्रकार की बीमारियां फैलाने वाले बैक्टीरिया से भी बचाव होता है. त्वचा के लिये भी ये फ़ायदेमंद होता है. साथ ही, कई दूसरे फ़ायदे भी होते हैं. मगर ज़रूरी नहीं है कि तांबे के बर्तन में खाना-पीना सभी को फ़ायदा ही पहुंचाए.
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अगर आपकी भी आदत तांबे के बर्तन में खाने-पीने की है, तो सबसे पहले जान लें कि ऐसा करना कुछ लोगों के लिये नुक़सानदेह भी हो सकता है. तो आइये जानते हैं किन लोगोंं को और किन चीज़ों को तांबे के बर्तन में खाने-पीने से नुक़सान हो सकता है.
अल्सर रोगियों और एसिडिटी की समस्या से ग्रस्त लोगों को तांबे के बर्तन में खाना-पीना नहीं चाहिये. दरअसल, तांबे की तासीर गर्म होती है, जिसके चलते आपकी तक़लीफ़ और भी बढ़ सकती है.
अगर आपको किडनी और दिल की समस्या है, तो तांबे के बर्तन में पानी पीना हानिकारक हो सकता है. अगर आप किसी ऐसी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो फिर डॉक्टर की सलाह पहले ज़रूर लें. क्योंकि, ऐसी स्थिति में बिना डॉक्टर की सलाह के तांबे के बर्तन का इस्तेमाल आपकी परेशानी को कई गुना बढ़ा सकता है.
वहीं, स्वस्थ इंसान के लिये तांबे के बर्तन में पानी पीने तक तो ठीक है, मगर हर चीज़ इन बर्तनोंं में नहीं खानी चाहिए. मसलन, कभी भी दूध या दूध से बनी चीजें तांबे के बर्तन में नहीं खानी चाहिए. इसके अलावा अचार, दही, छाछ, नींबू पानी, मोसंबी का जूस और खट्टी चीजों के तांबे के बर्तन में सेवन से बचना चाहिये. क्योंकि, तांबे के बर्तन में ये चीजें विषाक्त हो सकती हैं, जो आपकी सेहत पर हानिकारक प्रभाव डाल सकती हैं. आपको जी मिचलाना, उल्टी, पेट में दर्द और गैस की समस्या हो सकती है.
साथ ही, कभी भी शराब को तांबे के बर्तन में नहीं पीना चाहिये. क्योंकि इससे फ़ूड पॉइज़निंग का ख़तरा रहता है, जिससे आपकी जान भी जा सकती है. The Food and Drug Administration के अनुसार, जिन खाने-पीने की चीज़ों का pH Level 6 से कम है, उन्हें तांबे के बर्तनों में कभी नहीं खाना चाहिए.
बता दें, अगर आप तांबे का बर्तन पानी पीने के लिये भी इस्तेमाल करते हैं, तो ध्यान रखना चाहिये कि उसे हर रोज़ साफ़ करें. इस बर्तन के अंदर वाले हिस्सों में कॉपर ऑक्साइड की परत (हरे रंग की) जमने लगती है, इसलिए अंदरूनी तले को अच्छे से साफ़ करें. साथ ही, कभी भी हार्ड कैमिकल्स का इस्तेमाल इन बर्तनों को साफ़ करने के लिये नहीं करना चाहिये.