भारत के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में से एक दिल्ली स्थित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्यपथ’ कर दिया गया है. राजपथ से पहले इसका नाम ‘किंग्सवे’ था. इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन तक के 2 से 3 किलोमीटर के रास्ते को ही राजपथ (कर्तव्यपथ) कहा जाता है. देश के इतिहास में ‘राजपथ’ एक महत्वपूर्ण जगह मानी जाती है. ये वही ऐतिहासिक जगह है जहां पर हज़ारों भारतीयों ने आज़ाद भारत की पहली सुबह देखी थी. 15 अगस्त 1947 की सुबह हज़ारों की संख्या में एकत्र होकर लोगों ने आज़ादी का जश्न मनाया था. 75 साल पुराना वो मंज़र आज भी आंखों को सुकून देता है.
आज हम आपको राजपथ (Rajpath) की दशकों पुरानी कुछ तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं, जो कई ‘गणतंत्र दिवस परेड’ की गवाह रही हैं-
1- सन 1933, राष्ट्रपति भवन, राजपथ और इंडिया गेट का हवाई दृश्य.
2- इंडिया गेट के सामने राजपथ का निर्माण होता हुआ.
3- सन 1951, राजपथ पर ‘गणतंत्र दिवस परेड’ का हवाई दृश्य.
4- सन 1951, राजपथ पर ‘गणतंत्र दिवस परेड’ देखते लोग.
5- सन 1952, राष्ट्रपति भवन से राजपथ के लिए राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद का काफ़िला निकलता हुआ.
6- सन 1952, राजपथ पर बग्गी में सवार राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद.
7- सन 1952, गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर स्कूली बच्चे.
8- Raisina Hills से India Gate का दृश्य.
9- 15 अगस्त, 1947, राष्ट्रपति भवन के क़रीब ‘राजपथ’ पर एकत्र लोग.
10- ‘इंडिया गेट’ पर आज़ादी का जश्न मनाते हुए लोग.
11- भारतीय सेना को सलामी देते हुए राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद.
12- आज़ादी की पहली सुबह के मौके पर ‘राजपथ’ पर एकत्र लोग.
13-
14- रायसीना हिल्स से से इंडिया गेट की ओर जाता हुआ राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद का काफ़िला.
15- 15 अगस्त 1947 ‘राजपथ’ पर गाड़ियां लेकर पहुंचे लोग.
16- 8 सितंबर 2022, इंडिया गेट-राजपथ (कर्तव्यपथ) का दृश्य.
समय के साथ कितना बदल चुका है राजपथ.