George Pullman: वो शख़्स जिसकी बदौलत हम आराम से ट्रेन के स्लीपर कोच में लेट कर सफ़र करते हैं

Abhay Sinha

आप स्लीपर ट्रेन (Sleeper Train) में आराम से लेट कर हज़ारों मील दूर पहुंच जाते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि आपकी यात्रा को इतना आरामदायक किसने बनाया? यक़ीनन आपने नहीं सोचा होगा. वैसे ही जैसे कभी दुनिया ने नहीं सोचा था कि लोग एक दिन पहियों पर बैठ कर लंबी-लंबी यात्राएं करेंगे. लेकिन साल 1864 में महान इंजीनियर जॉर्ज पुलमैन (George Pullman) ने इस अकल्पनीय सोच को हक़ीक़त बना दिया.

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एक बढ़ई के बेटे के दिमाग़ की उपज थी Sleeper Train

जॉर्ज पुलमैन का जन्म 3 मार्च, 1831 को ब्रोक्टन, न्यूयॉर्क में हुआ. उनके पिता जेम्स लुईस पुलमैन पेशे से एक बढ़ई और किसान थे. जॉर्ज ने अपनी शुरुआती पढ़ाई न्यूयॉर्क में की, फिर वो अपनी मां एमिली के चाचा के जनरल स्टोर में काम करने लगे. ऐसे में चौथी क्लास के बाद ही उनकी स्कूली पढ़ाई छूट गई.

इसी दौरान साल 1845 उनके पिता नहर में बढ़ई का काम करने के लिए एल्बियन शिफ़्ट हो गए. लेकिन जॉर्ज परिवार साथ न जाकर जनरल स्टोर में ही काम करते रहे. दिलचस्प बात ये थी कि उनके पिता यूं तो बढ़ई थे, लेकिन वो एक आविष्कारक भी थे. जॉर्ज के पिता जेम्स ने ऐसी तकनीक का आविष्कार किया था, जिससे नहर निर्माण के समय रास्ते में आने वाली इमारतों को स्थानांतरित किया जा सके. उन्होंने 1841 में इसका पेटेंट कराया.

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जॉर्ज भी विरासत में अपने पिता ये हुनर पाए थे. यही कारण था कि जब जॉर्ज के पिता का देहांत हुआ तो उन्होंने न सिर्फ़ उनका कारोबार संभाला, बल्क़ि आविष्कारों की दुनिया में भी कदम रख दिया.

जॉर्ज पुलमैन ने बनाई दुनिया की पहली स्लीपर कार

जॉर्ज पुलमैन ने यूं तो कई आविष्कार किए, लेकिन स्लीपिंग कार ने उन्हें सबसे ज़्यादा पहचान दिलाई. इस आविष्कार के पीछे वजह था उनकी ट्रेन यात्रा का ख़राब अनुभव. दरअसल, न्यूयॉर्क के बफ़ेलो से वेस्टफ़ील्ड तक का ट्रेन सफ़र उन्होंने बड़ी मुश्किल से बैठे-बैठे किया. इस दौरान उन्होंने याद आया कि कैसे वो नांव में लेटे-लेटे सफ़र करते रहते थे. यहीं से उनके दिमाग़ में एक आइडिया चमका.

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George Pullman Invented Sleeper Coaches In Trains

उन्होंने अपने नांव पर सोने के एक्सपीरियंस और रेल की यात्रा को जोड़ा. उन्होंने सोचा कि जैसे हम नहर में नांव चलाते हुए उसमें सो सकते हैं, वैसे ही ये कितना आरामदायक होगा जब रेल यात्रा के दौरान हमें बैठने की बजाए सो कर यात्रा करने का मौका मिले. बस उनकी इसी सोच से ट्रेन के लिए पहले आरामदायक स्‍लीपर कोच का निर्माण हुआ. पुलमैन ने साल 1864 में अपनी पहली रेलरोड स्लीपिंग कार पुलमैन स्लीपर या पैलेस कार तैयार कर ली.

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राष्ट्रपति लिंकन की हत्या के बाद फ़ेमस हुई स्लीपर कार

साल 1865 में अमेरिकन राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन की हत्या हो गई थी. उनके शव को वाशिंगटन डीसी से स्प्रिंगफ़ील्ड ले जाना था. इसके लिए पुलमैन ने अपनी स्लीपर कार को तैयार किया. इस दौरान पुलमैन की स्लीपिंग कार ने लिंकन को श्रद्धाजंलि देने आए हज़ारों लोगों का ध्यान अपनी तरफ़ आकर्षित किया. इसके बाद उनकी स्‍लीपर कार नेशनल लेवल पर फ़ेमस हो गई.

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जॉर्ज पुलमैन ने अपनी लाइफ़ में काफ़ी तरक्की की. लेकिन आख़िर दिनों में वो आर्थिक मंदी के चपेट में आ गए. उनके फ़ैक्ट्री में स्ट्राइक हुई, जिसने उन्हें पूरी तरह बर्बाद कर दिया. बता दें, 19 अक्‍टूबर 1897 को जॉर्ज पुलमैन की मृत्यु हो गई थी. (George Pullman Invented Sleeper Coaches In Trains)

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