Football War: इन दो देशों के बीच फ़ुटबॉल मैच के कारण छिड़ गई थी जंग, हज़ारों लोगों ने गंवाई जान

J P Gupta

Football Match War: फ़ुटबॉल ऐसा खेल है जिसके चाहने वाले पूरी दुनिया में मौजूद हैं. इस खेल ने बहुत से प्लेयर्स और लोगों की ज़िंदगी बदली है. मैच के दौरान या बाद में फैंस के बीच झड़पें तो होती रही हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं एक मैच की वजह से दो देशों में जंग छिड़ गई थी.

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ये जंग इतनी भयानक थी कि इसमें दोनों तरफ़ के लगभग 3000 लोग मारे गए थे और हज़ारों बेघर हो गए थे. चलिए आपको फ़ुटबॉल मैच की वजह से छिड़े इस युद्ध की दास्तां भी बता देते हैं.

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मैच में हार मिलने के कारण हुआ युद्ध

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बात 1969 की है होंडुरस (Honduras) और अल साल्वाडोर (El Salvador) के बीच FIFA वर्ल्ड कप के लिए क्वालीफ़ाइंग मैच खेला जा रहा था. इस मैच में अल साल्वाडोर की हार हुई. हार से तमतमाए अल साल्वाडोर ने होंडुरस पर हमला कर दिया. ये जंग 100 घंटे तक चली थी 14 से 18 जुलाई तक. अमेरिका और दूसरे देशों के समझाने के बाद ही दोनों देशों के बीच युद्ध रुका था.

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3 लाख लोग हुए बेघर

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मगर तब तक बहुत देर हो चुकी थी. इस युद्ध में हज़ारों लोग मारे गए थे और तकरीबन 3 लाख लोग बेघर हो गए थे. वैसे इन दोनों देशों के बीच की दुश्मनी बहुत ही पुरानी थी. दरअसल, 1969 में अल साल्वाडोर की आबादी 37 लाख और होंडुरस की 26 लाख. आबादी के बढ़ते संकट के चलते बहुत से साल्वाडोरवासी 20वीं सदी की शुरुआत में होंडुरस की ओर पलायन करने लगे थे.

ये थी युद्ध की असली जड़

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साल 1969 तक होंडुरस में रहने वाले साल्वाडोरवासी की संख्या 3 लाख से अधिक हो गई थी. हैरानी की बात ये है कि उन्होंने वहां जाकर जो ज़मीन हथियाई या जहां घर बनाया वो सारी ग़ैरक़ानूनी थी. इससे परेशान होंडुरस ने एक नया भूमि सुधार क़ानून बनाया और इसे 1967 में लागू कर दिया. इसके लागू होने के बाद अप्रवासियों द्वारा अवैध रूप से कब्ज़ाई गई अधिकतर ज़मीन को होंडुरस के मूल निवासियों को दे दिया गया. 

दोनो देशों के बीच खेला गया था वर्ल्ड कप क्वालीफ़ायर मैच 

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इस कारण बहुत सारे साल्वाडोरवासी बेघर और बेरोज़गार हो गए. इससे साल्वाडोर के लोगों के अंदर उनके प्रति गुस्सा भर गया. इसी बीच 1970 में होने होने वाले वर्ल्ड कप के लिए डेट्स आ गईं. 1969 में दोनों के बीच दो क्वालीफ़ाइंग मैच खेले गए. दोनों ने एक-एक मैच जीत लिया इसलिए एक प्लेऑफ़ मैच हुआ. इसी मैच की हार को अल साल्वाडोर पचा न सका और उसने हुंडारुस पर हमला कर दिया. 

11 साल बाद संधि पर किए हस्ताक्षर 

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फु़टबॉल मैच के परिणाम से भड़की इस जंग में दोनों देशों के 3 हज़ार नागरिकों और सैनिकों की जान गई. साल्वाडोर के 3 लाख लोगों को स्वदेश लौटना पड़ा. 4 दिनों बाद युद्ध विराम हुआ पर उसके बाद भी दोनों रिश्तों में खटास बनी रही. युद्ध के 11 साल बाद दोनों देशों ने 30 अक्टूबर 1980 पेरू की राजधानी लीमा में एक शांति संधि पर हस्ताक्षर किए. वे अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के माध्यम से सीमा विवाद को हल करने पर सहमत हुए.

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